शिमला पुलिस के हत्थे चढ़ा ‘शाही महात्मा’, सेब कारोबार की आड़ में फैला रखा था चिट्टे का साम्राज्य
हिमाचल प्रदेश में चिट्टे की तस्करी के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच शिमला पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने अप्पर शिमला में चिट्टे के एक सरगना को गिरफ्तार कर उसके ड्रग्स साम्राज्य का भंडाफोड़ किया है। चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस के हत्थे चढ़ा सरगना शिमला के रोहड़ू का जाना-माना सेब कारोबारी है और इसी की आड़ में ड्रग्स तस्करी को भी अंजाम दे रहा था। अभियुक्त को शाही महात्मा के नाम से जाना जाता है, बल्कि उसका असल नाम शशि नेगी है। वह पिछले करीब छह सालों से अंतरराज्यीय ‘चिट्टा’ रैकेट चला रहा था और इसके दिल्ली में नाइजीरियन ड्रग गैंग और हरियाणा के अन्य गैंग के साथ संपर्क था। उसका जम्मू-कश्मीर में भी कुछ तस्करों के साथ संपर्क था।
एसपी शिमला संजीव कुमार गांधी ने बताया कि शशि नेगी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके गिरोह के करीब दो दर्जन तस्करों को भी पकड़ा जा चुका है। शशि नेगी बड़ी चालाकी के साथ पिछले कई सालों से यह ड्रग्स रैकेट चला रहा था। वह सेब की आड़ में ड्रग रैकेट को संचालित कर रहा था। दिलचस्प यह है कि पकड़ा गया सेब कारोबारी अपने पूरे ड्रग्ज रैकेट को व्हाट्सएप के जरिए अंजाम देता था और ड्रग्ज डिलीवरी करने वाले शख्स और इसे हासिल करने वाला व्यक्ति कभी एक-दूसरे से नहीं मिलते थे। एसपी संजीव कुमार गांधी ने आरोपी सेब कारोबारी ने इस रैकेट को इतनी कड़ियों में बांट रखा था कि उसे यकीन था कि पुलिस उस तक नहीं पहुंच सकती है। लेकिन 20 सितंबर को उसे उस वक्त झटका लगा जब पुलिस ने शिमला में इस साल की सबसे बड़ी ड्रग्स की जब्ती की। पुलिस को इस दौरान 465 ग्राम ‘चिट्टा’ मिला।
व्हाट्सएप पर होती थी ड्रग्स की मांग पुलिस के मुताबिक ड्रग्स की मांग व्हाट्सएप पर होती थी। ये लोग पहले सुनिश्चित करते थे कि ड्रग्स के वितरण से पहले यह चार हाथों से गुजरें। उन्होंने मांग लाने, ड्रग्स की आपूर्ति करने और भुगतान प्राप्त करने के लिए अलग-अलग अप्रत्याशित लोगों को नियुक्त किया। पुलिस ने जांच में पाया कि सरगना शशि नेगी खुद कभी भी किसी भी साझेदार के साथ सीधे संपर्क में नहीं आते थे। डिलीवरी करने वाला व्यक्ति ड्रग को एक अलग स्थान पर रखता और खरीदार को वहां से उठाने के लिए एक वीडियो साझा करता था। पैसे भी अलग-अलग खातों से होते हुए नेगी के खाते में पहुंचते थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पिछले 15 महीनों में आरोपियों के बैंक खातों में ढाई से तीन करोड़ रुपये के फंड फ्लो का खुलासा हुआ है। आरोपी सेब कारोबारी की पोल तब खुली जब पुलिस ने अप्पर शिमला में जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा निवासी एक तस्कर को चिट्टे की खेप के साथ पकड़ा था। आरोपी से हुई पूछताछ में सामने आया कि उसने चिट्टे की खेप को रोहड़ू में रहने वाले उक्त सेब कारोबारी तक पहुंचानी है। इसके बाद पुलिस ने आरोपी सेब कारोबारी के ड्रग साम्राज्य पर शिकंजा कसा और उसके गिरोह का पर्दाफाश किया। वह अप्पर शिमला के रोहड़ू, जुब्बल कोटखाई और ठियोग इत्यादि इलाकों में ड्रग्स की डिलीवरी करवाता था।