कांगड़ा : तकीपुर महाविद्यालय में एक पर्व के रूप में मनाया हिंदी दिवस

हिंदी भाषा है सम्मान , स्वाभिमान और गर्व की : डॉ के एस अत्री
मनोज कुमार। कांगड़ा
अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय महाविद्यालय तकीपुर में हिंदी भाषा के प्रचार -प्रसार और उसके उपयोग के प्रोत्साहन के लिए समर्पित 14 सितंबर का दिन विश्व हिंदी दिवस एक पर्व के रूप में मनाया गया। इस कार्यक्रम में नारा लेखन, काव्य पाठ एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं में छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ केएस अत्री ने विद्या की देवी मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया। इस पावन पर्व पर डॉ. केएस अत्री ने कहा कि राष्ट्र भाषा विभिन्न प्रांतों में रहने वाले लोगों को एक राजनीतिक इकाई के रूप में संगठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह भौगोलिक तथा राजनीतिक रूप से संगठित प्रदेशों के मध्य भावनात्मक तथा संस्कृति एकता की भावना को विकसित करती है। राष्ट्रभाषा के अभाव में राष्ट्र की कल्पना नहीं की जा सकती। डॉ. अत्री ने कहा कि प्राचीन समय में हमारे देश में राष्ट्रभाषा के रूप में संस्कृत को मान्यता थी।
यह भाषा संपूर्ण भारत को एक सूत्र में बांधे हुए थी। 19वीं शताब्दी के प्रारंभ में भारत में ब्रिटिश साम्राज्य की स्थापना हुई तथा अंग्रेजी भाषा में भारत के सभी प्रदेशों को एक सूत्र में बांधा, परंतु यह भाषा भारत की जन भाषा नहीं बन पाई। इसे देश के लगभग 21 परसेंट व्यक्ति ही सीख पाए। जन सामान्य में इस भाषा के प्रति कोई रुचि नहीं थी। डॉ. अत्री ने कहा कि हमारे देश के विद्वान एवं समाज सुधारकों की शुरू से ही यह मान्यता थी कि विदेशी भाषा किसी भी स्थिति में भारतीय जनमानस की अभिव्यक्ति नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि भारत की स्वतंत्रता के बाद 14 सितंबर, 1949 को संविधान सभा ने एकमत से यह निर्णय लिया कि हिंदी की खड़ी बोली ही भारत की राजभाषा होगी। निर्णायक मंडल के सदस्यों के रूप में प्रोफेसर अमरीश घई, प्रोफेसर पवन धीमान, (भाषण) डॉ. भगवान दास, प्रो. विजय कुमार (काव्य पाठ) प्रो. श्रुति शर्मा, डॉ प्रीति वाला व प्रो. लेखराज (नारा लेखन) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कोमल बीएससी प्रथम वर्ष द्वितीय स्थान नेहा बीए तृतीय वर्ष तृतीय स्थान सिमरन चौधरी बीए प्रथम वर्ष ने प्राप्त किया।
काव्य पाठ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान श्रेया द्वितीय वर्ष द्वितीय स्थान पायल बेगम बीए प्रथम वर्ष तृतीय स्थान पीयूषा ठाकुर बीए प्रथम वर्ष ने प्राप्त किया। नारा लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान साक्षी बीए द्वितीय वर्ष द्वितीय स्थान मन्नू चौधरी बीए प्रथम वर्ष तृतीय स्थान वंशिका बीए तृतीय वर्ष ने प्राप्त किया। इस अवसर पर हिंदी विभाग की ओर से मुख्यातिथि प्राचार्य डॉ. के एस अत्री के द्वारा विजेता प्रतिभागियों, निर्णायक मंडल के सभी सदस्य एवं हिंदी में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए श्री जनक राज एवं मनीष को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में हिंदी विभाग की ओर से मुख्यातिथि डॉ. केएस अत्री को डॉ, अश्विनी शर्मा द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। धन्यवाद प्रस्ताव बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा नम्रता द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर प्रो. संजीव पुरी, डॉ. सुनील, प्रो. सतपाल, सविता इत्यादि भी उपस्थित रहे।