धर्मशाला : किडनी खराब होने का सबसे बड़ा कारण डायविटिस : डॉ. अभिनव राणा
** किडनी-डे पर टांडा मेडिकल कॉलेज में कार्यक्रम आयोजित
** कार्यक्रम में किडनी की बीमारियां और उनसे बचने के उपाय बताए
टांडा मेडिकल कॉलेज में आज किडनी-डे पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में डॉक्टरों ने किडनी में होने वाली गंभीर बीमारियों तथा उनसे बचने के उपायों के बारे में जानकारी दी। टांडा मेडिकल कॉलेज के डॉ. अभिनव राणा ने बताया कि किडनी खराब होने का सबसे बड़ा कारण डायविटिस है। जो डायविटीस के मरीज होते हैं, उनमें से लगभग 40 प्रतिशत लोग किडनी की बीमारी का शिकार होते हैं।
इस बीमारी के कारण हायरपरटेंशन व देशी दवाइयां होती हैं, यह सब किडनी को इफेक्ट करती हैं। इस बीमारी को पहचाने के लिए बहुत ही सिंपल टेस्ट होते हैं, जिसे हर व्यक्ति करवा सकता है। इनमें ब्लड, यूरेनियम और पेशाब के टेस्ट शामिल होते हैं। इन टेस्टों के माध्यम से किडनी की बीमारी का पता लगाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि ऐसे मरीजों को समय-समय पर अपना बीपी, शुगर को चेक करवाते रहना चाहिए और इन्हें कंट्रोल में रखना चाहिए, ताकि इससे बीमारी बचा जा सके। साथ ही उन्होंने बताया कि इस जागरुकता कार्यक्रम का हमारा यही उद्देश्य है कि इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों इसकी जानकारी मिले और इस बीमारी के प्रति लोगों जागरूक किया जा सकें। इस अवसर पर टांडा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. भानु अवस्थी, एमएस मोहन लाल, डॉ. अभिनव राणा सहित कई डॉक्टर, सिस्टर और बच्चे मौजूद रहे।