धर्मशाला : कांग्रेस के 6 बागी विधायकों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई कल
** शिमला के बालूगंज थाने में एक निर्दलीय विधायक और चैतन्य शर्मा के पिता पर एफआईआर
हिमाचल प्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रम के लिहाज से मंगलवार का दिन काफी खास रहने वाला है। 12 मार्च को सर्वोच्च न्यायालय में प्रदेश कांग्रेस के 6 बागी विधायकों के मामले की सुनवाई होगी। यह केस सुप्रीम कोर्ट नंबर दो में न्यायाधीश संजीव खन्ना के पास है और मंगलवार की सुनवाई में 36 नंबर पर है। वहीं, हिमाचल की राजधानी शिमला के बालूगंज पुलिस थाने में एक निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा और कांग्रेस बागी चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर एफआईआर दर्ज की गई है। इन पर राज्यसभा चुनाव को लेकर खरीद-फरोख्त और विधानसभा सत्र के दौरान प्रदेश सरकार को अस्थिर करने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। अब देखना यह है कि सर्वोच्च न्यायालय इस पूरे मामले पर क्या फैसला लेता है।
विधानसभा अध्यक्ष ने रद्दकर दी है सदस्यता
गगरेट के अयोग्य घोषित विधायक चैतन्य शर्मा और अन्य की तरफ से विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ लगे इस केस पर समूचे हिमाचल की नजरें हैं। गौरतलब है कि राज्यसभा में क्रॉस वोटिंग के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने 4 कांग्रेसी विधायकों की सदस्यता रद्द कर दी गई थी। विधानसभा से अयोग्य करार होने के बाद बागियों ने सर्वोच्च न्यायालय का रुख किया।
अभी ऋषिकेश में हैं कांग्रेस के 6 बागी और 3 निर्दलीय विधायक
वहीं, हरियाणा के पंचकूला में करीब दस दिन गुजारने के बाद सभी बागी ऋषिकेश शिफ्ट हो गए हैं। इन छह बागियों के साथ ही तीन निर्दलीय विधायक भी ऋषिकेश में ही हैं। ऋषिकेश में कड़ी सुरक्षा के बीच निर्दलीय और बागी विधायकों को रखा गया है। बहरहाल, सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद जो भी फैसला आएगा, वह प्रदेश की राजनीति में मचे कोहराम पर गहरा असर डालने वाला होगा।