बारिश बर्फ़बारी न होने के कारण किसान बागवानों के चेहरे पर छाई मायूसी
आनी शीत ऋतु में बारिश व बर्फ़बारी न होने के कारण किसान बागवानों के चेहरे पर मायूसी दिख रही है। पिछले लगभग दो महीने से आनी के ऊपरी क्षेत्र में बारिश व बर्फबारी ना होने के कारण सूखे जैसे हालात हो गए है।ऐसे में किसान बागबान परेशान हो गए है। सेब बागबानों को अपनी डगमगाती अर्थव्यवस्था की चिंता सता रही है। आनी क्षेत्र के बागवानों का कहना है कि वह आए दिन अपने खेतों में किसी भी प्रकार के कार्य नहीं कर पा रहे हैं, उनके सभी कार्य प्रभावित हो रहे हैं। किसान बागवानों का कहना है कि उनके बागों में आजकल कुछ जरूरी कार्य किये जाते है जैसे तौलिए लगाना, गड्ढा खोदना, नए पौधे रोपना, सेब के पौधे की कांटछांट करना, खाद व गोबर डालना आदि कार्य करना है, जो कार्य बारिश न होने की वजह से नहीं हो पा रहे हैं। यदि बर्फबारी व बारिश समय पर ना हुई तो उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ेगी। इस तरह से इस बार सेब की फसल पर भी खतरा मंडरा दिख रहा है। बागवानों का कहना है कि आए दिन सेब के कार्य करने के लिए बारिश व बर्फबारी का आना बहुत आवश्यक है। हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्र में सेब आर्थिकी का एक मुख्य साधन है।