आईएफएस अधिकारी अरण्यपाल नागेश कुमार गुलेरिया हुए सेवानिवृत
जाइका वानिकी परियोजना के मुख्य निदेशक एवं वन विभाग के अतिरिक्त मुख्य प्रधान अरण्यपाल नागेश कुमार गुलेरिया आज सेवानिवृत हुए। जाइका वानिकी परियोजना कार्यालय शिमला में आयोजित सेवानिवृति समारोह का आयोजन कर यहां के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने नागेश गुलेरिया को विदाई दी। परियोजना निदेशक श्रेष्ठानंद शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह में यहां विराजमान अधिकारी एवं कर्मचारियों ने नागेश गुलेरिया को सेवानिवृति के बाद, जीवन की दूसरी पारी शुरू करने की शुभकामनाएं दी।
जाइका स्टाफ को संबोधित करते हुए नागेश कुमार गुलेरिया भावुक हुए और उनकी आंखों से आंसू भी छलकने लगे। उन्होंने कहा कि वन विभाग के साथ-साथ जाइका वानिकी परियोजना में सेवाएं देते वक्त सभी कर्मचारियों एवं अधिकारियों का पूरा प्यार मिला। नागेश गुलेरिया ने कहा कि यहां मौजूद स्टाफ का आभार व्यक्त किया।
वन विभाग में सेवाओं पर गौर करें तो नागेश कुमार गुलेरिया नवंबर 1985 में मात्र साढ़े 21 वर्ष की आयु में बतौर हिमाचल प्रदेश वन सेवा अधिकारी के पद पर नियुक्त हुए तथा वर्ष 1994 में भारतीय वन सेवा में आए। उन्होंने 39 वर्षों तक वन विभाग में विभिन्न पदों पर उत्कृष्ट सेवाएं दी है। प्रदेश के विभिन्न वन मंडलों में बतौर डीएफओ उसके बाद, विभाग में सीसीएफ और एपीसीसीएफ के पद पर सेवाएं देते हुए प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों की जनता के लिए आजीविका कमाने का रास्ता तलाश कर उनके लिए सेतु का कार्य किया है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम में निदेशक के पद पर भी सेवाएं दी हैं।
गौरतलब है कि नागेश कुमार गुलेरिया ने वर्ष 1985 से 1987 तक राज्य वन सेवा महाविद्यालय बर्नीहार्ट असम में प्रशिक्षण ग्रहण किया। जिसके बाद 1987 में बतौर एसीएफ चौपाल में इनकी प्रथम नियुक्ति हुई। उसके बाद 1995 से 1998 तक ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के निदेशक रहे, 1998 से 2002 तक डीएफओ बिलासपुर के पद पर रहे। इस दौरान इन्होंने वहां खैर के अवैध कटान पर पूरी तरह से नकेल कसी। इसके पश्चात वे वर्ष 2002 से 2007 तक डीएफओ शिमला के पद पर रहे उस समय भी उन्होंने हिमाचल प्रदेश ईको टूरिज्म की नीति तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वर्ष 2007 से 2010 तक डीएफओ वाइल्ड लाइफ शिमला के पद पर सेवाएं दी। आईएफएस अधिकारी नागेश कुमार गुलेरिया अगस्त 2019 से आज तक जाइका वानिकी परियोजना में मुख्य परियोजना निदेशक के पद पर सेवाएं दी।