मुख्यमंत्री स्टार्टअप स्कीम के तहत इन्क्यूबेशन सैंटर जोगिन्दर नगर की बैठक आयोजित
मुख्यमंत्री स्टार्टअप स्कीम के अंतर्गत जोगिन्दर नगर स्थित आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान में स्थापित राष्ट्रीय पादप बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय में इन्क्युबेशन सैंटर को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में आयुर्वेद व वनौषधियों पर आधारित नवोन्वेषी विचार के साथ शोध कार्य कर रहे 7 इंक्युबिटी के कार्यों की समीक्षा की गई। साथ ही निर्णय लिया गया कि इंक्युबिटी की सुविधा के लिए अब जोगिन्दर नगर में ही आयुर्वेद व औषधीय पौधों बारे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हुए शोध की जानकारी को लेकर इंक्युबिटी को जोगिन्दर नगर में ही डाटा एक्सेस की सुविधा मुहैया करवाई जाएगी। इस बात की जानकारी देते हुए आयुष मंत्रालय भारत सरकार के राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशक उत्तर भारत स्थित जोगिन्दर नगर डॉ. अरूण चंदन ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान जोगिन्दर नगर में स्थापित इस क्षेत्रीय कार्यालय को आयुर्वेद व वनौषधियों के लिए मुख्यमंत्री स्टार्टअप स्कीम के तहत इंक्यूबेशन केन्द्र के तौर पर स्थापित किया है। प्रदेश सरकार के उद्योग विभाग के माध्यम से चयनित होकर सात इंक्युबेटर यहां आयुर्वेद एवं औषधीय पौधों पर आधारित अपने नवोन्वेषी विचार के साथ शोध कार्य कर रहे हैं। जिनमें कमलेश बवासीर की बीमारी को लेकर उत्पाद, राजेश हर्बल डिर्जेंट, अमित पोषण संबंधी जड़ी बूटी उत्पाद, जतिन बहल मार्केटिंग, मोहम्मद रियाज सूरा एवं आसव अरिष्ट, सिद्धित तांबा स्पिति के उत्पाद तथा अनुराधा सैणी जड़ी बूटियों से तैयार क्षारीय आयुर्वेदिक जल पर कार्य कर रहे हैं। इन सभी के अब तक हुए कार्यों की समीक्षा की गई तथा पाया गया कि कोरोना महामारी के इस कठिन समय में भी सभी इंक्यूबेटर के कार्य प्रगति पर हैं तथा आगामी 2 माह के भीतर इन सभी प्रोडक्ट्स को मार्केट में उतारने की पूरी तैयारी है।
उन्होने बताया कि बैठक में आयुर्वेद एवं औषधीय पौधों पर आधारित शोध कार्य कर रहे इंक्युबिटी को भारत व भारत से बाहर अपने तैयार प्रोडक्टस का पेटेंट करवाने को लेकर भी कार्य करने को कहा ताकि इन तैयार प्रोडक्टस को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिल सके। प्रदेश सरकार ने नवोन्वेषी विचार के साथ शोध कार्य करने वाले बेरोजगार युवाओं के लिए मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना, सीएम स्टार्टअप के साथ-साथ कई अन्य योजनाएं शुरू की हैं जिनके तहत सरकार आर्थिक मदद भी प्रदान कर रही है। बैठक में डॉ. अरूण चंदन के अतिरिक्त डॉ. डी.आर. नाग, उज्जवलदीप, डॉ. सौरभ शर्मा, शीतल चंदेल सहित शोध कार्य कर रहे इंक्युबिटी उपस्थित रहे।