प्रदेश सरकार संस्थाओं को मजबूत करने की बजाय इन्हें कर रही कमज़ोर: भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संजय शर्मा
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संजय शर्मा ने आरोप लगाया कि कांगड़ा जिला के संस्थाओं को मजबूत बनाने की बजाय सरकार इन्हें कमजोर कर रही है। ताजा उदाहरण आर्किटेक्ट विंग कांगड़ा जोन के धर्मशाला स्थित कार्यालय से स्टाफ को कम करना जोकि अन्य जोन के मुकाबले पहले से ही बहुत कम है। उन्होंने कहा कि एक बार फिर सरकार की तरफ से कांगड़ा जिला के लोगों के हितों पर कुठाराघात है और यह सरकार की मानसिकता को दर्शाता है कि सरकार राजनीतिक और प्रशासनिक तौर पर कांगड़ा जिला को कमजोर करना चाहती है।
आर्किटेक्ट विंग धर्मशाला में पहले से ही शिमला के मुकाबले बहुत कम स्टाफ था लेकिन वहां से पदों को शिमला में बदलकर शिमला के 51 पदों के स्थान पर उनको 62 कर देना कहां तक उचित है?
मंडी जोन से भी 18 पदों में से 8 पद शिमला बदल देना मंडी के लोगों के साथ भी भेदभाव की राजनीति सरकार कर रही है। कांगड़ा जिला की जनता के समर्थन से बनी सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार कांगड़ा जिला की जनता के साथ आए दिन सौतेला व्यवहार कर रही है। आर्किटेक्ट विंग के अतिरिक्त यदि अन्य विषयों पर भी बात करें तो सरकार की बेरुखी जनता की समझ से बाहर है। केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के उत्तरी परिसर के निर्माण के लिए सरकार की तरफ से वन विभाग को देय 30 करोड़ रूपय नहीं देना और मुख्यमंत्री द्वारा उसके ऊपर बहाने बाजी बनाना दर्शाता है कि मुख्यमंत्री कांगड़ा जिला के लिए कैसी भावना रखते हैं।
बजट के अंदर भी कांगड़ा जिला के लिए किसी योजना का जिक्र नहीं है न ही कोई बजटीय प्रावधान है। मात्र कुछ कोरी घोषणाएं हैं जिनका धरातल पर कोई आधार नहीं है। यही नहीं मुख्यमंत्री राजनीतिक तौर पर भी कांगड़ा जिला को प्रताड़ित कर रहे हैं जहां पूर्व की सरकारों में कांगड़ा जिला के महत्व को देखते हुए पूर्ण राजनितिक प्रतिनिधित्व दिया जाता था वहां पर 1 वर्ष के बाद कुल दो मंत्री देकर मुख्यमंत्री ने किनारा कर लिया है।