मिड-डे मील के साथ नाश्ते की जिम्मेदारी सौंपना सही नहीं
केंद्र सरकार अध्यापकों के मिड-डे मील के साथ नाश्ते की जिम्मेदारी भी सौंपने जा रही है, जो उचित नहीं है। केंद्र सरकार के इस निर्णय का कई राज्यों ने विरोध किया जो सही है क्योंकि अध्यापकों के पास पहले ही काफी कार्य हैं, इन्हें मिड-डे मील से मुक्त करना चाहिए। दरिद्र नारायण कल्याण समिति के जिला महासचिव कुलदीप चंद शास्त्री ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत नाश्ते की जो व्यवस्था की जा रही है, इसे किसी और संस्था को सौंपा जाना चाहिए ताकि अध्यापक पठन-पाठन के कार्य की तरफ अधिक ध्यान दे सकें। हिमाचल सरकार के शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने भी इस मिड-डे मील व नाश्ते की व्यवस्था को किसी दूसरी संस्था को सौंपने की बात करके सही निर्णय लिया है। उनका यह निर्णय स्वागत योग्य है। दरिद्र नारायण कल्याण समिति के प्रदेश महासचिव कुलदीप शर्मा शास्त्री ने शिक्षामंत्री के निर्णय को सही करार दिया।