देहरा : वेदव्यास परिसर में धूमधाम से मनाया विश्व मातृभाषा दिवस
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली के तत्वावधान में परागपुर के निकटवर्ती गांव बलाहर में चल रहे वेदव्यास परिसर में गुरुवार को विश्व मातृभाषा दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें परिसर के समस्त शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर विभिन्न राज्यों से यहां कार्यरत कर्मचारी शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं ने अपनी अपनी मातृभाषा जैसे पहाड़ी, मैथिली, राजस्थानी, डोगरी, तेलगु व उड़िया आदि भाषाओं में भजन, देशभक्ति गीत एवं संभाषण प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर इस कार्यक्रम के संयोजक डॉ. ओम प्रकाश साहनी ने अपने संभाषण में मातृभाषा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हर राज्य की अपनी एक भाषा होती है जिसे हम मातृभाषा कहते हैं। वहीं, कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में परागपुर स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शाखा प्रबंधक संतोष सनौरिया ने शिरकत की।
उन्होंने कहा कि परिसर में इस तरह के आयोजनों से जहां छात्र-छात्राओं के बौद्धिक विकास की क्षमता बढ़ती है, वहीं वहीं स्टाफ के आपसी भाईचारे में भी बढ़ोतरी होती है। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्ष एवं वेदव्यास परिसर की निदेशक प्रोफेसर सत्यम कुमारी ने कहा कि हर राज्य की अपनी एक भाषा होती है, जिसे अपनी मातृभाषा कहा जाता है। ऐसे कार्यक्रमों के आयोजनों से जहां एक दूसरे के राज्य की भाषा को सीखने का अवसर भी मिलता है वहीं आपसी भाईचारे में भी बढ़ोतरी होती है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम समय पर परिसर में होते रहते हैं।
इस अवसर पर शिक्षाशास्त्री विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर शीशराम ने राजस्थानी भाषा में जहां अपना संभाषण प्रस्तुत किया वहीं उन्होंने राजस्थानी भाषा में ही एक गीत गुनगुनाया। जिस पर सभी छात्र-छात्राओं ने खूब तालियां बजाईं। वहीं विभिन्न राज्यों से कार्यरत इस परिसर के शिक्षक एवं कर्मचारियों ने अपने-अपनी भाषा में अपने-अपने विचार रखे व भजन आदि प्रस्तुत किए।इस समस्त कार्यक्रम का संचालन शिक्षा शास्त्री विभाग के शिक्षक डा मुकेश शर्मा ने किया व समस्त कार्यक्रम में सह संयोजक की भूमिका हिंदी विषय के शिक्षक डा पीयूष त्रिपाठी ने निभाई।