ज्वालामुखी : सीएम की घोषणा के बाद भी खुंडियां में नहीं खुल पाया एचआरटीसी बस डिपो और बस अड्डा

विनायक ठाकुर । ज्वालामुखी
उपमंडल ज्वालामुखी के अंतर्गत चंगर क्षेत्र में बीते कुछ समय पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा खुंडियां तहसील में बस डिपो व बस अडडा ओर वर्कशॉप खोलने की घोषणा की गई थी। स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों एवं लोगों का कहना है कि पांच वर्ष में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की घोषणा पर विभाग अभी तक अमल नहीं कर पाया। लोगों का कहना है कि पांच साल पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र के खुंडियां तहसील में बस डिपो व बस अड्डा और वर्कशॉप बनाने की घोषणा की थी, परंतु पांच वर्ष में न सरकार की अफसरशाही और नहीं सरकार इस घोषणा को अमलीजामा पहना सकी। लोगों का कहना है कि अगर मुख्यमंत्री की घोषणा पर ही अमलीजामा नहीं पहना सके, तो विधायक और मंत्री की गई घोषणाओं का क्या होगा। पहले जमीन का मामला चलता रहा, परंतु प्रशासन पांच वर्ष में जमीन विभाग के नाम नहीं करवा सका। यह प्रशासन की घोर लापरवाही को दर्शाता है। अब लोगों ने अपनी निजी भूमि भी दे दी है, फिर भी सरकर व विभाग इस बाबत कोई कारवाई करता नजर नहीं आ रहा है।
चंगर क्षेत्र के अंतर्गत पड़ती पंचायत लगडु प्रधान लता देवी, हरदीपपुर प्रधान संजु शर्मा, पुखरू प्रधान कुशल ठाकुर, डोला प्रधान ललिता चौहान, थिल प्रधान सुनील कुमार, बारी कला सतबीर सिंह, पीहडी प्रधान विक्रम सिंह, नाहलियां प्रधान कमलजीत सिंह, सलिहार प्रधान लवनीश नाथ, पृथ्वी सिंह, बलदेव सिंह, रणबीर सिंह, कमलेश कुमार, किसान मोर्चा जिला देहरा महामंत्री संजय राणा, जरुडी प्रधान सुषमा देवी, टिप प्रधान सुनीता देवी, बरोग लाहड प्रधान अनु देवी, घरना प्रधान दलीप सिंह, बग प्रधान सुती देवी, देहरू प्रधान आशा कुमारी, सुरानी पंचयात प्रधान बीरबल सिंह, युवा मोर्चा के अध्यक्ष अजय राणा, महामंत्री अजय राणा, चंगर विकास सभा के अध्यक्ष बलदेब सिंह व भाजपा मंडल अध्यक्ष मान सिंह राणा का कहना है कि सरकार द्वारा की गई घोषणा को जल्द पूरा किया जाए, ताकि स्थानीय लोगों को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े। सरकार विभिन्न क्षेत्रों में करोड़ों रुपए के प्रोजेक्ट के शिलान्यास, उद्घाटन कर रही है। खुंडिया में तो इसकी घोषणा हो चुकी है, फिर भी इस कार्य पर अमलीजामा क्यों नहीं पहनाया जा रहा है। सरकार जल्द खुंडिया में एचआरटीसी बस अड्डा, डिपोव व र्कशॉप खोले।