धर्मशाला :बीड़ स्कूल में किया गया जिला स्तरीय नेत्रदान और नेत्र देखभाल पखवाड़े का आयोजन

पंकज सिंगटा । धर्मशाला
जिला स्तरीय नेत्रदान और नेत्र देखभाल पखवाड़े का आयोजन मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा के सौजन्य से आज ( मंगलवार) काे राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बीड़ में मनाया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में नेत्रदान तथा नेत्र देखभाल के बारे में जागरूकता पैदा करना था। जानकारी देते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. गुरमीत कटोच ने बताया कि हर वर्ष 25 अगस्त से 8 सितंबर तक नेत्र देखभाल और नेत्रदान पखवाड़ा मनाया जाता है। क्योंकि आंखें मनुष्य के शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है। अतः इनकी देखभाल करना बहुत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि आंखों को किसी भी प्रकार की चोट इत्यादि से बचाना बहुत जरूरी है, आंखों में किसी भी प्रकार का विकार आने पर नजदीकी अस्पताल में अपनी आंखों की जांच करवानी चाहिए।
अगर किसी बच्चे को कक्षा में ब्लैक बोर्ड के बहुत नजदीक बैठना पड़ता हो, तो उसे किसी भी प्रकार की आंखों की समस्या हो सकती है। इसलिए समय रहते आंखों के डॉक्टर से संपर्क करके बीमारी को बढ़ने से रोकना चाहिए। आंखों की नियमित जांच करवानी चाहिए। उन्होंने आगे बताया की आजकल बच्चे अधिकतर समय स्क्रीन पर रहते हैं। इसलिए मोबाइल कंप्यूटर का प्रयोग आवश्यकता अनुसार ही करें। अगर किसी कारणवश जायदा समय कंप्यूटर या मोबाइल पर गुजारना पड़ता है, ताे बीच-बीच में आंखों को विश्राम जरूर दें। कार्यक्रम में आगे जानकारी देते हुए प्राइमरी हेल्थ सेंटर बीड़ के प्रभारी डॉ. राजकुमार ने बच्चों को नेत्रदान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने विस्तार पूर्वक नेत्रदान की प्रक्रिया के बारे में बच्चों को बताया।
उन्होंने बताया कि नेत्रहीन व्यक्ति के जीवन में रोशनी नेत्रदान के द्वारा ही की जा सकती है, क्योंकि हम कृत्रिम आंख नहीं बना सकते, इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को मरणोपरांत नेत्रदान करने के लिए प्रेरित करें तथा खुद भी नेत्रदान का संकल्प लें। कार्यक्रम में उपस्थित जन सूचना एवं शिक्षा अधिकारी सीआर ठाकुर तथा स्वास्थ्य शिक्षिका अंजलि ने आंखों से संबंधित बीमारियों की जानकारी बच्चों को दी। इस कार्यक्रम के दौरान बच्चों द्वारा भाषण प्रतियोगिता में भी भाग लिया गया तथा सभी प्रतिभागी बच्चों को इनाम वितरित किए गए, कार्यक्रम के अंत में स्कूल के प्रधानाचार्या मुक्ता टंडन ने बच्चों से आह्वान किया कि वह इस जानकारी को स्वयं प्रयोग करते हुए औरों को भी जागरूक करें तथा अपनी आंखों को सुरक्षित रखें।