घुमारवीं : राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल का प्रतिनिधित्व करेंगे मिनर्वा के होनहार
** ऑक्सीजन की कमी, पल्स जैसी विभिन्न चुनौतियों पर नजर रखेगा वंश का मॉडल
मिनर्वा संस्थान घुमारवीं के तीन होनहार नेशनल स्तर पर आयोजित होने वाले बाल वैज्ञानिक सम्मेलन में हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने पर तीनों छात्रों का चयन नेशनल स्तर के बाल वैज्ञानिक सम्मेलन के लिए हुआ है। जोनल स्तर से शुरू हुआ यह सफर अब नेशनल लेबल तक पहुंच गया है। पांच बच्चों ने राज्य स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर जिला का नाम रोशन किया। पाठशाला प्रधानाचार्य परवेश चंदेल ने बताया कि इन बच्चों में वंश बजाज, गरिमा, अखिलेश जोशी, सोनाक्षी व सूर्यांश शामिल रहे। इनमें से वंश बजाज, गरिमा व सोनाक्षी नेशनल के लिए चयनित हुए हैं। बच्चों के साथ गाइड टीचर बबीता गर्ग मौजूद रहीं।
वंश का मॉडल पर्वतारोही स्वास्थ्य परिवर्तन पर आधारित है। वंश का मॉडल सेंसर की सहायता से पर्वतारोही ऑक्सीजन की कमी, पल्स जैसी विभिन्न चुनौतियों पर नजर रखेगा। इस मॉडल में पल्स सेंसर की मदद से पर्वतारोहियों की पल्स निरंतरता पर नजर रखी जाएगी और यदि पल्स एक निश्चित मूल्य से नीचे या ऊपर है तो यह जीएसएम की मदद से संबंधित एजेंसी को एक संदेश भेजेगा। ऑक्सिजन कम होने के कारण पर्वतारोही वेहोश हो जाते हैं। ऐसी परिस्थिति में एक ऐसा माध्यम होने अनिवार्य हो ताकि एसकी एजेंसी तक यह सूचना मिल सके कि पर्वतारोही मुश्किल में है और उसकी पल्स डाउन हो चुकी है जिस पर उन्हें रेस्कयू की जरूरत है। वंश के मॉडल में पल्स सेंसर लगा हुआ है जो पर्वतारोही के पल्स को लगातार मोनीटर करता रहेगा।
गरिमा ने किसानों के लिए तैयार किया प्रोजेक्ट
वहीं, गरिमा ने किसानों के लिए एक प्रोजेक्ट तैयार किया है। मॉडल के जरिए गरिमा बताएगी कि ग्रीन हाउस में कुछ पौधे होते हैं, जिनको पानी की ज्यादा जरूरत होती है तो उनके लिए ऑटोमेटिकली जो है एक स्वाइल मोइस्चर सेंसर लगाया हुआ है। वह कंटिन्यूसली मोइस्चर को सेंस करता रहेगा और जैसे उसको लगेगा कि मोइस्चर कम हो गया तो ऑटोमेटिकली पंप ऑन कर देगा। वहीं जो बीज अंकुरण होता है उसको लाइट 16 से 18 घंटे के लिए चाहिए होती है, जब भी रात हो तो सेंसर ऑटोमेटिकली लाइट ऑन कर देगा। साथ में मॉडल में बताया है कि जंगली जानवर फसलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं। इसके लिए तारों की बाउंड्री बाल लगाई गई है जैसे ही कोई जानवर उसको छुएगा तो एक ब्रज की आवाज निकलेगी जिससे जानवर वहां से भाग जाएगा।
सोनाक्षी के मॉडल में पार्किंग में पेश आने वाली समस्याओं का हल
उधर, सोनाक्षी ने नए ड्राइवर को पार्किंग में समस्या बारे मॉडल तैयार किया है। इसमें बताया है कि गाड़ी में अल्ट्रासोनिक लगा हुआ है जो डिस्टेंस को मॉनिटर करता रहेगा। उसमें एक लेवल रखा हुआ है कि इतना डिस्टेंस पिछली गाड़ी से रह जाए तो गाड़ी ऑटोमेटिकली अपने आप रुक जाए। यदि आपकी कार चढ़ाई में पीछे हटती है तो वह अपने आप कंटोल हो जाएगी। वहीं पीछे कोई कार, बच्चा, जानवर हो तो सेंसर आपकी कार को स्वचालित रूप से रोक देगा। इस मौके पर वाइस प्रिंसीपल विनय शर्मा, अनु चंदेल, गाइड टीचर बबीता गर्ग मौजूद रहे।
स्कूल के बच्चों ने शानदार प्रदर्शन किया है। देश के बच्चों में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने, लोकप्रिय बनाने और विकसित करने की दृष्टि से एनसीईआरटी द्वारा हर साल ब्लॉक से लेकर राष्ट्रीय स्तर की विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया जाता है, जहां बच्चे विज्ञान और गणित में अपनी प्रतिभा और दैनिक जीवन से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों में अपने अनुप्रयोगों का प्रदर्शन करते हैं।
-------परवेश चंदेल, प्रधानाचार्य, मिनर्वा स्कूल घुमारवीं