देहरा : केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा मोनिका ने खेल कोटे से पाई नौकरी, बनीं अध्यापिका
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय बलाहर की पूर्व छात्रा खेल कोटे से नौकरी पाकर शास्त्री अध्यापिका बन गई हैं। यह विश्वविद्यालय के इतिहास में एक ऐतिहासिक क्षण है। मोनिका मुमता (समलोटी) नगरोटा बगवां से हैं और उन्होंने 2019 में शास्त्री, 2022 में बीएड और 2023 में आचार्य की डिग्री केंद्रीय संस्कृत विश्विद्यालय बलाहर से प्राप्त की है। वेदव्यास परिसर की निदेशक प्रो. सत्यम कुुमारी ने बताया कि राजकीय माध्यमिक पाठशाला बढ़हूं (सुनहेत )में मोनिका को नियुुक्ति मिली है।
वहीं परिसर के क्रीड़ा विभाग के सहायक निदेशक डॉ. संजय मनकोटिया ने बताया कि मोनिका राज्य स्तरीय, राष्ट्रीय स्तरीय व अंतर विश्वविद्यालय खो-खो प्रतियोगिताओं में भाग ले चुकी हैं, जिसके आधार पर हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित 3 प्रतिशत खेल कोटे के आधार पर उसे सीधी नियुक्ति मिली है।
डॉ. संजय कुमार मनकोटिया सहायक निदेशक शारीरिक शिक्षा तथा खेल ने बताया कि यह केंद्रीय संकेत विश्वविद्यालय के वेद व्यास परिसर के इतिहास में पहली बार है जब खेल कोटे में किसी शास्त्री अध्यापिका की नियुक्ति हिमाचल प्रदेश सरकार के शिक्षा विभाग में हुई है। उन्होंने बताया कि मोनिका एक अनुशासित खिलाड़ी रही है और यह अन्य खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा हैं।
वेद व्यास परिसर की निदेशक प्रो. सत्यम कुमारीने कहा कि मोनिका ने पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद में भी भाग लिया और आज उसे इसका फल मिला है। उन्होंने कहा कि मोनिका जैसी अन्य प्रतिभाशाली छात्राओं के लिए प्रोत्साहन है और यह दर्शाता है कि शिक्षा और खेल दोनों में उत्कृष्टता प्राप्त करना संभव है।