परिवहन सेवा निवृत कर्मचारियों से सरकार व प्रबंधन कर रहा है अन्याय:- बलबीर चौधरी
प्रदेश के हिमाचल पथ परिवहन सेवानिवृत कर्मचारियों से सरकार व प्रबंधन अन्याय कर रहा है इस अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए सभी पेंशनर एक जुट हो जाएं। यह बात हिमाचल पथ परिवहन सेवा निवृत कर्मचारी कल्याण मंच अर्की इकाई के अध्यक्ष बलबीर चौधरी ने इकाई की मासिक बैठक में आज पेंशनर भवन कुनिहार में पेंशनरों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने पेंशनरों को संबोधित करते हुए कहा कि आज एचआरटीसी सेवा निवृत कर्मचारी अपने को ठगा सा महसूस कर रहा है क्योंकि 1-1-2016 से नए वेतनमान का एरियर हिमाचल सरकार से सेवा निवृत कर्मचारियों को सभी विभागों में पहली किश्त 50हजार रूपये तथा दूसरी किश्त 35, 25 तथा 18प्रतिशत मार्च पेड अप्रैल 2024को पेंशन के साथ भुगतान हो गया है लेकिन हिमाचल परिवहन सेवा निवृत कर्मचारियों को कोई भुगतान नहीं हुआ है। पेंशनरों ने प्रबंधन व हिमाचल सरकार से आग्रह किया कि 1-1-2016 के वेतनमान के एरियर की किश्तें शीघ्र दी जाए अन्यथा वरिष्ठ नागरिकों को सरकार के विरुद्ध धरना प्रदर्शन करने को सड़कों पर आना पड़ेगा। साथ ही दो वर्षो से चिकित्सा बिलों का भुगतान नहीं हुआ है उसका भी शीघ्र भुगतान किया जाए। बलबीर चौधरी ने कहा कि पथ परिवहन सेवा निवृत कर्मचारियों को छोड़ कर हिमाचल के सभी सरकारी विभागों के सेवा निवृत कर्मचारियों को 65,70, 75 व 80वर्ष पूरे होने पर 5,10, 15 व 20 प्रतिशत की अदायगी हो गई है। परिवहन के केवल उन 66 सेवा निवृत कर्मचारियों को जिन्होंने उच्चतम न्यायालय में अपील की उन्हें उच्चतम न्यायालय से राहत मिली व उन्हें इसे अदा करने आदेश किए है। सभी पेशनरो ने एक स्वर में कहा कि सभी पेंशनरों को इसका लाभ दिया जाए। पेंशनरों ने रोष व्यक्त करते हुए कहा की कोर्ट के आदेशों को दरकिनार न कर सरकार व प्रबंधन, कोर्ट के निर्णयों को तुरंत प्रभाव से लागू करे अन्यथा प्रबंधन व सरकार परिणाम भुगतने को तैयार रहे।
बैठक में बलबीर सिंह, रघुनाथ शर्मा, बृजलाल गर्ग, शेर सिंह, भवानी शंकर,रोशन लाल ठाकुर, तुलसीराम, शंकर लाल, हरिराम, नरेश सोनी, रघुबर दास,प्रेम कुमार, सुरेश कुमार, मेहर सिंह, चेतराम, राजेंद्र सिंह, प्रेमराज ,प्रेम दास, राम लाल, जीतराम, हीरा सिंह, खेमराज, दीपराम, अशोक कुमार ,प्रेम शर्मा ,सुदामा राम, देवराज, हेमराज शर्मा, जगदीश शर्मा, रमेश चन्द, श्याम लाल, सदीक,मोहन जोशी व नेकराम आदि पेंशनर मौजूद रहे।