हिमाचल बजट सत्र : दूसरे दिन हंगामे के बीच विपक्ष का वॉकआउट
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र का आज दूसरा दिन है। दूसरे दिन प्रश्नकाल के बाद सदन में विपक्ष ने खूब हंगामा किया। दरअसल, विपक्ष के विधायकों ने जिला बिलासपुर की सीमा पर अली खड्ड योजना पर नियम 67 के तहत स्थगन प्रस्ताव पर काम रोककर चर्चा करने की मांग की। लेकिन, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने अनुमति नहीं दी। इस पर भाजपा विधायकों ने नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया। भाजपा विधायक रणधीर शर्मा द्वारा नियम 62 में चर्चा मांगी थी। विधानसभा अध्यक्ष ने इस तरह से मामला नहीं उठाने के लिए उन्हें रोका तो रणधीर शर्मा ने कहा कि उन्हें पुलिस की लाठी से चोट लगी है। यहां पर मामला नहीं उठाएंगे तो कहां उठाएंगे।
बिलासपुर को हिंदुस्तान और पाकिस्तान की सीमा बनाना ठीक नहीं
रणधीर ने कहा कि बिलासपुर को हिंदुस्तान और पाकिस्तान की सीमा बना देना ठीक बात नहीं है। बहुत सी धाराएं लगाई गई हैं। डकैती तक की धाराएं लगाई गई हैं। किसने डकैती की है? ऐसी धाराएं प्रधानों और चुने हुए प्रतिनिधियों पर लगाया जाना उचित नहीं है। यह विवाद लंबे वक्त से चल रहा है। उप मुख्यमंत्री और सीएम काम रोकने के आदेश दे रहे हैं। लेकिन मना करने के बावजूद वहां काम चला हुआ है। हाइड्रोलॉजिस्ट की रिपोर्ट के बगैर ही इतनी बड़ी योजना बनाई जा रही है। वहां स्कीम बनाना बंद करें और एफआईआर बंद करें।
इस पर उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चैहान ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण मामला है। ठेकेदार अपनी मर्जी से काम कर रहा होगा। वे नहीं चाहते कि क्षेत्र के लोगों के बीच तनाव हो। वहीं, जब स्पीकर ने कहा कि इस मामले को शुक्रवार को लगाया जाएगा तो भाजपा सदस्यों ने सदन में नारेबाजी की। विपक्ष इस पर चर्चा के लिए अड़ा रहा और सदन से वॉकआउट कर गया।