देहरा : वेदव्यास परिसर में धूमधाम से मनाया केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस

विनायक ठाकुर । देहरा
परागपुर के बलाहर में स्थित केनी संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर बलाहर में विश्वविद्यालय के स्थापना महोत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्कृत पढ़कर आईएएस एवं आईपीएस जैसे महत्त्वपूर्ण पदों को सुशोभित कर रहे गणमान्यों को अतिथि के रूप में बुलाया गया था। इस संदर्भ में परिसर के निदेशक प्रो. मदन मोहन पाठक ने कहा कि संस्कृत पढ़ने वाले छात्र सभी क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त कर सकें, एतदर्थ मार्गदर्शन हेतु गणमान्यों को बुलाया गया था। पत्रकारों से संवाद के समय उन्होंने कहा कि मुख्यातिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना आयोग के अवर सचिव तेजस्कर पाण्डेय उपस्थित रहे, जो कि आईएएस अधिकारी हैं और विशेष बात यह है कि ये संस्कृत के छात्र भी रहे हैं। उन्होंने कहा कि विशिष्टातिथि के रूप में डॉ. अरूण कुमार झा को बुलाया गया था, जो कि दिल्ली सरकार में सचिव संस्कृत अकादमी, श्रम एवं रोजगार विभाग एवं सचिव मैथिली भोजपुरी अकादमी जैसे महत्त्वपूर्ण कार्यों को सम्पन्न कर रहे हैं।
ये भी संस्कृत पढ़ने के उपरान्त आई.ए.एस. जैसे महत्त्वपूर्ण पदों में पहुंच सके। इसके बाद उन्होंने कहा कि सारस्वतातिथि के रूप में डॉ. नारायणदत्त मिश्र उपस्थित रहे, जो कि डीडी न्यूज में पत्रकार हैं। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित तेजस्कर पाण्डेय ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान युग में उस शिक्षा की आवश्यकता है, जो छात्रों को रोजगार प्रदान कर सकें। संस्कृत के छात्रों को अपना आत्मविश्वास दृढ़ करना हो जिस से वो सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय को चाहिए कि वह संस्कृत माध्यम से आधुनिक विषयों का पाठ्यक्रम प्रारंभ करें। विशिष्टातिथि के रूप में उपस्थित डॉ. अजय कुमार झा ने कहा कि संस्कृत पढ़ना दीनता का नहीं गौरव का विषय है।
उन्होंने कहा कि विश्व में जितनी भी ज्ञान क्रांतियां हुई उन सबके मूल में संस्कृत ही थी। इसलिए संस्कृत के विद्यार्थियों को योग, आयुर्वेद एवं कर्मकांड जैसे विषयों का भी ज्ञान होना चाहिए। सारस्वतातिथि के रूप में उपस्थित प्रसिद्ध पत्रकार डॉ नारायणदत्त मिश्र ने कहा कि पत्रकारिता जैसे क्षेत्रों में भी संस्कृत के छात्र अपना लोहा मनवा सकते हैं। इस कार्यक्रम का कुशल संचालन व्याकरण विभाग के सहायकाचार्य डॉ. श्रीनाथधरद्विवेदी ने किया। इस कार्यक्रम के समन्वयक वेदांत विभाग के विभागाध्यक्ष सहित समस्त शिक्षक, कर्मचारी व छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रहे।