धर्मशाला : हिमाचल में चुनाव शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दे पर होगी, कांग्रेस भाजपा के घोषणा पत्र जनता से छलावा-पंकज पंडित

शिक्षा की गारंटी से पूरे प्रदेश मे उत्साह, आप की सरकार बनने पर पूरी होगी गारंटी, हर बच्चे को फ्री और अच्छी शिक्षा मिलेगी
शिवांशु शुक्ला। धर्मशाला
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता पंकज पंडित ने कहा कि हिमाचल में अगला चुनाव जनता के शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दों पर होगा। कल शिमला में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केजरीवाल की तरफ से प्रदेश की जनता को पहली शिक्षा की गारंटी दी गई। चुनावों के समय सभी पार्टियां घोषणा पत्र ला रही हैं। आम आदमी पार्टी घोषणाओं पर विश्वास नहीं करती, क्योंकि यह घोषणा पत्र छलावा साबित हो रहे हैं। कांग्रेस और भाजपा चुनावों के समय जारी घोषणा पत्र की घोषणाओं को पूरा करने में नाकाम रहे हैं। आम आदमी पार्टी घोषणा नहीं करती, गारंटी पर भरोसा करती है। आम आदमी पार्टी जो गारंटी देती है वो पूरा करते हैं। दिल्ली में केजरीवाल ने जनता को गारंटी दी, उसे पूरा किया और उसी गारंटी के दम पर जनता से फिर वोट मांगा और जनता ने फिर सरकार बनाई।
पंजाब में जनता को गारंटी दी और जनता ने सरकार बनाई तो सरकार ने चार महीने में ही जनता को दी गई अधिकांश गारंटियों को पूरा किया। पंजाब में मॉडल स्कूल बन रहे है और 15 अगस्त को 75 मोहल्ला क्लीनिक जनता को समर्पित कर दिए गए हैं, जिनमें पंजाब की जनता को बेहतर इलाज के साथ टेस्ट और दवाईयां भी फ्री में मिल रही हैं। आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता पंकज पंडित ने कहा कि प्रदेश की जनता को पहली गारंटी शिक्षा की दी गई है, जिसमें प्रदेश के सभी बच्चों को मुफ्त और अच्छी शिक्षा दी जाएगी। प्रदेश के सभी स्कूलों को शानदार बनाया जाएगा। कच्चे शिक्षकों को पक्का किया जाएगा और शिक्षकों के खाली पदों को भरा जाएगा। इसके साथ ही प्राइवेट स्कूलों को मनमानी फीस वसूली नहीं करने दी जाएगी। प्राइवेट स्कूलों की फीस नियंत्रण करने के लिए कानून बनाया जाएगा। स्कूलों में किताबों और ड्रेस बेचने की दुकानों को बंद किया जाएगा। शिक्षकों को शिक्षा के अलावा कोई दूसरा काम नहीं दिया जाएगा, शिक्षक सिर्फ पढ़ाई का काम ही करेंगे। प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के तत्काल बाद शिक्षा की गारंटी को पूरा किया जाएगा।
दिल्ली की तरह बेहतर शिक्षा और बेहतर खेल की सुविधा दी जाएगी। पंकज पंडित ने कहा कि हिमाचल की शिक्षा व्यवस्था बदहाल है। यहां पर हजारों स्कूल एक शिक्षक के सहारे चल रहे हैं। एक शिक्षक ही पांच कक्षाओं को पढ़ा रहे हैं। ऐसे में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। हिमाचल के शिक्षक पढ़ाई का काम कम करते हैं, सरकार के अन्य काम ज्यादा करते हैं। शिक्षकों की ड्यूटी कहीं जनगणना में लगाई जाती है, तो कहीं टीकाकरण के काम में लगा दी जाती है। जिससे बच्चों की पढ़ाई नहीं होती है। हिमाचल में स्कूल के भवन जर्जर हालत में हैं। यहां पर एक कमरे में पांच कक्षाएं लगती हैं। स्कूलों में न तो टायलेट की व्यवस्था है और न ही पानी की व्यवस्था है। स्कूलों में खेल मैदान ही नहीं है, जिससे स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।