कांगड़ा : एसएचओ अनिल उपाध्याय नहीं होते तो सड़क पर बितानी पड़ती रात- मोहित गर्ग

मनोज कुमार। कांगड़ा
एस एच ओ अनिल उपाध्याय नहीं होते तो पूरी रात सड़क पर बितानी पड़ती हिमाचली लोकगायक मोहित गर्ग और उनकी टीम को। जी हां आपको बता दें की आज कल जिला चंबा में अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला चला हुआ है ओर जाहिर है सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। आपको बता दें कि चौथी सांस्कृतिक संध्या में जिला कांगड़ा के मशहूर गायक रुंझुनुआं फेम मोहित गर्ग भी अपनी प्रस्तुति देने गए हुए थे। क्योंकि हिमाचली कार्यक्रम न हो और मोहित गर्ग न पहुंचे ऐसा हो नहीं सकत। गौरवतल हो की मोहित गर्ग और उनकी टीम चंबा में अपनी प्रस्तुति देने के बाद लगभग रात दस बजे अपनी गाड़ी में चंबा से अपने घर जिला कांगड़ा के पाइसा की और रवाना हुए। मौसम थोड़ा खराब था, लेकीन अगले दिन दिन का कार्यक्रम होने के कारण उन्हें निकलना पड़ा। मोहित गर्ग ने बताया की जैसे ही चंबा से लगभग, 30 किलोमीटर नीचे पहुंचे तो लैंडस्लैडिंग के कारण पुरा रोड बंदा हो चुका था। अब सिवाए वहां रुकने के उनके पास कोई रास्ता भी नहीं था, लेकीन तभी एसएचओ डलहौजी अनिल उपाध्याय अपने कुछ साथियों के साथ चंबा मिंजर में ड्यूटी देने के बाद वापस आ रहे थे और रास्ता खराब होने के कारण वाे भी वहां रुक गए। मोहित ने बताया की उन्होंने पुलिस प्रशासन से मदद की गुहार की।
क्योंकि उनका किसी भी तरीके से घर पहुंचना जरूरी था। तभी आम जन की मदद करने वाले और हर पल दूसरों की सेवा में तत्पर रहने वाले सिपाहियों ने मोहित गर्ग व उनकी टीम को पूरी प्रोटेक्शन के साथ एक जंगल के बीचों-बीच से एक ऐसे रास्ते से डलहौजी पहुंचाया, जिस रास्ते से उस मौसम में दिन को ही चल पाना खतरे से खाली नहीं था। मोहित गर्ग ने बताया की आगे आगे पुलिस की गाड़ी चली और पीछे-पीछे हम उनके सहारे लिंक रोड से जुड़ते हुए डलहौजी वाले रोड से मिले। उन्होंने बताया की जिस रास्ते से हम गाड़ी लेकर गए हैं, उस रास्ते में जब चील बांगलू जगह हमने देखी, तो कहीं जा कर ऐसा लगा की अब शायद हम घर पहुंच जाएंगे।
उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में ड्राइवर संदीप जो उस समय गाड़ी चला रहे थे, मैं उनका जिंदगी भर ऋणी रहूंगा, जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डाल कर अपनी गाड़ी आगे चलाई और उनके हौंसले के सहारे हम चलते गए। मोहित ने बताया की ऊंची पहाड़ी घने जंगल के बीच उस छोटे से रास्ते को तय करने में लगभग 2 घंटे का समय लगा। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की रास्ता गाड़ी वाला है या पैदल चलने वाल। मोहित ने कहा कि इतना जरुर है की अगर ऐसे ऐसे दमदार और सेवा भाव से अपना फर्ज निभाने वाले सिपाही, जब तक हमारे देश व प्रदेश में हैं, तब तक हम बिलकुल सुरक्षित हैं।