सुजानपुर : पुलिस भर्ती रद्द होने से लगा युवाओं के भविष्य को ताला-डोगरा
अनूप सुजानपुर
पुलिस कांस्टेबल भर्ती के पेपर लीक मामले में हुई एफआईआर के बाद हिमाचल सरकार द्वारा भर्ती रद्द करने पर समाजसेवी रविंद्र सिंह डोगरा ने युवाओं के भविष्य को ताला लगाना करार दिया है। डोगरा ने कहा कि प्रदेश के युवा पहले से इस भर्ती की देरी से खफा थे और अब भर्ती रद्द होने से उन युवाओं के भविष्य पर ताला सरकार ने लगा दिया। इन युवाओं का पेपर लीक मामले से कोई लेना-देना नहीं था। उन्होंने अपने दम और मेहनत के बलबूते भर्ती प्रक्रिया और लिखित परीक्षा उत्तीर्ण की थी।
डोगरा ने कहा कि सरकार का यह रवैया समझ से परे है। उन्होंने कहा कि जब दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है, उनसे जानकारी हासिल कर जिन-जिन लोगों को पेपर बेचा गया केवल उन्ही की भर्ती रद्द होनी चाहिए।
उन्होंने कहा एक तरफ सरकार ने 1334 पदों के फार्म बेच कर लाखों रुपए का राजस्व प्राप्त किया वंही दूसरी तरफ दोषियों ने भी 7-8 लाख में पेपर बेच कर करोड़ों की काली कमाई की। इस तरह दोनों को फायदा हुआ पर युवाओं कुछ नहीं मिला और ना आगे मिलेगा। उन्होंने कहा आने वाले दिनों में प्रदेश में चुनाव आने वाले हंै और तब तक दुबारा भर्ती करवाना प्रदेश सरकार के बस की बात नहीं और चुनावों के बाद क्या होगा ये कोई नहीं जानता इसीलिए उन्होंने युवाओं के भविष्य को ताला लगाने की बात कही है। डोगरा ने युवाओं के साथ राजनीति यह जाने की बात भी कही है, क्योंकि इसी भर्ती को दुबारा करवाने के नाम पर भाजपा युवाओं से वोट मांग सकती है और कांग्रेस भी युवाओं को उनकी सरकार आने पर बम्पर भर्ती का वादा कर सकती है। डोगरा ने कहा कि भाजपा सरकार लगातार अपने किए हुए वादों से मुकरती है और परिणाम घोषित होने के बाद शीघ्र ही रद्द हो जाते हैं। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। ऐसे में युवा वर्ग को सोचना होगा कि किस तरह से उनका शोषण हो रहा है। दोनों राजनीतिक दल केवल प्रदेश की जनता को बरगलाने में लगे हैं।