सिरमाैर : वीरेंद्र कश्यप से मिला हाटी विकास मंच का प्रतिनिधिमंडल, जताया आभार
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला
गिरिपार क्षेत्र के हाटी समुदाय को जनजातीय घोषित करने के लिए लंबे समय से लड़ाई लड़ रहे पूर्व सांसद एवं वर्तमान में हिमाचल प्रदेश एससी कमिशन के चेयरमैन वीरेंद्र कश्यप से हाटी समुदाय का प्रतिनिधिमंडल उनके ऑफिस शिमला में मिला, उनके द्वारा हाटी समुदाय को जनजातीय घोषित करने के प्रयासों की हाटी नेताओं ने प्रशंसा की गिरीपार क्षेत्र के हाटी समुदाय को जनजातीय समुदाय घोषित करने के लिए किए गए, उनके के प्रयासों की सराहना की गई। सनद रहे कि वीरेंद्र कश्यप ने 2009 से लेकर 2019 तक सड़क से लेकर संसद तक जिस प्रकार से हाटी मुद्दे को सड़क से लेकर संसद तक उठाया था, उनके योगदान से ही भारत सरकार की कैबिनेट से मामला हल हो पाया है, शिमला से लेकर दिल्ली तक प्रत्येक कागज उन्होंने तैयार करवाए थे। देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से 2011 में और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से 2016 में जोरदार तरीके से हाटी की आवाज को उठाया था पहली बार गिरिपार क्षेत्र में जनजातीय मंत्री जुओल ओरांव का मई 2017 में दौरा उन्होंने करवाया था, उसके बाद शिमला में पूर्व राज्य जनजातीय मंत्री जसवंत सिंह सुमन भाई भाबोर के साथ एथनोग्रपिक रिपोर्ट की रूप रेखा तैयार करवाई गई।
पूर्व सांसद वीरेंद्र कश्यप ने हाटी महाखुमली में लोगों को बढ़-चढ़कर भाग लेने का आग्रह किया गया था। परिणाम स्वरूप हजारों की संख्या में हाटी आंदोलनकारी महा खुमलियों में जुट गए थे, जिसके परिणाम स्वरूप राजनीतिक इच्छाशक्ति राजनेताओं में जाग्रत की गई थी, उसके बाद हाटी विकास मंच के नेताओं ने हक नहीं तो वोट नहीं का नारा दिया था, जिसको लोगों ने जोर-शोर से बुलंद किया था। हाटी विकास मंच उन सभी प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त करता है, जिन्होंने हाटी मुद्दे पर कार्य किया है। इस प्रतिनिधिमंडल में हाटी विकास मंच के अध्यक्ष प्रदीप सिंह सिंगटा, महासचिव अतर सिंह तोमर मुख्य प्रवक्ता डॉ. रमेश सिंगटा मीडिया प्रभारी बलबीर चौहान, मुख्य सलाहकार दलीप सिगटा, सचिव कपिल चौहान, उपद्यक्ष गोपाल ठाकुर अन्य हाटी नेता उपस्थित रहे।