यहाँ चांदी से बनी चूहों की मूर्ति के कानों में बोली हर इच्छाएं होती है पूर्ण
आज हम बात कर रहे है मुंबई के सिद्दिविनायक मंदिर की। इस मंदिर की अपनी एक अलग ही पहचान हैं। यहाँ देश-विदेश से लोग श्रीगणेश भगवान के एक दर्शन पाने के लिये आते हैं। इस मंदिर के नाम के पीछे भी एक वाकया है इसका नाम सिद्दिविनायक इसलिये पड़ा क्योंकि भगवान गणेश के सूड दाई ओर मुड़ी होती हैं तथा वे सिद्धि पीठ से जुड़ी होती हैं। गणेश के शरीर से ही सिद्दिविनायक नाम पड़ा। इस मंदिर के प्रति लोगो में अटूट विश्वास है।
पौराणिक कथा
भारत के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर का निर्माण 19 नवंबर 1801 को एक लक्ष्मण विथु पाटिल नाम के एक स्थानीय ठेकेदार द्वारा किया गया था। बहुत कम लोग इस तथ्य को जानते हैं कि इस मंदिर के निर्माण में लगने वाली राशी एक कृषक महिला ने दी थी, जिसकी कोई संतान नहीं थी। वो इस मंदिर को बनवाने में मदद करना चाहती थी, ताकि भगवान के आशीर्वाद से कोई भी महिला बांझ न हो, सबको संतान प्राप्ति हो।
इतिहासकारों की मानें तो
सिद्दिविनायक मंदिर के पीछे कुछ इतिहासकार बताते हैं की इस मंदिर की स्थापना सन 1692 में हुई थीं तथा सरकारी खबर से इसका निर्माण 1801 में हुआ था। शुरू में यह मंदिर छोटा था लेकिन बाद में इसका कई बार निर्माण हो चुका हैं जिस कारण अब मंदिर काफी बड़ा हैं।
विशेषताएं
- सिद्दिविनायक मंदिर महाराष्ट्र के मुंबई शहर में स्थित है।
- इस मंदिर की एक अलग विशेषता हैं जो की चतुभुर्जी विग्रह गणेश जी की मूर्ति पर उपरी दाहिने हाथ में कमल के फूल और बाएँ हाथ में अंकुश हैं तथा नीचे हाथ में मोतियों की माला और बाएँ हाथ में लड्डूओं से भरा कटोरा हैं।
- गणेश जी की दोनों पत्नियाँ रिद्धि और सिद्धि मौजूद इस मंदिर के प्रांगण में मौजूद हैं जो की धन, सफलता और मनोकामनाओं को पूरा करने का एक प्रतीक हैं।
- मंदिर के अंदर चांदी से बनी चूहों की दो बड़ी मूर्तियां मौजूद हैं, माना जाता है कि उनके कानों में भक्त अपनी इच्छाएं प्रकट करते हैं तो उनकी इच्छाएं गणेश अवश्य पूर्ण करते हैं।
- भक्तों का मानना है यहाँ मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है।
- इस मंदिर के द्वार हर धर्म जाति के लोगों के लिए खुले हैं।
- सिद्धी विनायक मंदिर अपनी मंगलवार की आरती के लिए बहुत प्रसिद्ध है।
- इस मंदिर की इमारत 5 मंजिला हैं।
- इस मंदिर में प्रवचन के लिये अलग से हाल है।
- मंदिर के दूसरी मंजिल पर अस्पताल है जहाँ पर रोगियों का निशुल्क उपचार किया जाता हैं।
- इस मंदिर में लिफ्ट लगे हुए हैं। इस मंदिर में एक अलग से लिफ्ट है जहाँ पर पुजारी लोग गणेश जी के लिये पूजा की सामग्री, प्रसाद तथा लड्डू आदि लाते है।
- खासकर गणेश चतुर्थी के दौरान यहां भक्तों का भारी जमावड़ा लगता है। इस दौरान मंदिर में भव्य आयोजन किए जाते हैं।
- यहां दर्शन करने के लिए बॉलीवुड स्टार से लेकर नेता,बड़े उद्योगपतियों का आगमन भी होता है।
- सिद्धिविनायक मंदिर की गिनती भारत के सबसे अमीर मंदिरों में की जाती है।
यह मंदिर आतंकवादियों के हेड लिस्ट में हमेशा से ही रहता हैं। केंद्र सरकार और राज्य सरकार इस मंदिर को काफी सुरक्षा देती हैं। आज भी अगर हम सिद्दिविनायक में जाते है तो हमें मुंबई पुलिस के जवान और भारतीय सेना के जवान दिखते हैं, जिन्होंने इस मंदिर को चारों ओर से घेर रखा हैं।