पांगी में पहली बार हुआ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन
पांगी में पहली बार भारत में जनजातीय पहचान मुद्दे चुनौतियां और आगे की राह पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। यह आयोजन पहली और 2 अक्टूबर को ऑनलाइन और 4 अक्टूबर को ऑफलाइन राजकीय महाविद्यालय किल्लाड़ पांगी में किया गया। इसकी संयोजक डॉ. प्रोमिला देवी प्रभारी प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय पांगी हैं। इसमें मुख्य अतिथि आवासीय आयुक्त रितिका जिंदल तो विशिष्ट अतिथि के एसडीएम पांगी रमन घरसंगी व डॉ. राकेश राठौर उपस्थित रहे। इस तीन दिवसीय सम्मेलन में 125 से अधिक प्रस्तुतकर्ताओं ने ऑनलाइन तो 20 से अधिक ऑफलाइन प्रस्तुतियां दी गईं। जिसमें डॉ. मुकेश कुमार, प्रो इंदु दुग्गल, डॉ. भूपेंद्र कुमार, प्रो इंदु ठाकुर, प्रो. दिनेश सिंह, प्रो व्यास, प्रो विजय कुमार, प्रो भूमेश कुमार राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला की छात्रा रेखा राणा सहित कई प्रस्तुत कर्ता ने अपनी प्रस्तुती दी।
इस सम्मेलन में जनजातीय विकास विभाग हिमाचल प्रदेश शिमला द्वारा वित्त पोषित का सहयोग किया गया। राजकीय महाविद्यालय पांगी की प्रभारी प्राचार्य ने कहा कि पांगी जैसे दुर्गम क्षेत्र में पहली बार अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजित किया गया, जिसमें उन्हें इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कई समस्याओं का सामना करना पड़ा।