पंचरुखी: सब्जियां उगाकर की लाखों की कमाई-कमल चंद

किसान कमलचंद की सोच, कृषि को पेशे के रूप में अपनाए युवा
नरेंद्र डाेगरा। पंचरुखी
आज जहां लाखों नोजवान सरकारी नौकरी पाने के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं, कहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने खेतीबाड़ी को ही अपनी कमाई का जरिया बनाया। इससे वह न केवल खुद अच्छी कमाई कर रहे हैं। वहीं, दूसरे लोगों को भी कृषि-बागवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं। प्रदेश ने भी ऐसे लोगों की आर्थिकी बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चलाई हैं। जिला कांगड़ा विकास खंड पंचरुखी में तैनात निष्यवाद विशेषज्ञ डॉ. विजय अवस्थी का कहना है कि किसान गोभी, टमाटर, बैंगन, भिंडी, लहसुन व प्याज आदि सब्जियों के उत्पादन से बेहतर कमाई कर सकते हैं। क्षेत्र के ही एक किसान कमल चंद करोच निवासी केलासपुर का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि आसपास के गांवों के कुछ युवा उनसे प्रेरणा लेकर कृषि को से व्यावसाय के रूप में देख रहे हैं। कमल चंद क्षेत्र के उन्नत किसानों में से एक हैं। उनके पास 35 कमाल के लगभग जमीन है, जिसमें 22 करनाल कृषि योग्य जमीन है।
पहले कमल चंद धान, मक्की व गेहूं की बिजाई करते थे व सालाना आय ज्यादा न थी। इसी बीच कमल चंद ने कृषि अधिकारियों से संपर्क किया, तो इनकी जिंदगी को नई दिशा मिल गई। उन्होंने विभागीय मार्गदर्शन से सब्जियों के अंतर्गत उत्पादन हो गया तथा नमसा परियोजना के अंतर्गत कनाल में फलदार पौधे भी लगाये। वर्मी कम्पोस्ट किट का निर्माण करवाया तथा 5 करनाल में लहसून की खेती कर वर्ष में लगभग एक लाख का लहसून बेच देते हैं। इसके अलावा कमल चंद्र कटोच ने कृषि विभाग द्वारा चलाई योजनाओं के अधीन एक पॉवर टिलर व सिंचाई के लिए टैंक व पालीहाऊस स्कीम का भी फायदा लिया तथा 2 जर्सी गायों के माध्यम से अपनी आग को बेहतर ढंग से दुगना करने में सफलता पाई।