क्षेत्र में बढ़ रहे एट्रोसिटी एक्ट के झूठे मुकदमें, ग्रामीण आक्रोशित
राजगढ़। राजगढ़ के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों और समाज के बुद्धिजीवी लोगों की बैठक वीरवार को लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में हुई। बैठक में उपस्थित लोगों ने क्षेत्र में बढ़ते एट्रोसिटी एक्ट के झूठे मुकदमों और बाहरी लोगों के हस्तक्षेप पर आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पिछले कई महीनों से षड्यंत्र पूर्वक झूठे एक्ट्रोसिटी एक्ट के मुकदमें डाले जा रहे हैं और उसके बाद बाहर के स्वयंभू जातीय नेता अधिकारियों को फोन करके झूठे मुकदमे दर्ज करने का दबाव बना रहे है।
बैठक में उपस्थित राजपूत कल्याण सभा के अध्यक्ष रतन ठाकुर ने बताया कि राजगढ़ क्षेत्र में सब जातियों के लोग प्रेम से रहते आए हैं लेकिन पिछले कुछ सालों से क्षेत्र में कुछ नेता अपना राजनीतिक स्वार्थ सिद्ध करने के लिये जातियों को आपस में लड़ा रहे हैं। इसके लिए निर्दोष सवर्णों को एट्रोसिटी एक्ट की बलि चढ़ाया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला हाल में देखने में आया जब एक जाति का स्वयंभू ठेकेदार राजगढ़ के एक पुलिस अधिकारी पर फोन करके दबाव डालने का प्रयास कर रहा था। उसके वायरल ऑडियो से राजगढ़ के स्वर्ण समाज में रोष है। क्षेत्र के आपसी मामलों में बाहरी व्यक्तियों के हस्तक्षेप से यहां का आपसी सद्भाव चरमरा रहा है। सभा में उपस्थित लोगों ने रोष व्यक्त करते हुए बताया कि क्षेत्र के विधायक और सांसद और कई अन्य जनप्रतिनिधि अनुसूचित जाति से आते हैं। स्वर्ण समाज के लोग पूर्ण विश्वास से उन्हें चुनकर भेजते हैं लेकिन उसके पश्चात भी ऐसे झूठे मामले बनाकर उन्हें प्रताड़ित किया जाता है। यदि भविष्य में क्षेत्र के ऐसे नेताओं ने अपनी जातिवाद की राजनीति बंद नहीं कि तो स्वर्ण समाज उनका सार्वजनिक बहिष्कार करेगा।
इस विषय पर क्षेत्र के स्वर्ण समाज की अगली बैठक 15 अक्टूबर वीरवार को रखी है। वहाँ पर सामाजिक सद्भाव बनाए रखने और सवर्णों की हो रही अनदेखी का विरोध करने संबंधी मुद्दों पर चर्चा होगी। बैठक में रतन ठाकुर, जगदीश वर्मा, विनय शर्मा, नवीन शर्मा, राजेन्द्र ठाकुर, तपेन्द्र ठाकुर, देशराज ठाकुर, प्रदीप ठाकुर, प्रमोद पुंडीर, अनुज ठाकुर, विकास भारद्वाज आदि प्रमुख लोग उपस्थित रहे।