पूजन के बाद गोविंद सागर झील में किया गणपति विसर्जन
कोरोना काल में इस बार गणेश पूजन घरों तक ही सीमित रहा है। बावजूद इसके लोगों गणपति पूजन के बाद विसर्जन गोविंद सागर झील में सोषल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए किया। हालांकि बिलासपुर के प्रमुख मंदिरों में श्री गणेश चतुर्थी से आगामी नौ दिन तक गणपति जी का भव्य पूजन होता था, और विसर्जन के लिए भव्य शोभायात्रा नगर के मुख्य बाजारों से होते हुए लुहणुघाट पर पहुचती थी जहां पर दर्जनों मोटर बोट के माध्यम से गणपति को झील के बीच जयघोष के साथ विसर्जित किया जाता था लेकिन वर्श 2020 में कोरोना वायरस के कारण काफी कुछ कुछ समय के लिए रूक सा गया हैै।
बावजूद इसके नगर एवं जिला वासियों की श्रद्धा में कोई असर नहीं पड़ा है। लोगों ने अपने घरों में भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमा की विधिवत पूजा के बाद प्रतिश्ठापित किया। लगातार नौ दिनों तक सुबह षाम भगवान गणेश जी की पूजा अर्चना की गई। नगर के मुख्य बाजार के साथ सिनेमा कालोनी में श्री नयना देवी जी मंदिर न्याय के पुजारी राजीव गौतम, उनकी धर्मपत्नी शिप्रा गौतम व उनके परिवार द्वारा बीते कल विधिवत रूप से भगवान श्री गणेश जी की मूर्ति को नौ दिनों की पूजा के बाद गोविंद सागर झील में विसर्जित किया।
राजीव गौतम ने बताया कि लगातार नौ दिन चली इस पूजा में मोहल्ले वालों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। हर शाम कीर्तन का दौर चला। उन्होंने बताया कि घरेलू उत्सव में खास बात यह रही कि मुस्लिम परिवारों ने भी इस धार्मिक समागम में बढ़चढ़कर भाग लिया जो कि हिंदु मुस्लिम एकता को दर्षाता है। उन्होंने बताया कि बीती शाम विसर्जन में हालांकि सभी लोगों को विसर्जन यात्रा में जाना था लेकिन कोरोना काल को लेकर यह संभव नहीं था। केवल चार-पांच लोगों द्वारा ही मूर्ति विसर्जन किया गया लेकिन विसर्जन के समय मोहल्ला वासियों ने अपने घरों की छतों और बालकनी से खड़े होकर पुष्प वर्षा की तथा गणपति जी को अगले साल दोबारा आने की मंगल कामना के साथ विदाई दी।
इन नौ दिनों में पंडित पंकज अग्निहोत्री ने पूजा करवाई। पूजा और विसर्जन कार्यक्रम में गौतम परिवार से राजीव गौतम, शिप्रा गौतम, आकांक्षा व अंतरिक्ष के अलावा शशि , संजीवनी पंडित, देशराज शास्त्री, कांता, प्रेम चंद, मीना, गोमती, रीता ठाकुर, सीमा वर्मा, मंगल रात, शोकत अली, रहीना खान, नफरीन खान, बेबी ईबादत, गंभरू देवी, विजय रघुवंशी, वीना पंडित, आदि शामिल रहे।