दयानंद आदर्श विद्यालय सोलन में अंतरसदनीय वैदिक मंत्रोच्चारण प्रतियोगिता का आयोजन

शनिवार को दयानंद आदर्श विद्यालय सोलन के प्रांगण में अंतरसदनीय वैदिक मंत्रोच्चारण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विद्यालय की प्रिंसिपल उषा मित्तल ने बताया कि इस प्रतियोगिता का संचालन विद्यालय के संगीत शिक्षक संतोष कुमार और एक्टिविटी इंचार्ज अंजना के मार्गदर्शन में हुआ। उन्होंने ने बताया कि ऐसी प्रतियोगिताओं का उद्देश्य विद्यार्थियों को अपनी वैदिक संस्कृति, नैतिक मूल्यों और धर्म का बोध कराना है। इससे वे अपने धर्म व संस्कारों के प्रति जागरूक होते हैं। उन्होंने कहा कि इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से विद्यालय अपने संस्थापक सदस्यों के सपनों को साकार करने की दिशा में प्रगति कर रहा है। ऐसी पहल न केवल विद्यार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ाती है, बल्कि उनका मानसिक विकास भी सुनिश्चित करती है। इस प्रतियोगिता में कक्षा 8वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया। समारोह का मंच संचालन प्रियांशी और दीपांशी ने कुशलतापूर्वक किया।प्रतियोगिता के लिए प्रतिभागियों को चार सदनों की टीमों में विभाजित किया गया था। पवन शास्त्री ने निर्णायक की भूमिका निभाई। प्रतियोगिता के विजेता विरजानंद हाउस की वंशिका, अक्षिता और इशिता रहीं, जबकि श्रद्धानंद हाउस की हर्षिता, सलोनी और नाभ्या ने भी विजेता स्थान प्राप्त किया। दयानंद हाउस की रक्षिता, तान्या और आरती तथा विवेकानंद हाउस की इच्छा, लक्षिता और दीक्षा को उपविजेता घोषित किया गया।
प्रिंसिपल उषा मित्तल ने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी और उन्हें भविष्य में भी ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रतियोगिता में भाग लेना, जीतने से ज्यादा महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम का समापन शांति पाठ के साथ हुआ।