शनिवार, हिमाचल कैबिनेट की बैठक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हो रही है। इस बैठक में प्रधानमंत्री के दौरे के साथ साथ पर्यटन विकास, कोरोना व ऐसे कई अन्य अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। आज की इस बैठक में बाहरी राज्यों के लिए बसें चलाने और डिपुओं में पॉस मशीनों से राशन देने पर भी फैसला हो सकता है। बैठक में शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर, मंत्री सरवीण चौधरी व अन्य नेतागण शामिल हुए है। हालांकि बैठक से सरकार के दो मंत्री नदारद रहे। उद्योग एवं परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर और पंचायती राज एवं पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर अनुपस्थित रहे। बिक्रम ठाकुर स्टाफ सदस्य के संक्रमित पाए जाने के बाद क्वारंटाइन हैं।
उपमंडल बैजनाथ के साथ लगते गांव 78 मील में बुधवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ जिसमें बाइक सवार ट्रक के अगले पहिए के नीचे आ गया जिस कारण उसकी ऑन द स्पॉट डेथ हो गई। वहीँ साथ में एक अन्य गंभीर रूप से घायल है। मृत युवक मझैरना गांव का बताया जा रहा है।
भाजपा की तेज़तर्रार नेता व पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा ने सोमवार को पंचकूला के एक निजी अस्पताल में आखिरी सासें लीं। उनके आकस्मिक निधन से पुरे हिमाचल प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है। बता दें श्यामा पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही थीं। सोमवार को अचानक उनकी तबियत बिगड़ी और उन्हें नाहन स्थित मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहाँ से उन्हें चंडीगढ़ PGI रेफेर कर दिया गया पर श्यामा ने बीच रस्ते में ही दम तोड़ दिया। पूर्व मंत्री श्यामा ने 16 सितम्बर को ही प्रधानमंत्री मोदी को फेसबुक पर शुभकामनाएं प्रेषित की थीं, पर उस समय कौन जनता था वह चंद रोज़ में दुनिया को अलविदा कह देंगी। श्यामा अपनी आखिरी समय तक राजनीती व समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय रहीं। उनका राजनितिक करियर 42 सालों का रहा। वह तीन बार विधायक और एक बार मंत्री भी रहीं। उन्होंने भाजपा को जिला सिरमौर में पहचान दिलाई व संगठन के लिए कई बड़े कार्य किए। उन्होंने छात्र राजनीती से अपना करियर शुरू किया। उन्होंने पहली बार 1977 में नाहन विधानसभा से चुनाव लड़ा था और जीत भी हासिल की। श्यामा शर्मा नाहन से तीन बार विधायक 1977, 1982 व 1990 में रही। 1977 में वह तात्कालीन सरकार मेें पंचायती राज, खाद्य एवं आपूर्ति तथा विधि मंत्री रही। इसके बाद प्रेम कुमार धूमल की सरकार में राज्य योजना बोर्ड की उपाध्यक्ष भी रही। मुख्यमंत्री ने जताया शोक हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा के निधन पर शोक जताया है। सीएम ने कहा श्यामा शर्मा ने पार्टी और जनता की निस्वार्थ एवं समर्पण भाव से सेवा की है। भगवान उनकी दिवंगत आत्मा काे शांति प्रदान करे व परिवार को यह दुख सहने की शक्ति दे।
शहीद कैप्टन बिक्रम बत्रा कॉलेज पालमपुर में "कोविड -19 दुनिया मे समाजशास्त्र की प्रासंगिकता" विषय पर 25 से 26 सितंबर तक दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बेबिनार का आयोजन किया जाएगा। जानकारी देते हुए आयोजन समिति के सचिव प्रोफेसर सुजीत सरोच ने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय बेबिनार मे देश -विदेश के विश्वविद्यालयों व कॉलेजों के शिक्षाविद, प्रोफेसर, रिसर्च स्कॉलर व विधार्थी भाग ले रहे है जो कोविड -19 वैश्विक महामारी के समाज पर पड़ने वाले प्रभाव व समाजशास्त्र की भूमिका पर अपने-अपने शोध पत्र प्रस्तुत करेगे। उन्होंने कहा कि इस बेबिनार का आयोजन सोशलोजी सोसायटी आफ हिमाचल प्रदेश व समाजशास्त्र विभाग, शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा कॉलेज पालमपुर द्वारा किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस वेबिनार का संचालन बत्रा कॉलेज पालमपुर के सम्मेलन कक्ष से किया जाएगा जिसमें प्रतिभागी अपने -अपने शोध पत्र आनलाइन प्रस्तुत करेंगे।
शिक्षकों और विद्यार्थियों को स्कूलों में बुलाने को लेकर अगले सप्ताह एसओपी जारी होगी। केंद्र सरकार से जारी अनलॉक-4 की गाइडलाइन के अनुसार 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को 21 सितंबर से स्कूलों में बुलाने को हरी झंडी मिल गई है। केंद्र ने अभिभावकों के सहमति पत्र पर बच्चों को स्कूलों भेजने को मंजूरी दी है। केंद्र ने इसका अंतिम फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ा है। केंद्र की ओर से बीते दिनों एसओपी भी जारी की गई है। इसी कड़ी में शिक्षा विभाग ने भी एसओपी तैयार कर अंतिम मंजूरी के लिए फाइल शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर को भेज दी है। केंद्र से जारी गाइडलाइन में 30 सितंबर तक स्कूलों, कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों को बंद रखने का फैसला लिया गया है। हालांकि, केंद्र सरकार ने राज्यों को अपने स्तर पर फैसले लेने के लिए कुछ छूट भी दी है। प्रदेश शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार ने कंटेनमेंट जोन से बाहर वाले स्कूलों में नवीं से जमा दो कक्षा को शुरू करने के लिए एसओपी जारी कर दी है। हिमाचल ने भी अपनी एसओपी तैयार कर ली है। केंद्र सरकार ने 21 सितंबर से 50 फीसदी शिक्षकों और गैर शिक्षकों को भी स्कूल बुलाने को कह दिया है। ऐसे में पहली से आठवीं कक्षा की ऑनलाइन पढ़ाई की मानीटरिंग 21 सितंबर से शिक्षक स्कूल आकर ही करेंगे। एसओपी में शिक्षकों और विद्यार्थियों के आने-जाने को लेकर सभी नियम तय किए जाएंगे।
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने जारी एक प्रैस बयान में कहा कि विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 17 सितम्बर को जन्मदिवस है तथा पार्टी प्रत्येक वर्ष प्रधानमंत्री का जन्मदिवस "सेवा सप्ताह’’ के रूप में मनाती है। प्रत्येक वर्ष पार्टी के सभी कार्यकर्ता विभिन्न प्रकार के सेवा के कार्यक्रम पूरे सप्ताहभर करके प्रधानमंत्री की दीर्घायु व स्वस्थ जीवन की कामना करते हैं। यह सेवा सप्ताह 14 सितम्बर से 20 सितम्बर, 2020 तक पूरे प्रदेश में मनाया जाएगा जिसके लिए प्रदेश उपाध्यक्ष राम सिंह को प्रभारी बनाया गया है। सुरेश कश्यप ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का 70वां जन्मदिवस है इसलिए इस सेवा सप्ताह में प्रत्येक मण्डल में कम से कम 70 दिव्यांगों को विभिन्न प्रकार के कृत्रिम अंग एवं उपकरण प्रदान करने का पार्टी ने निर्णय लिया है। इसी प्रकार गरीब भाईयों एवं बहनों को आवश्यकतानुसार चश्में प्रदान किए जाएंगे। उन्होनें कहा कि प्रत्येक जिले में गरीब बस्ती एवं अस्पतालों में कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए फल वितरण के कार्यक्रम किए जाएंगे तथा कोविड-19 से प्रभावित 70 लोगों को स्थानीय आवश्यकतानुसार एवं अस्पताल के माध्यम से प्लाजमा डोनेट किए जाएंगे। इस कार्यक्रम के लिए प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री प्रवीण शर्मा को प्रभारी बनाया गया है।
सरकार ने 4 सितंबर को कैबिनेट बैठक में धार्मिक स्थलों को खोलने का निर्णय लिया था जिसके बाद आज प्रदेश में धार्मिक स्थलों को खोल दिया गया है। इसे ले कर एसओपी जारी किए गए। देवभूमि हिमाचल प्रदेश में भी आज सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार मंदिरों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। शिमला स्थित प्रसिद्ध तारादेवी मंदिर , जाखू मंदिर एवं संकटमोचन मंदिर सहित अन्य धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं ने दिशा-निर्देशों के अनुसार ही दरशन किए। एसओपी के तहत मंदिर परिसरों में सभी तैयारियां की जा चुकी हैं। सराहन स्थित प्रसिद्ध मां भीमाकाली मंदिर में सुबह सात से शाम साढ़े छह बजे तक भक्तों को माता के दर्शन करने की अनुमति रहेगी। शाम सात बजे मंदिर के कपाट बंद होंगे। मां चिंतपूर्णी का दरबार सुबह 9 से शाम 7 बजे तक श्रद्धालुओं के लिए खुलेगा। श्रद्धालु प्रसाद ले जा सकेंगे, लेकिन इसे चढ़ाने पर मनाही रहेगी। श्री नयना देवी जी मंदिर में रोजाना एक हजार श्रद्धालु दर्शन कर पाएंगे। मंदिर में 60 साल से अधिक और 10 साल से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं के प्रवेश पर फिलहाल रोक रहेगी। शक्तिपीठ बज्रेश्वरी मां के दर्शन भक्त सुबह सात से शाम सात बजे तक करेंगे। मां चामुंडा के दर्शन भी इसी समय हो सकेंगे। हरियाणा और हिमाचल की सीमा पर त्रिलोकपुर स्थित माता बालासुंदरी मंदिर, पांवटा साहिब के ऐतिहासिक गुरुद्वारे में सुरक्षा के विशेष इंतजाम हैं। दियोटसिद्ध स्थित बाबा बालक नाथ मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को ई-पास बनवाना होगा। मंदिर प्रतिदिन सुबह छह बजे खुलेगा और शाम 7 बजे बजे बंद होगा। प्रतिदिन लगभग 500 श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी जाएगी।
मेष आज के दिन आत्ममथंन कई मुश्किलों से बाहर निकालने में आपकी मदद करेंगे। ऑफिशियल कार्यों में भी जल्दबाजी के चलते गलती होने की प्रबल आशंका बनी हुई है, हो सकता है पिछला कार्य पुनः करना पड़ जाए। कारोबार को बढ़ाने के लिए अपनी क्षमता व योग्यता का पूरा प्रदर्शन करेंगे जिसमें सफलता भी मिलेगी। युवाओं के कुछ सपने अधुरे रहने से मन उदास रहेगा। सेहत में शारीरिक कमजोरी महसूस होगी जो किसी स्वास्थ्य संबंधित बीमारी का कारण बन सकती है, थैरपी लेने के लिए समय उपयुक्त चल रहा है। घर पर रहते हुए सदस्यों के साथ फैमली डिनर की प्लानिंग कर सकते हैं। वृष आज के दिन मन में द्वंद की स्थिति रहेगी जो कार्यों में अनेक अवरोध डाल सकती है। जिस पर आप सबसे ज्यादा विश्वास करते हैं, वहीं अविश्वास का कारण बन सकता है। कर्मक्षेत्र में सहकर्मियों से संपर्क को कमजोर न होने दें, वर्तमान समय में यह बेहद जरूरी है। व्यावसायिक गतिविधियाँ सामान्य रूप से चलती रहेंगी, साथ ही छोटे-मोटे निवेश करने के लिए दिन उपयुक्त है। हेल्थ की बात करें तो आंखों में दर्द या इंफेक्शन की समस्या उत्पन्न हो सकती है इसका तुरंत इलाज करना ही सही रहेगा, अन्यथा भविष्य में परेशानियां झेलनी पड़ेगी. संतान से संबंधित कोई शुभ सूचना मिलने की संभावना है। मिथुन आपके मूड में बारंबार परिवर्तन आने के कारण मन में अनिश्चितता रहेगी । परिणामस्वरूप मानसिक अस्वस्थता अनुभव करेंगे। पारिवारिक सदस्यों के साथ बातचीत करके और आवश्यक लगे तो विशेषज्ञों की सलाह लेकर बेचैनी कम कर सकेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखने की गणेशजी की सलाह है। कर्क गणेशजी की कृपा से आज आप जो कुछ भी विचार करेंगे और युक्ति-प्रयुक्तियों को अजमाएँगे उसमें आपको सफलता मिलेगी। विद्यार्थी अध्ययन में अच्छा प्रदर्शन करेंगे तथा अधूरे कार्य पूरे होंगे। आप अपनी कल्पनाशक्ति का अच्छा चमत्कार दर्शा सकेंगे। संक्षेप में आज का दिन आपके लिए खुशी का और विविधतापूर्ण रहेगा सिंह आज के दिन आध्यात्मिकता की तरफ भी थोड़ा रूझान बढ़ाना चाहिए, जिससे आप प्रसन्नता व आत्मिक शांति का अनुभव करेंगे। ऑफिशियल कार्य समय रहते पूर्ण होंगे जिससे अन्य कार्यों के लिए भी पर्याप्त समय मिलेगा। व्यापारियों का बैंकिग संबंधित कार्य में रुकावट आने की वजह से मन में झुंझलाहट रहने की आशंका है। युवाओं को मनपसंद विषयों में अच्छे परिणाम मिलने से वह प्रसन्न रहेंगे। मुंह में छालें हो सकते हैं, यह समस्या पेट की गर्मी की वजह से होगी। संतान की हैबिट्स पर ध्यान रखें. अगर आपकी संतान छोटी है तो खेलते समय उसका विशेष ध्यान रखें, गिर कर चोट लग सकती है। कन्या आशावादी बनें और उजले पक्ष को देखें। आपका विश्वास और उम्मीद आपकी इच्छाओं व आशाओं के लिए नए दरवाज़े खोलेंगी। भविष्य में अगर आपको आर्थिक रुप से मजबूत बनना है तो आज से ही धन की बचत करें। आपका मज़ाकिया स्वभाव सामाजिक मेल-जोल की जगहों पर आपकी लोकप्रियता में इज़ाफ़ा करेगा। आप अपने प्रिय की बांहों में आराम महसूस करेंगे। आज अनुभवी लोगों से जुड़कर जानने की कोशिश करें कि उनका क्या कहना है। यदि आपको व्यस्त दिनचर्या के बाद भी अपने लिए समय मिल पा रहा है तो आपको इस समय का सदुपयोग करना सीखना चाहिए। ऐसा करके अपने भविष्य को आप सुधार सकते हैं। आप और आपका हमदम एक-दूसरे से आज एक-दूसरे की ख़ूबसूरत भावनाओं का इज़हार कर सकेंगे। तुला ससुराल वालों से नाराजगी और किसी बात को लेकर लड़ाई हो सकती है। बात करते समय अपना संयम न खोए किसी पेचीदा बात को रखते समय ना सीमा का उल्लंघन करें, ना होने दें। वरिष्ठ व्यक्ति की जिद के आगे आज आपको झुकना पड़ेगा। अहंकार आपका सबसे बड़ा शत्रु होगा। बहुत कष्ट से किए हुए काम में असफलता मिल सकती है। लेकिन, अपना आत्मविश्वास कम ना होने दें। अगर बात किसी जमीन से जुड़े मुद्दे की है, तो अपनी बात पर कायम रहें। वृश्चिक शारीरिक बीमारी के सही होनी की काफ़ी संभावनाएँ हैं और इसके चलते आप शीघ्र ही खेल-कूद में हिस्सा ले सकते हैं। जो लोग काफी वक्त से आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे उन्हें आज कहीं से धन प्राप्त हो सकता है जिससे जीवन की कई परेशानियां दूर हो जाएंगी। अपने जीवन-साथी के साथ प्यार, अपनापन और स्नेह महसूस करें। मुहब्बत की टीस आज रात आपको सोने नहीं देगी। आप क़ामयाबी ज़रूर हासिल करेंगे – बस एक-एक करके महत्वपूर्ण क़दम उठाने की ज़रूरत है। आपके पास समय तो होगा लेकिन बावजूद इसके भी आप कुछ ऐसा नहीं कर पाएंगे जो आपको संतुष्टि दे। जीवनसाथी के साथ एक आरामदायक दिन बीतेगा। धनु आज का दिन आपके लिए मध्यम रूप से फलदायक रहेगा। आपको अपने विरोधियों से कुछ परेशानी हो सकती है। घर परिवार के लोग किसी बात को लेकर वाद-विवाद कर सकते हैं। आप एक बुद्धिमान व्यक्ति की तरह उन्हें कोई काम की सलाह देंगे जो बहुत काम आएगी। शादीशुदा लोगों के गृहस्थ जीवन के लिए दिनमान अच्छा रहेगा। प्रेम जीवन बिता रहे लोग रिश्ते में कुछ दिक्कतें महसूस करेंगे। आपका प्रिय गुस्से में आकर आपको उल्टा सीधा बोल सकता है। इनकम सामान्य रहेगी और सेहत बढ़िया रहेगी। काम के सिलसिले में दिनमान आपके पक्ष में रहेगा। मकर अच्छी चीज़ों को ग्रहण करने के लिए आपका दिमाग़ खुला रहेगा। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को आज धन की बहुत आवश्यकता पड़ेगी लेकिन बीते दिनों में किये गये फिजुलखर्च के कारण उनके पास पर्याप्त धन नहीं होगा। कोई ऐसा रिश्तेदार जो बहुत दूर रहता है, आज आपसे संपर्क कर सकता है। आप रोमांटिक ख़यालों और सपनों की दुनिया में खोए रहेंगे। दफ़्तर की राजनीति हो या फिर कोई विवाद, चीज़ें आपके पक्ष में झुकी नज़र आएंगी। खेलकूद जीवन का जरुरी हिस्सा है लेकिन खेलकूद में इतने भी व्यस्त न हो जाएं कि आपकी पढ़ाई में कमी आ जाए। मुमकिन है कि आपके माता-पिता आपके जीवनसाथी को कुछ शानदार आशीर्वाद दें, जिसके चलते आपके वैवाहिक जीवन में और निखार आएगा। कुंभ आपके लिए आज का दिन अच्छा रहेगा। पारिवारिक जिम्मेदारियां निभाएंगे और सेहत को लेकर थोड़े चिंतित हो सकते हैं लेकिन परिवार वालों का सहयोग हर काम में आपको मिलेगा जिससे काम के सिलसिले में आपको अच्छे नतीजे मिलेंगे। आपके मित्र और आपके साथ काम करने वाले लोग आपको सपोर्ट करेंगे। प्रेम जीवन बिता रहे लोगों के लिए दिनमान अच्छा रहेगा। शादीशुदा लोगों के गृहस्थ जीवन में तनाव दिखाई देगा। मीन ऐसी गतिविधियों में शामिल हों जो रोमांचक हों और आपको सुकून दें। धन का आगमन आज आपको कई आर्थिक परेशानियों से दूर कर सकता है। वैवाहिक बंधन में बंधने के लिए अच्छा समय है। आज के दिन रोमांस के नज़रिए से कोई ख़ास आशा नहीं की जा सकती है। कामकाज के मोर्चे पर आपकी कड़ी मेहनत ज़रूर रंग लाएगी। हितकारी ग्रह कई ऐसे कारण पैदा करेंगे, जिनकी वजह से आज आप ख़ुशी महसूस करेंगे। आपके जीवनसाथी की कामकाज को लेकर व्यस्तता आपकी उदासी का कारण बन सकती है।
विक्रम बत्रा के जन्मदिन पर जानिए उनकी कहानी... 'ये दिल मांगे मोर'... हर हिन्दुस्तानी के जहन में ताजा हैं कैप्टन विक्रम बत्रा के ये शब्द
पहाड़ों की वादियों के बीच बसे चंबा शहर का सौंदर्य और इतिहास बहुत ही निराला है। यहां की वादियां और इमारतें बहुत सी कहानियां सुनाती हैं। ऐसे ही एक कहानी है रानी सुनैना की। रानी सुनैना यानी बलिदान और साहस कि मूर्ति। ये चंबा रियासत की वो रानी है जिन्होंने अपनी प्रजा और राज्य के उत्थान के लिए बिना किसी हिचकिचाहट के अपना बलिदान दे दिया। यूं तो चंबा शहर रावी और साल नदी के मध्य में बसा है पर एक समय ऐसा भी था जब यह शहर पीने के पानी की किल्लत से जूझ रहा था। दो नदियों के बीच बसे होने के बावजूद भी यहां पीने के लिए पानी की एक बूंद नहीं थी। उस समय चम्बा रियासत के राजा साहिल वर्मन हुआ करते थे। राजा भी इस समस्या से पूर्णतः वाकिफ थे पर वो करते भी क्या। एक रात उनकी पत्नी, रानी सुनैना को उनकी कुल देवी ने स्वप्न में दर्शन दिए और कहा कि राज घराने में से किसी को बलिदान देना होगा तभी पानी की कमी पूरी होगी। जब राजा साहिल वर्मन को रानी सुनैना ने पूरी कहानी सुनाई तो राजा वर्मन बलिदान देने के लिए तैयार हो गए। फिर रानी सुनैना ने सोचा यदि राजा बलिदान देंगे तो उनका सुहाग छिन जाएगा और राज्य के सर से भी साया उठ जाएगा, और यदि उनके पुत्र राजकुमार युगाकर बलिदान देते है तो कुल का दीपक बुझ जाएगा और वंश को आगे कौन बढ़ाएगा। ये सब सोचकर रानी सुनैना ने स्वयं बलिदान देने का फैसला लिया। इस निर्णय से पुरी चंबा रियासत में शोक व विस्मय की लहर दौड़ गई। आखिरकार रानी सुनैना बलिदान देने के लिए महल से निकल पड़ीं। आंखों में आंसू लिए उनके इस काफिले में चंबा की जनता भी शामिल थी। रास्ते मे सूही के मढ़ से रानी सुनैना ने आखिरी बार चंबा शहर पर नज़र डाली और फिर आगे बढ़ते हुए ये काफिला मलून नामक स्थान पर रुक गया। ममता और बलिदान की मूरत रानी सुनैना बलिदान देने से पहले कहा 'मेरी इच्छा है कि मेरी याद में हर वर्ष मेला लगे। इस मेले को सिर्फ स्त्रियां मनाएं और पुरुष इस में भाग न लें और न ही राज परिवार की बहुएं इस में भाग लें। इस मेले में पूजा केवल राज परिवार की कुंवारी कन्या के हाथों करवाई जाए।' बस इतना कहकर रानी सुनैना ने जिंदा समाधि ले ली। उसी समय पानी की धार फूट पड़ी और रानी सुनैना का बलिदान चंबा के लोगों के लिए अमृत बन कर बहने लगा। रानी सुनैना के बलिदान को याद करते हुए राजा साहिल वर्मन ने जिस स्थान से रानी सुनैना ने आखिरी बार चंबा को देखा था उसी सूही के मढ़ नामक स्थान पर उनके मंदिर का निर्माण करवाया। हर वर्ष इस जगह सूही के मेले का भी आयोजन किया जाता है। ये मेला 3 दिन तक चलता है और यहां केवल बच्चे और महिलाएं ही उपस्थिति दर्ज करवाते है। महिलाएं रानी की प्रशंसा में लोकगीत गाती हैं और समाधि तथा प्रतिमा पर फूल की वर्षा की जाती है।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। वहीं, मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। मंगलवार सुबह कोरोना से एक और मौत का मामला सामने आया है। बिलासपुर की 57 वर्षीय महिला ने आईजीएमसी में दम तोड़ दिया है। वहीं, एक सरकाघाट और तीसरा शिमला के व्यक्ति की मौत हुई है। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना से मौत का आंकड़ा 60 पहुंच गया हैै। प्रदेश में संक्रमितों का कुल आंकड़ा 7660 पहुंच गया है। 2234 सक्रिय मामले हैं। 5359 मरीज ठीक हो गए हैं। बता दें सोमवार को 262 कोरोना पॉजिटिव मामले आए थे।
पहाड़ी भाषा एवं संस्कृति को संरक्षित रखने की बेहतरीन सोच के साथ, तेज़ी से आगे बढ़ रहा है दी मॉडर्न फोक नोट। हाल ही में रिलीज़ हुए दी मॉडर्न फोक नोट 6 को दुनिया भर में पसंद किआ जा रहा है । ए सी भरद्वाज द्वारा गाई गई इन सीरीज को प्रदेश और देश के साथ साथ विश्व के भी अन्य 35 देशों की जनता से भरपूर प्यार मिल रहा है । इस प्यार की ख़ास वजह यह भी है कि मॉडर्न फोक नोट एक नई सोच ले कर सामने आया है जिसमे उन्होंने युवाओं के बीच लोक संगीत का रुझान बढ़ाने के लिए, मॉडर्न बीट्स एवं पहाड़ी गानों का मिश्रण किया है। मॉडर्न फोक नोट की 5 सीरीज पहले ही यू ट्यूब पर आ चुकी हैं जिन्हें दुनिया भर से बहुत प्यार एवं सम्मान मिला है । मॉडर्न नोट 6 इसी सीरीज को आगे बढ़ाते हुए प्रसारित किया गया , एवं कुछ ही दिनों में 3 लाख से भी ज़्यादा लोगों द्वारा देखा जा चूका है।
हिमाचल के चंबा में दो स्वास्थ्य कर्मियों समेत तीन कोरोना पाॅजिटिव मरीज पाए गए है। इनमें एक सीआईडी यूनिट चंबा का कर्मचारी भी शामिल है। 4 सितम्बर को जाँच के लिए कुल 239 सैंपल लिए गए थे जिसमे से तीन पोसिटिव पाए गए है, वहीं 176 सैम्पल की रिपोर्ट आना अभी बाकि है। पॉजिटिव पाए गए तीन व्यक्तियों में से एक 26 वर्षीय महिला है जो की JLNMC चम्बा की स्वस्थ्य कर्मी है। DIET सरु का एक 26 वर्षीय स्वास्थ्य कर्मी जो की इंस्टीटूशनल क्वारंटाइन में था, और एक 41 वर्षीय CID यूनिट चम्बा का कर्मचारी भी कोरोना पोसिटिव पाया गया है। चम्बा जिले में संक्रमितों का आंकड़ा 478 पहुंच गया है। 112 सक्रिय मामले हैं और 361 मरीज ठीक हो चुके हैं। इसके अलावा मंडी से 12 नए मामले, काँगड़ा से 9 नए मामले और कुल्लू से 1 नया पॉजिटिव मामला सामने आया है जिनकी पूरी जानकारी आना अभी बाकी है। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 6855 पहुंच गया है। 1823 सक्रिय मामले हैं। 4932 मरीज ठीक हो गए हैं। 45 मरीज राज्य के बाहर चले गए हैं और 51 की मृत्यु हो चुकी है।
प्रदेश में कोरोना से एक और मौत हो गई है। डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन में एक 70 वर्षीय महिला ने वीरवार देर रात दम तोड़ दिया। सिरमौर में कोरोना से यह तीसरी मौत हुई है। मृतक महिला पांवटा साहिब की रहने वाली थी जिसे 1 सितंबर को पांवटा साहिब सिविल अस्पताल से डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। डायबटीज व हाईपरटेंशन रोग से ग्रसित इस महिला का नाहन मेडिकल कॉलेज में कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया था। 3 सितंबर को देर रात आइसोलेशन वार्ड में भर्ती इस महिला ने दम तोड़ दिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिरमौर डॉ केके पराशर ने बताया कि पांवटा साहिब में कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत मृतक का अंतिम संस्कार किया गया है। इसी के साथ प्रदेश में अब कोरोना संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा 48 हो गया है।
निदेशक सेना भर्ती कर्नल तनवीर सिंह मान ने बताया कि पड्डल मैदान जिला मण्डी में 6 अक्तूबर से 14 अक्तूबर, 2020 तक सेना भर्ती कार्यालय मण्डी द्वारा जिला शिमला, सोलन, सिरमौर और किन्नौर के युवाओं के लिए भारतीय सेना में भर्ती का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह भर्ती सैनिक तकनीकी (पुरुष), सैनिक तकनीकी (गोला बारुद परीक्षक) (एटी)(पुरुष), सैनिक तकनीकी (उड्डयन) (एक्स गु्रप)(पुरुष) तथा सैनिक तकनीकी (उपचार सहायक) (एन ए) (पुरुष) पदों के लिए होगी। उन्होंने बताया कि मापदण्ड और योग्यता के लिए सेना भर्ती कार्यालय, शिमला, हिमाचल प्रदेश द्वारा जारी 06 अगस्त, 2020 की अधिसूचना भारतीय सेना की वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in पर देखें। उल्लेखनीय है कि जो उम्मीदवार सेना भर्ती रामपुर बुशैहर शिमला में सैनिक तकनीकी वर्ग के लिए सेना भर्ती कार्यालय, शिमला द्वारा 16 फरवरी, 2020 को जारी अधिसूचना के तहत पहले पंजीकृत हो चुके है, उनको भी दोबारा पंजीकरण करना है।
वो दौर था 1857 का, पूरे देश में क्रांति की ज्वाला भड़क रही थी। ऐसे में पहाड़ों की शांत वादियों में लगी चिंगारी भी कम नहीं थी। धीमें से सुलग रही इस क्रांति की चिंगारी ने जब विकराल रूप लिया तब लगभग पूरा हिमाचल इसकी जद में आ गया। 20 अप्रैल 1857, वो दिन जब पहली बार हिमाचल प्रदेश में अंग्रेज़ों के खिलाफ धधक रही ज्वाला ने विकराल रूप धारण किया। क्रांति का आगाज़ हुआ कसौली से। अंबाला राइफल डिपो के छह भारतीय सैनिकों ने कसौली थाने को आग के हवाले कर दिया। अंग्रेजों के सुरक्षित गढ़ कही जाने वाली कसौली छावनी पर हुए इस हमले से गोरे बौखला उठे और उन्होंने अन्य छावनी क्षेत्रों व कंपनी सरकार के कार्यालयों की सुरक्षा कड़ी कर दी। गोरों ने कई क्रांतिकारियों को जेलों में डाल दिया और कईयों को सूली पर चढ़ा दिया, पर सैनिकों का बलिदान ज़ाया नहीं गया। कसौली से भड़की इस ज्वाला ने पूरे हिमाचल में आज़ादी की अलख जगा दी। इसके बाद डगशाई छावनी, सुबाथू, कालका व जतोग में क्रांति की लहर दौड़ी। उधर कांगड़ा, नूरपुर, धर्मशाला, कुल्लू-लाहुल, सिरमौर व अन्य रियासतों में भी विद्रोह प्रखर हो गया। बुशहर के राजा शमशेर सिंह, कुल्लू-सिराज के युवराज प्रताप सिंह, सुजानपुर के राजा प्रताप चंद गुप्त रूप से क्रांतिकारियों की गतिविधियों में संलिप्त हो गए। 11 मई को अंग्रेजों को मेरठ, दिल्ली और अम्बाला में विद्रोह की सुचना मिली। गोरों ने कसौली, सुबाथू, डगशाई व जतोग की छावनियों को अंबाला कूच का आदेश दिया। भारतीय सैनिकों ने इस आदेश का खुले तौर पर विद्रोह किया और बगावत का ऐलान कर दिया। 13 मई को जतोग में गोरखा रेजिमेंट ने सूबेदार भीम सिंह के नेतृत्व में देशी सैनिकों ने अंग्रेजों पर धावा बोल दिया। सिर्फ 45 क्रांतिकारियों ने 200 अंग्रेजों को धूल चटा दी। सैनिकों ने कसौली ट्रेजरी को लूटा और जतोग की तरफ बढ़ने लगे। इस बारे में अंग्रेज़ों के तत्कालीन कमिश्नर पी. मैक्सवैल ने अपनी डायरी में जिक्र किया है और हैरानी जताई है कि कैसे मुट्ठीभर क्रांतिकारियों ने अपने से चार गुना अधिक अंग्रेजी सेना को हरा दिया था। इसके बाद विद्रोह की डोर स्थानीय पुलिस ने अपने हाथों में ली। स्थानीय पुलिस गार्ड के दरोगा बुद्धि सिंह जतोग पर कब्जे के लिए रवाना हो गए। जतोग पहुँचते पहुँचते रास्ते में अंग्रेजी सेना ने कुछ क्रांतिवीरों को पकड़ लिया तो कुछ मारे गए। जबकि बुद्धि सिंह ने गोरों के हाथों मरने से भला स्वयं को गोली मरना समझा और वो शहीद हो गए। पहाड़ी रियासतों में क्रांति योजनाबद्ध तरीके से हो रही थी, जिसके लिए एक गुप्त संगठन बना हुआ था, जिसके सदस्य सूचनाओं को यहां-वहां पहुंचाया करते थे। पहाड़ों में इस क्रांति के नेता पंडित राम प्रसाद वैरागी थे। वैरागी सुबाथू मंदिर में पुजारी थे। वे संगठन पत्रों के माध्यम से संदेश भेजा करते थे। 12 जून 1857 को इस संगठन का कुछ पत्र अंबाला के कमिश्नर जीसी बार्नस के हाथ लगे, जिसमें दो पत्र राम प्रसाद वैरागी के भी थे। इसके साथ ही संगठन का भेद खुल गया। वैरागी को पकड़ कर अंबाला जेल में फांसी पर चढ़ा दिया गया। क्रांतिकारियों को सहयोग न मिला व अंग्रेज़ों ने 1857 के विद्रोह को दो महीनो में ही दबा दिया और प्रदेश में लगी विद्रोह की ज्वाला कुचल दी गई।
जब जब स्वतंत्रता संग्राम की बात की जाती है तो पहाड़ के जांबाज़ों का ज़िक्र न हो ऐसा हो नहीं सकता। स्वतंत्रता संग्राम में हिमाचल प्रदेश के सपूतों ने महात्मा गांधी के साथ कदम से कदम मिलाकर जो योगदान दिए वो किसी से कम नहीं। देवभूमि के वीर सपूतों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ जो आंदोलन का बिगुल बजाया तो उसकी गूंज पूरे भारत वर्ष को सुनाई दी। चाहे 1857 की महाक्रांति हो या 15 अगस्त 1947 तक का आंदोलन हो, छोटे से पहाड़ी प्रदेश हिमाचल ने भी इनमें अहम भूमिका निभाई। आजादी की लड़ाई के लिए हिमाचल में गुरिल्ला बम बने। सशस्त्र क्रांतियां हुईं। हजारों क्रांतिकारियों ने पूरे दमखम से स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी। तो आज स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर हम उन्हीं कुछ स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानेंगे। पंडित राम प्रसाद वैरागी उस समय पूरे देश में क्रांति के संचालन के लिए एक गुप्त संगठन बनाया गया था। पहाड़ों में इस क्रांति के नेता पंडित राम प्रसाद वैरागी थे। वैरागी सुबाथू मंदिर में पुजारी थे। वे संगठन को पत्रों के माध्यम से संदेश भेजा करते थे। 12 जून 1857 को इस संगठन के कुछ पत्र अंबाला के कमिश्नर जीसी बार्नस के हाथ लगे, जिसमें दो पत्र राम प्रसाद वैरागी के भी थे। इसके साथ ही संगठन का भेद खुल गया। वैरागी को पकड़ कर अंबाला जेल में फांसी पर चढ़ा दिया गया। क्रांतिकारियों को सहयोग नहीं मिला और अंग्रेज़ों ने 1857 के विद्रोह को दो महीनो में ही दबा दिया और प्रदेश में सुलगी विद्रोह की ज्वाला कुछ समय के लिए शांत हो गई। 'हिमाचल निर्माता' डॉ॰ यशवंत सिंह परमार डॉ॰ यशवंत सिंह परमार, हिमाचल निर्माता के नाम से भी जाने जाते हैं। हिमाचल के पहले मुख्यमंत्री डाॅ. परमार ने हिमाचल में विकास की नींव रखी थी। सिरमौर में जन्मे परमार सिरमौर की रियासत में 11 साल तक सब जज और मजिस्ट्रेट रहे। उसके बाद न्यायाधीश के रूप में 1937-41 तक अपनी सेवाएं दीं। इसी दौरान वह सुकेत सत्याग्रह प्रजामंडल से जुड़े। नौकरी की परवाह न करते हुए उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में अपना पूरा योगदान दिया। उनके ही प्रयासों से यह सत्याग्रह सफल हुआ। 'पहाड़ी गांधी' बाबा कांशी राम पहाड़ी गांधी कहे जाने वाले बाबा कांशीराम ने आज़ादी की लड़ाई में बेहद अहम भूमिका निभाई। उन्होंने जब तक भारत को आजादी नहीं मिल जाती तब तक काले कपड़े पहनने की शपथ ली थी। बाबा कांशी राम ने अपने पहाड़ी गीतों और कविताओं से पहाड़ी राज्य हिमाचल और देश को आजादी के लिए जगाने में सराहनीय प्रयास किए। उन्होंने गांव-गांव घूमकर अपने लिखे लोकगीतों, कविताओं और कहानियों से अलख जगाई। कांशी ने पहली बार पहाड़ी बोली को लिखा और गा-गाकर लोगों को राष्ट्रीय आंदोलन से जोड़ा। सरोजनी नायडू ने उन्हें बुलबुल-ए-पहाड़ के खिताब से नवाजा। 1930 और 1942 के बीच वो 11 बार जेल गए और अपने जीवन के 9 साल सलाखों के पीछे काटे। जेल के दिनों में लिखी हर रचना उस वक्त लोगों में जोश भरने वाली थी। ‘समाज नी रोया’, ‘निक्के निक्के माहणुआं जो दुख बड़ा भारा’, ‘उजड़ी कांगड़े देश जाना’ और ‘कांशी रा सनेहा’ जैसी कई कविताएं मानवीय संवेदनाओं और संदेशों से भरी थीं। दौलतराम सांख्यान आजादी की लड़ाई में बिलासपुर के महान स्वतंत्रता सेनानी दौलतराम सांख्यान के संघर्ष को आखिर कौन भुला सकता है। बिलासपुर में प्रजामंडल का गठन कर दौलतराम सांख्यान ने ब्रिटिश सरकार को सीधी चुनौती देकर कई मुश्किलें खड़ी कर दीं थी। ब्रिटिश सरकार ने उन्हें इस मुहिम के लिए कई यातनाएं दीं। अंग्रेजी सरकार ने उनकी चल-अचल संपत्ति तक जब्त कर ली थी। इतना ही नहीं 11 जून 1946 से 12 अक्तूबर 1948 तक रियासत से निष्कासित कर दिया गया। इसके बावजूद स्वतंत्रता संग्राम के इस सेनानी ने हार नहीं मानी और डट कर अंग्रेजों का सामना किया। कैप्टन राम सिंह ठकुरी वहीं आजाद हिंद फौज के सिपाही और संगीतकार कैप्टन राम सिंह ठकुरी ने भारत के राष्ट्र गान जन गन मन की धुन तैयार की है। उन्होंने अपनी वीरता के लिए किंग जार्ज-पंचम मेडल प्राप्त किया। जब सुभाष चंद्र बोस ने उनसे मुलाकात की तो उन्हें वोइलिन भेंट की, जिसे वह हमेशा अपने पास रखते थे। उन्होंने 'कदम-कदम बढ़ाए जा-खुशी के गीत गाए जा' जैसे सैकड़ों ओजस्वी गीतों की धुनों की रचना की। 15 अगस्त 1947 को राम सिंह के नेतृत्व में आईएनए के आर्केस्ट्रा ने लाल किले पर शुभ-सुख चैन की बरखा बरसे गीत की धुन बजाई। कौमी तराना नाम से यह गीत आजाद हिंद फौज का राष्ट्रीय गीत बना, इस गीत की ही धुन को बाद में जन-गण-मन की धुन के रूप में प्रयोग किया गया। पदम् देव पदमदेव जिला शिमला के गांव भनोल से ताल्लुक रखते थे। उन्होंने 1930 में असहयोग आंदोलन और सिविल अवज्ञा में(सिविल डिसओबेडिएंस) में भाग लिया। वह हिमालय रियासती प्रजा मंडल के संस्थापक सदस्य थे और गरीबी व अस्पृश्यता(अनटचेबिलिटी) के खिलाफ लड़े थे। 1952 में वह विधानसभा के लिए चुने गए और राज्य के पहले गृह मंत्री बने। 1957 में वह लोकसभा, 1962 में क्षेत्रीय परिषद और फिर 1967 में विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। वह कविराज के नाम से मशहूर थे। यश पाल उस समय यश पाल कॉलेज में ही थे जब उनकी मुलाकात भगत सिंह और सुखदेव से हुई। उन्होंने चरमपंथी समूह हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी (एचएसआरए) को ज्वाइन किया। एचएसआरए ने 1929 में लॉर्ड इरविन को ले जाने वाली ट्रेन को उड़ाने की योजना बनाई थी। यशपाल ने उस में बम से विस्फोट किया था। कई नेताओं की गिरफ्तारी के बाद यशपाल ने चंद्रशेखर आजाद को एचएसआरए को फिर से संगठित करने में मदद की। 1932 में उन्हें गिरफ्तार किया गया और वह 6 साल तक जेल में रहे। वह एक प्रतिभाशाली लेखक थे और प्रसिद्ध किताब ‘सिम्बालोकन’ सहित कई पुस्तकें लिखी थीं। उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार और पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। शिवानंद रामौल, पूर्णानंद, सत्य देव, सदा राम चंदेल, सत्यानंद स्टोक्स, ठाकुर हजक सिंह इत्यादि ऐसे अन्य प्रमुख स्वतंत्रता सैनानी रहे हैं जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान दिया था। आज भले ही यह हस्तियां हमारे बीच नहीं हैं पर उनके दिए गए बलिदान को कृतज्ञ राष्ट्र कभी नहीं भूल सकता।
सरकार जल्द ही वन माफिया के खिलाफ सख्त कानून बनाकर वन कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। वन, युवा सेवियों एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया सोमवार को डॉ राजेन्द्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज, टांडा में घायल डिप्टी रेंजर सुनील कुमार से मिले। उन्होंने वहां पर पहुंच कर घायल का हाल चाल भी जाना तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी कड़े निर्देश जारी किए कि घायल डिप्टी रेंजर की हर संभव सहायता की जाए। वन मंत्री राकेश पठानिया ने घायल सुनील को हौंसला देते हुए कहा कि पूरी सरकार आपके साथ एक चट्टान की तरह खड़ी है तथा जिन वन माफिया ने यह ओछी हरकत की है उनके साथ अब सख्ती से पेश आया जाएगा। वन मंत्री ने कहा कि यह कोई पहला मामला नहीं है कि वन रक्षकों या फिर डिप्टी रेंजरों पर वन माफिया द्वारा हमला किया गया हो। आए दिन ऐसी घटनाएँ हुई हैं लेकिन अब सरकार इस पर सख्त कानून बनाकर ऐसे वन माफियों को सलाखों के पीछे पहुंचाएगी।
जिला कांगड़ा के इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत भदरौआ के जंगल में रविवार को हैंड ग्रेनेड मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने इसे कब्जे में लेकर इसे निष्क्रिय करने के लिए बम निरोधक दस्ते से संपर्क साधा है। रविवार दोपहर को स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस को सूचना दी गई कि भदरौआ के जंगल में एक ग्रेनेड पड़ा हुआ है। इस जानकारी के आधार पर पुलिस स्टेशन डमटाल की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस द्वारा ग्रेनेड का दूर से ही निरीक्षण किया। पुलिस ने इसे डिफ्यूज करने के लिए बम निरोधक दस्ते से संपर्क साधा है। स्थानीय पुलिस ने इस क्षेत्र को सील कर दिया है। एएसपी दिनेश कुमार ने बताया कि भदरौआ के जंगल में हैंड ग्रेनेड मिलने की जानकारी स्थानीय लोगों दवारा पुलिस स्टेशन डमटाल को मिली जिसपर क्षेत्र को सील कर सेना के बम निरोधक दस्ते से संपर्क साधा गया है।
ज्वालामुखी के गुम्मर गांव में बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए गाय बेचने वाले कुलदीप की मदद को फ़िल्म अभिनेता सोनू सूद ने बढ़ाया हाथ। सोनू सूद ने ट्वीट कर कुलदीप की मदद करने का भरोसा दिलाया है। एक शख्स ने एक खबर शेयर की थी जिसमें बताया गया था कि एक शख्स ने अपने बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई की खातिर अपनी गाय को बेचकर एक स्मार्टफोन खरीदा। सोनू सूद ने जैसे ही इस खबर को देखा तो वह एक्शन में आए गए और उन्होंने ट्वीट किया, 'आओ इस शख्स की गाय वापस लाते हैं। क्या कोई मुझे इस शख्स के डिटेल्स भेज सकता है।' इस तरह बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने इस शख्स की मदद करने की बात कही है। सोनू सूद लॉकडाउन के दौरान जिस तरह जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आए थे, वह काफी सराहनीय था। लेकिन सोनू सूद का मदद करने का सिलसिला अभी तक थमा नहीं है। बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद अब भी लगातार जरूरतमंद लोगों की मदद कर रहे हैं। यहां बता दे कि स्कूल बंद होने के चलते आजकल ऑन लाइन पढ़ाई चल रही है तथा ज्वालामुखी के कुलदीप ने स्मार्ट फोन खरीदने के लिए अपनी गाय बेच दी थी।
विधानसभा क्षेत्र ज्वाली के ग्रामीण केंद्र भरमाड़ में भारतीय जनता पार्टी ज्वाली मंडल की ओबीसी मोर्चा की बैठक, मोर्चा के अध्यक्ष तरसेम चौधरी की अध्यक्षता में संपन्न हुई जिसमें संगठनात्मक जिला नूरपुर के ओबीसी मोर्चा के जिला अध्यक्ष मलकीत धधोच विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस बैठक में सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। इन योजनाओं के माध्यम से हजारों लोग लाभान्वित हो रहे हैं, इसके लिए आदरणीय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की सरकार का धन्यवाद किया गया। बैठक में ओबीसी वर्ग की समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया जिसमें ओबीसी वर्ग के जाति प्रमाण पत्र की वैधता की अवधि 1 साल से बढ़ाकर कम से कम 3 साल तक करने की सरकार से मांग की गई। यह जानकारी संगठनात्मक जिला नूरपुर के ओबीसी मोर्चा के मीडिया प्रभारी ओंकार सिंह धीमान ने दी। बैठक में मोर्चा के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे जिनमें जिला नूरपुर के महामंत्री दिनेश निखिल, आईटी संयोजक अंकुर वढ़वाल, महामंत्री मनोज व पंकज इत्यादि उपस्थित रहे। बैठक में कोरोना महामारी से बचाव के लिए भी लोगों को जागरूक किया गया तथा बैठक में सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा गया।
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत परिषद लिमिटेड उपमंडन न.1 कांगड़ा के अंतर्गत आने वाले 11 के.वी.फीडर न.1कांगड़ा के तहत नई लाईन व ट्रांसफार्मर के कार्य करने हेतू 22 जुलाई रविवार को प्रात: 10 बजे से कार्य समाप्ति तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। इसके अंतर्गत आने वाले गांव वीरता, रिहालपुरा, भटटा रोड़, सच्चिदानंद एनक्लेव, उज्जैन,बालाजी रोड़, कालरा का पलैक्स, के.डी.हास्पीटल, नीना पाहवा हास्पीटल, फोर्टिज व कृष्णा होटल की विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। बिद्युत बिभाग एस डी ओ संजीव रात्रा ने बताया की खराब मौसम होने के कारण यह कार्य अगले दिन किया जाएगा।
जिला कांगड़ा के बैजनाथ के अंतर्गत विभिन्न पंचायतों में स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के पद भरे जाने हैं। इच्छुक पात्र महिला उम्मीदवार 7 अगस्त तक उनके कार्यालय में आवेदन जमा करवा सकती हैं। भर्ती के लिए दस अगस्त को बाल विकास परियोजना अधिकारी के कार्यालय बैजनाथ में प्रातः दस बजे साक्षात्कार लिए जाएंगे। बाल विकास परियोजना अधिकारी, बैजनाथ वंदना कटोच ने बताया कि साक्षात्कार के दौरान वॉक इन इंटरव्यू की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि वत्त बीड़ की ग्राम पंचायत चौगान के आंगनबाड़ी केंद्र चौगान, वृत्त गदियाड़ा की ग्राम पंचायत टिक्करी डूहकी के टिक्करी एक, ग्राम पंचायत टिक्करी डूहकी के डूहकी, वृत्त महाकाल की ग्राम पंचायत बंडियां के आंगनबाड़ी केंद्र नगेहड़, वृत्त बैजनाथ की ग्राम पंचायत सेहल के आंगनबाड़ी केंद्र कंजारहड़ तथा वृत्त बैजनाथ की नगर पंचायत बैजनाथ पपरोला के आंगनबाड़ी केंद्र कस्बा बैजनाथ में एक-एक पद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का भरा जाना है। सहायिकाओं के पद-वृत्त मुल्थान की ग्राम पंचायत बडाग्रां के आंगनबाड़ी केंद्र बडाग्रां एक, वृत्त लोहारड़ी की ग्राम पंचायत लुआई के आंगनबाड़ी केंद्र लुआई, वृत्त लोहारड़ी की ग्राम पंचायत पोलिंग के आंगनबाड़ी केंद्र अन्दरली मलांह, वृत्त अवैरी की ग्राम पंचायत सपैडू के आंगनबाड़ी केंद्र सपैडू तथा रछियाड़ा, वृत्त बीड़ की ग्राम पंचायत क्योर के आंगनबाड़ी केंद्र सूजा तथा ग्राम पंचायत बीड़ के आंगनबाड़ी केंद्र बीड़ खास कुटिया, वृत्त गदियाड़ा की ग्राम पंचायत टिक्करी डूहकी के आंगनबाड़ी केंद्र कोठी राख, वृत्त फटाहर की ग्राम पंचायत संसाल के आंगनबाड़ी केंद्र चौगान थाथी, वृत उतराला की ग्राम पंचायत कंद्राल के आंगनबाड़ी केंद्र कालोनी, वृत्त फटाहर की ग्राम पंचायत धरेड़ के आंगनबाड़ी केंद्र धरेड़ तथा कंडकोसरी तथा ग्राम पंचायत भट्टू पंजाला के आंगनबाड़ी केंद्र पंजाला, वृत्त महाकाल की ग्राम पंचायत नरघोड चौबू के आंगनबाड़ी केंद्र चौबू, वृत्त चौबीन की ग्राम पंचायत कुदैल के आंगनबाड़ी केंद्र मलेहड़, वृत्त अवैरी की ग्राम पंचायत अवैरी के आंगनबाड़ी केंद्र अवैरी, वृत्त पपरोला की ग्राम पंचायत खडानाल के आंगनबाड़ी केंद्र नागन तथा नगर पंचायत बैजनाथ पपरोला के आंगनबाड़ी केंद्र कस्बा पपरोला में एक-एक पद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का भरा जाएगा।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला से विडियो कांफ्रेंस के माध्यम से 71वें वनमहोत्सव का शुभारंभ शिमला से किया तो वहीं नुरपुर उपमंडल में ये कार्यक्रम नुरपुर के गहीं लगोड़ में इंदौरा की विधायक रीता धीमान की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। रीता धीमान ने बताया कि नुरपुर उपमंडल में 7,23, 000 पौधे रोपे जाएंगे। इस पौधारोपण कार्यक्रम में वन विभाग, भाजपा कार्यकर्ता, महिला मंडल, यूथकलव और स्वंय सेवियों की मदद ली जाएगी। रीता धीमान ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमने प्रकृति के साथ छेड़छाड़ की है तभी तो आज यह दिन देखना पढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमे पेड़ लगाने ही नही अपितु उनकी देखभाल भी करनी है। इस अवसर पर एस डी एम नुरपुर डॉ सुरेंद्र ठाकुर व गौरव महाजन, डी एफ ओ नुरपुर वासु कौशल, मंडलाध्यक्ष बलवान सिंह, जिला भाजयुमो अध्यक्ष आदर्श शर्मा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य घनश्याम सिंह आदि उपस्थित रहे।
विधानसभा क्षेत्र ज्वालामुखी के तहत गुम्मर गांव के एक गरीब छोटे से किसान ने अपनी गाय को बेचा और फिर ऑनलाइन पढ़ाई के लिए तरस रहे अपने बच्चों के लिए मोबाइल खरीदा। दरअसल, यह स्वाभिमान से जुड़ी ख़बर उस कुलदीप की है, जिसकी आजीविका उसकी पत्नी के साथ से और पशुओं के सहारे ही चलती आ रही थी। अचानक कोरोना का कहर टूटा तो बच्चे स्कूल से घर पर बैठ गए। सरकारी ऐलान हुआ कि अब ऑनलाइन स्टडी होगी। कुलदीप उर्फ दीपू का दूसरी कक्षा में पढ़ने वाला बेटा वंश और चौथी में पढ़ने वाली बेटी अनु लाचार हो गए। वक़्त की मार और गरीबी के कारण कुलदीप के पास स्मार्ट फोन तक नहीं था। पर कुलदीप ने आत्मविश्वास का सहारा लेते हुए मात्र छह हजार में अपनी एक गाय बेच कर 6 हजार का मोबाइल खरीदा और वंश समेत अनु के लिए राहत का प्रबंध किया। कुलदीप एक छोटी सी गौशाला के बरामदे में खुद सोता है और पशुओं को एक कमरे में बरसात से बचा कर रखता है। कुलदीप की आंखों में गाय को बेचने का दर्द भी उतना ही दिखता है, जितना बच्चों के भविष्य के प्रति चिंता।
एसडीएम डॉ सुरेंद्र ठाकुर की अध्यक्षता में वीरवार को स्थानीय मिनी सचिवालय में मानसून सीजन तथा आपदा प्रबंधन की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गई। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे बरसात के मौसम के दृष्टिगत विशेष सतर्कता व सजगता बरतें, ताकि किसी भी आपदा से समय रहते निपटा जा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी घटित होने वाली प्राकृतिक आपदा को रोका नहीं जा सकता है, परंतु बेहतर प्रबंधन व विभागीय तालमेल से आपदा से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग व नगर परिषद के अधिकारियों को बंद पड़ी नालियों को शीघ्र खोलने व उनकी सफाई करवाने के निर्देश दिये, ताकि बरसात के मौसम के दौरान पानी की समुचित निकासी हो सके। उन्होंने सिंचाई व जन स्वास्थ्य विभाग को सभी जलापूर्ति श्रोतों सभी पेयजल लाइनों की समय- समय पर निगरानी व मरम्मत करने तथा जल भंडारण टैंकों की प्रतिदिन क्लोरीनेशन करने के भी निर्देश दिए, ताकि बरसाती पानी से उत्पन्न होने वाले रोगों से बचाव हो सके। एसडीएम ने अधिकारियों को लोगों द्वारा नदी-नालों के लिये अनाधिकृत तौर पर बनाए गए रास्तों को तुरन्त बंद करने व इसके नजदीक चेतावनी बोर्ड लगाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने पुलिस विभाग को नदी नालों के किनारे रहने वाले प्रवासी परिवारों तथा मवेशियों को वहां से तुरन्त हटाने व सुरक्षित स्थानों पर भेजने के निर्देश दिए। एसडीएम ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे बरसात के मौसम के दौरान अपना फ़ोन स्विचऑफ न रखें और न ही बिना किसी पूर्व अनुमति अपना मुख्यालय छोड़ें, ताकि किसी भी आपात स्थिति में उनसे आसानी से संपर्क स्थापित किया जा सके। उन्होंने बताया कि उपमंडल अधिकारी के कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है जिसके दूरभाष नंबर 01893-220024 पर भी कोई सूचना दी जा सकती है। उन्होंने सभी विभागों में नोडल अधिकारी नियुक्त करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने खण्ड विकास अधिकारी को पंचायत प्रतिनिधियों से शीघ्र बैठक करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उनसे उनके क्षेत्र में जानमाल के लिए खतरा बन चुके पेड़ों व अन्य खतरनाक स्थलों की रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर लेने के भी निर्देश दिए। उन्होंने खाद्य व नागरिक आपूर्ति विभाग को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित बनाए रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी स्नेक बाईट आदि के टीके तथा अन्य जरूरी दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश दिए। ये रहे मौजूद बीडीओ डॉ रोहित शर्मा, नायब तहसीलदार देस राज ठाकुर, सीडीपीओ सुरेंद्रा राणा, उद्यान विकास अधिकारी डॉ अनामिका शर्मा, सहायक अभियंता देविंद्र राणा, एसएचओ मोहन भाटिया, एनडीआरएफ से रविन्द्र कुमार, अनिल कुमार सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
जिला काँगड़ा के पुलिस थाना नूरपुर की चौकी कंडवाल के तहत टोल बैरियर पर ट्रक की चपेट में आने से बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। पुलिस से मिली जानकारी अनुसार 65 वर्षीय सोमा देवी पत्नी ध्यान सिंह निवासी ढांगू सरां अपने बेटे दिलबाग के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर रिश्तेदार के घर रहने आई थीं और बुधवार सुबह बेटे के साथ घर ढांगू जा रही थी। कंडवाल बैरियर क्रॉस करते समय बाइक अनियंत्रित हो गईव महिला गिर गई व पास से गुजर रहे ट्रक के पिछले टायर के नीचे आ गई। महिला की मौके पर मौत हो गई। ट्रक का चालक विजय कुमार पुत्र राम मूर्ति निवासी पठानकोट जसूर की तरफ जा रहा था। इस मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी साहिल अरोड़ा ने बताया कि पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
उपमंडल फ़तेहपुर के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजा का तालाब में शुक्रवार को विभिन्न बाहरी राज्यों से आए 40 लोगों के थ्रोट सैंपल लिए गए। सभी सैंपल को टांडा भेजा गया है। सभी सैंपल की रिपोर्ट शनिवार शाम तक आने की संभावना है। इससे पहले शुक्रवार सुबह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के तहत राजा का तालाब में थ्रोट सैंपल लेने वाली टीम में डॉ. गौरव नाग, डॉ. त्रिनेत्रा भारती, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक राकेश नाग, फार्मासिस्ट सतविंदर कौर, स्वास्थ्य कार्यकर्ता शबनम, आशा वर्कर सरोज कुमारी, सुदेश कुमारी, तृप्ता देवी, संजना देवी , रमेश सिंह शामिल रहे। खण्ड चिकित्सा अधिकारी फ़तेहपुर डॉ.रंजन मेहता ने जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजा का तालाब में कुल विभिन्न बाहरी राज्यों से आये 40 लोगों के थ्रोट सैंपल लिए गए हैं। सभी सैंपल को मेडिकल कॉलेज टांडा भेजा जा रहा है। इनकी रिपोर्ट शनिवार शाम तक आने की संभावना है। डॉ. मेहता ने लोगों से आग्रह किया कि क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति को बुखार, गले मे खराश व खांसी से संबंधित कोई समस्या नजर आती है, तो वो घबराएं नहीं। अपितु इसकी जानकारी तुरन्त स्वास्थ्य विभाग को दें। उन्होंने लोगों से आग्रह किया हैं कि बार बार हाथ धोएं, मास्क पहनें, हैंड सेनिटाइजर व सामाजिक दूरी का विशेष ध्यान रखकर खुद्द भी कोरोना संक्रमण से बचें व औरों को भी इस वायरस से बचाएं।
कोरोना वायरस के संकट में देशभर के तमाम डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ व अन्य स्वास्थ्य कर्मी अपनों से दूर होकर एक सैनिक की तरह मोर्चे डटे हुए हैं। उपमंडल नूरपुर के जौंटा क्षेत्र के गांव अमनी का 30 बर्षीय डाॅक्टर मनोज कुमार भी चार माह से बिना छुट्टी किए चंडीगढ़ स्थित अस्पताल में निरंतर आपात सेवा दे रहे हैं। डॉक्टर मनोज ने एक भी छुट्टी नहीं की है। परिवार को भी संकट के समय में बेटे की इस सेवाभाव पर गर्व है। हालांकि इस दौरान घर में उनकी मां का अचानक स्वास्थ्य बिगड़ गया और वह कुछ दिन बेहद नाजुक हालत में रहीं। इस दौरान स्वजनों ने मनोज को घर आने के लिए कहा लेकिन मनोज ने कहा कि एक डाक्टर होने के नाते इस समय संकट से झूझ रहे लोगों को मेरी जरूरत है, इसलिए मैं घर नहीं आ सकता। मनोज की माता वीना देवी ने बताया वह लगातार मेरे स्वास्थ्य की जानकारी भी लेता रहा और बराबर दवाओं के बारे में भी अवगत करवाता रहा। वीना देवी के अनुसार यह बेटे की सेवाभाव का ही फल है कि अब मैं भी बिल्कुल स्वस्थ हूं। बकौल वीना उसे अपने बेटे पर गर्व है कि घर में मां के गंभीर रूप से बीमार होने के बाबजूद बेटे ने अपना फर्ज निभाते हुए चडीगढ़ में लोगों की सेवा में लगा रहा।
जल जीवन मिशन, हर घर में जल, हर घर में नल के तहत 40 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट लेकर आए जवाली के विधायक अर्जुन ठाकुर कई वर्षों से पानी काे तड़प रही काेटला उपमण्डल की 14 पंचायतें काेटला, त्रिलाेकपुर, जाेल, भाली, सिहुणीं, कुठेड़, जांगल, नढाे़ली, साेलधा, डाेल पधर, बेहीपठियार, काेठीवण्डा, ठेहडू, आंवल की 60 हजार से ज्यादा की आबादी आने वाले समय में पानी की किल्लत से मुक्त हो जाएगी। जल जीवन मिशन के तहत आईपीएच मंत्री और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से लोकसभा चुनाव के वक्त जवाली के विधायक अर्जुन सिंह ने विशेष मांग की थी जो अब पूरी हुई है।14 पंचायतों के लोगों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, आईपीएच मंत्री और जवाली के विधायक अर्जुन सिंह ठाकुर का इस प्रोजेक्ट योजना को घर-घर तक पहुंचाने के लिए धन्यवाद किया।
यहाँ कोरोना महामारी के इस दौर में जिला काँगड़ा के उपमंडल नूरपुर की एक संस्था युथ ऑफ नूरपुर अगेन्ट्स ड्रग्स ने सुरक्षाकर्मियों, स्वास्थ्यकर्मचारियों को खाना उपलब्ध करवाया। वहीँ इस संस्था के द्वारा नूरपुर के सफाई कर्मचारियो को सम्मानित किया गया। सफाई कर्मचारियों को मास्क व सेनिटाइजर दिए गए तथा उन पर पुष्प वर्षा की गई। युथ ऑफ नूरपुर अगेन्ट्स ड्रग्स के अध्यक्ष रवि मेहरा ने बताया कि इन सफाई कर्मचारी योद्धाओं को सम्मानित किया गया। रवि ने बताया कि टीम के सचिव मुनीश घई ने सेनिटाइजर दिए। रवि मेहरा ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि इन कोरोना योद्धाओं को सरकार नियमित करने के बारे में विचार करें। इनको मिलने वाले वेतन की भी बढ़ोतरी की जाए। इस मौके पर प्रशांत गुलेरिया, अमित कुमार, रिशू पठानिया व शुभम आदि मौजूद रहे।
हिमाचल प्रदेश वन्य जीव बोर्ड की बैठक हिमाचल प्रदेश सचिवालय परिसर में हुई जिसकी अध्यक्षता प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने की। इस बैठक में बन मंत्री गोविंद ठाकुर, ज्वाली के विधायक अर्जुन ठाकुर व वभाग के सचिव व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में वन्य प्राणियों के सरंक्षण, जन दुविधाओं तथा विकास कार्यों को साथ साथ चलाए रखने का भी निर्णय लिया गया। बैठक में पूंजी बांध सहित अन्य सेंचरी एरिया के निवासियों की समस्याओं को सुलझाने बारे भी विस्तृत चर्चा हुई। ज्ञात रहे कि सेंचुरी एरिया में पौंग बांध का हिस्सा बहुत अधिक है और इसमे में भी पौंग बांध का एक बड़ा हिस्सा ज्वाली विधानसभा के अंतर्गत आता है। ज्वाली विधानसभा में समलाना गांव से लेकर वरयाल तक पौंग झील एक विशाल भूखंड में फैली है। इसीके मद्देनजर विधायक अर्जुन ठाकुर ने सेंचुरी एरिया के किनारे बसने बाले लोगो की समस्याओं को बैठक में जोरदार ढंग से उठाया। उन्होंने सुझाव रखा कि पौंग के किनारे खाली भूमि पर लोगो को खेती करने की इजाजत दी जाए। इससे एक तो प्रदेश में भारी मात्रा में खाद्यान उपन्न होगा जबकि लोगों को रोजगार भी मिलेगा और मेहमान परिंदों को भोजन भी प्राप्त होता है। उन्होंने बेटलेंड एरिये व रेंजर टापू को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने का भी आग्रह भी किया। विशेषकर नगरोटा सुरियाँ को पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए उन्होंने वहां पर अत्याधुनिक वोट डालने का भी सुझाब रखा। विधायक अर्जुन ठाकुर ने बताया उन्हें विश्वास है कि हम वेटलैंड एरिया की सभी समस्याओं का शीघ्र हल करेंगे ।
नूरपुर के विधायक राकेश पठानिया ने नुरपुर के अस्प्ताल में कोरोना टेस्ट के लिए 12 लाख रुपये मूल्य की एक नई मशीन अस्पताल प्रशासन को समर्पित की। कोरोना जांच की इस टरनेट मशीन से 30 मिनट में ही कोरोना की रिपोर्ट आ जाती है। विधायक राकेश पठानियाँ ने कहा कि एक तरफ कोरोना की जंग में हमारे अग्रणी योद्धाओं को इस मशीन से लाभ होगा वहीं लोगों को भी इस मशीन से बहुत लाभ मिलेगा। इस अवसर पर विधायक राकेश पठानियाँ ने नूरपुर अस्पताल में 2.5 करोड की लागत से बन रहे नए एमरजेंसी वार्ड का भी निरीक्षण किया और इस वार्ड को 3 महीने के अंदर बनाने का आदेश दिया और उन्होंने तय समय मे ही इस अस्पताल को जनता को समर्पित करने का भी भरोसा दिया। इस अवसर पर उन्होंने मरीजों का कुशलक्षेम भी पूछा और तीमारदारों से अस्पताल बारे और उनकी समस्याओं बारे बातचीत भी की। इस अवसर पर नूरपुर के एस डी एम डॉ सुरेन्द्र ठाकुर और एस एम ओ दिलबर सिंह और अन्य भाजपा कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।
नुरपुर कांग्रेस ने शुक्रवार को गलवान घाटी में हुए शहीद सैनिको के सम्मान में श्रदांजलि कार्यक्रम का आजोजन किया जिसमें जिला कांगड़ा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक नुरपुर मुख्यरूप से उपस्थित रहे। इस अवसर पर शहीदों के सम्मान के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। अजय महाजन ने कहा कि हमे अपने सैनिको पर गर्व है और उन्ही की वजह से हम सुरक्षित है। उन्होनें कहा कि हमारी तीनो ही सेनाएं हमारी सीमाओं की रक्षा करने में सक्षम हैं और किसी भी दुश्मन में इतनी हिम्मत नही कि हमारी एक इंच भी जमीन का वह अतिक्रमण कर सके। उन्होंने गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों में हिमाचल के हमीरपुर से भी एक शहीद ने शहादत पाई है। उन्होंने हिमाचल सरकार से अपील की है कि वे भी शहीद के परिजनों को पंजाब की तर्ज पर 50 लाख रुपए व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे। इस अवसर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षक सुशील मिंटू , पूर्व ब्लॉक समिति अध्यक्ष सन्देश डडवाल बलदेव पप्पी व शाम सिंह मौजूद रहे।
ज्वाली के विधायक अर्जुन सिंह ने विकास खंड नगराेटा सूरियां की 11 पंचायतों की समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि आखिरी पंक्ति में बैठे गरीब, बेरोजगार व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं की जानकारी व लाभ पहुंचाना हम सबकी जिम्मेवारी बनती है ताकि सरकार की योजनाओं का लाभ हर व्यक्ति तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि 14वां वित्तायोग जब से शुरू हुआ है तब से आज तक इन पंचायतों काे प्रति पंचायत के हिसाब से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के सहयोग से लाखों रुपए सीधे हर पंचायत काे विकासत्मक कार्याें के लिए और मनरेगा में भी लाखों रुपए के विकास कार्य पंचायतों में हुए हैं। उन्होंने कहा जितना पैसा दिया जा रहा है अगर इसका सही तरीके से प्रयोग हाे तो काेई भी कार्य ऐसा नहीं जाे नहीं हो सकता। उन्होंने पंचायत सचिवाे काे आदेश दिए की आखिरी पंक्ति में में बैठे ब्यक्ति तक अगर योजनाएं पहुंचनी है तो उसमें पंचायती राज का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा वर्तमान में प्रदेश सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं जैसे एक बीघा योजना, जिसमें महिला सैल्फ हैल्प ग्रुपों काे बागवानी, पाैधाराेपण जैसी याेजनाएं जिसमें 10 मरले जमीन पर 1लाख तक के कार्य; मनरेगा समग्र राेजगार विकास योजना जिसके तहत आज की परिस्थितियों के कारण बेरोजगार हुए युवाओं को रोजगार देने के लिए वाटर टैंक, वर्षा जल संग्रहण टैंक, पाैधाराेपण, उपजाऊ भूमि काे कटाव से बचने के लिए भूमि समतलीकरण जैसे 17 कार्य जिनमें बिना शैल्फ पास किए बेरोजगाराे काे राेजगार व गांव का विकास हाे के उद्देश्य से शुरू की गई योजनाएं शामिल हैं। उन्होंने पंचायत सचिवों को निर्देशित किया कि इन सरकारी योजनाओं की जानकारी हर नागरिक तक पहुंचाने की शुरुआत करें। इस दौरान खंड विकास अधिकारी ओशिन शर्मा, svpo राज कुमार, नरिद्र कुमार वरिष्ठ सहायक, जे.ई ब्लाक सुशील कुमार, रंजना, विश्वास गुलेरिया, व पंचायत सचिव मौजूद रहे। इस दौरान विधायक अर्जुन सिंह ने विकास खंड नगराेटा सूरियां काे कोविड-19 कि जांच के लिए थर्मल स्कैनर उपलब्ध करवाए।
जिला कांगड़ा पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ चलाये गये अभियान के तहत थाना डमटाल की पुलिस टीम ने गश्त के दौरान भदरोया के पास के गाड़ी न0 HP 33B 8550 PUNTO में बैठे तीन लड़को व एक लड़की से 8.38 ग्राम हेरोइन व 1102 नशीले कैप्सूल बरामद करने में सफलता हासिल की। आरोपियों पर थाना डमटाल में मुकद्दमा अंडर सेक्शन 21,22 of NDPS Act दर्ज थाना किया गया। आरोपियों की पहचान शिदान्त ठाकुर पुत्र नरदेव सिंह गांव मदेच डाकघर द्रमन तहसील शाहपुर जिला कांगड़ा, अभिशान्त पुत्र अनेक सिंह VPO द्रमन तहसील शाहपुर जिला कांगड़ा, रजत कुमार पुत्र स्वर्ण सिंह गांव परेही डा भजरेहड़ तहसील शाहपुर जिला कांगड़ा व चौथी लड़की की पहचान रीना (काल्पनिक नाम) चेतडु जिला कांगड़ा हि.प्र उम्र 23 साल के रूप में हुई है। एस पी कांगड़ा विमुक्त रंजन ने पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस आगामी करवाई अमल में ला रही है।
वाकया जिला काँगड़ा के नूरपुर की पंचायत बरंडा का है जहाँ एक बच्ची, जिसकी उम्र लगभग 16 बर्ष है ने आरोप लगाया था कि स्वर्ण सिंह जिसकी उम्र लगभग 50 वर्ष है, ने उससे छेड़-छाड़ की है। इस बात की शिकायत लड़की द्वारा पुलिस को किए जाने पर पुलिस ने उक्त व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी थी, लेकिन स्वर्ण सिंह का कोई पता नहीं चल पा रहा था कि वह कहाँ है। तभी दो दिन के बाद स्वर्ण सिंह को एक पेड़ से मृत अवस्था में लटका पाया गया। बता दें कि स्वर्ण सिंह की दो बेटियां और एक बेटा है। कहा जा रहा है कि समाजिक लज्जा के कारण उन्होंने आत्महत्या की है लेकिन अभी तक इसका खुलासा पूर्ण रूप से होना शेष है। उक्त व्यक्ति का शव अभी नूरपुर अस्पताल में रखा गया और उसे बुधवार को ही पोस्ट मोर्टेम के लिए टांडा भेजा जाएगा। बरंडा पंचायत प्रधान ने बताया कि उन्होंने पूर्वकाल में स्वर्ण सिंह के बारे में ऐसा कभी नहीं सुना था।
जीवन में आगे बढ़ने का अवसर सबको मिलता है परन्तु कुछ ही ऐसे लोग होते हैं जो अवसरों का उपयोग कर सफलता प्राप्त करते हैं। कांगड़ा जिला के तहसील शाहपुर का एक गांव है दुरगेला, यहीं रहते हैं प्रगतिशील, मेहनतकश और क्षेत्र के लिए अनूठी मिसाल बने बागवान कर्म चन्द। 2008 में सीआरपीएफ से सेवा निवृत हुए कर्म चन्द ने घर पर आने के बाद कुछ समय तक अपनी जमीन पर पारम्परिक खेती-बाड़ी जैसे कि मक्की, गेहूं इत्यादि की खेती की। लेकिन मन में चाह थी कि कुछ हटकर किया जाए। लगभग तीन वर्ष पूर्व उन्होंने उद्यान विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क किया तथा सेब का बगीचा लगाने सम्बन्धी जानकारी ली। फिर कर्म चन्द ने लगभग आठ कनाल भूमि पर सेब के 500 पौधे लगाए। कर्मचंद व उनके परिवार की मेहनत और बागवानी विभाग के विशेषज्ञों द्वारा समय समय पर दी गई जानकारी रंग लाई। आज की तारीख में कर्मचंद के बगीचे में सेब पूरी तरह से तैयार हैं और सबसे खास बात यह है कि उन्होंने अपने सेब के बगीचे में किसी तरह का रसायन प्रयोग नहीं किया है। यह सेब पूरी तरह से ऑर्गेनिक हैं। कर्म चन्द का कहना है कि वह अब तक लगभग दो से तीन किवंटल सेब बेच चुके हैं। लोग उनके घर द्वार आकर ही सेब खरीद कर ले जाते हैं। वे बताते हैं कि आसपास के बाजार में ही इनको बेचा जा रहा है। दुकानदार उनके पास आकर उनके घर से ही सेब खरीद कर ले जाते हैं। सरकार के उद्यान विभाग द्वारा उन्हें पॉवर टिल्लर, पानी के भंडारण टैंक, सेब के पौधों, तथा एन्टी हेलनेट पर उपदान दिया गया है। विभिन्न उपदानों के लिए करमचंद ने सरकार का धन्यवाद किया व आभार जताया है। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वह जागरूक हों और विभाग द्वारा दी जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाएं। कर्म चन्द ने विभाग से भी निवेदन किया है कि किसानों के लिए ज्यादा से ज्यादा जागरूकता तथा प्रशिक्षण शिविर लगाये जाएं, ताकि सरकार द्वारा चलाई जा रही विभागीय योजनाएं पात्र लोगों तक पहुंच सके।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर व जिला कांगड़ा कांग्रेस अध्यक्ष अजय महाजन के निर्देश अनुसार ब्लॉक कांग्रेस नूरपुर अध्यक्ष सुशिल मिंटू व सेवा दल नूरपुर अध्यक्ष शाम सिंह, नूरपुर ब्लॉक युवा अध्यक्ष सतवीर सिंह, शहरी युवा अध्यक्ष चिराग गुप्ता, ब्लॉक नूरपुर की समस्त टीम औऱ युवा साथियों के द्वारा स्वास्थ्य विभाग में सेनिटाइजर और पीपीई किट खरीद में हुए भ्रष्टाचार मामले के प्रति महामहिम हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को एसडीम नूरपुर के माध्यम से ज्ञापन सौंपा व निष्पक्ष जांच की मांग की। इस मौके पर सुशील मिंटू ने कहा कि भाजपा सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी है और मुख्यमंत्री को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए। इससे पूर्व कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एस डी एम परिसर में जमकर नारेबाजी की।
विकास, आवास एवं नगर नियोजन मंत्री सरवीण चौधरी ने कहा कि लोगों को कुशल प्रशासन देने और जन कल्याणकारी योजनाओं को पात्र लोगों तक पहुँचाना ही सरकार का लक्ष्य है, ताकि गरीब लोग उनका लाभ उठा सकें। सरवीण चौधरी सोमवार को शाहपुर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत अनसुई (शिव मंदिर उपरली अनसुइ) व ग्राम पंचायत अम्बाडी में महिला मंडलों को चेक वितरण करने के उपरांत उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए बोल रहीं थीं। इस दौरान उन्होंने अंसुई में 5 महिला मंडलों तथा अम्बाड़ी में 6 महिला मंडलों को चेक व मास्क देकर सम्मानित किया। इस दौरान सामाजिक दूरी का विशेष ध्यान रखा गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं, कमजोर वर्गों के उत्थान, किसानों की समृद्धि, महिलाओं की सुरक्षा हेतु वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती-खुशहाल किसान योजना ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना का लाभ उठाकर जहां महिलाएं आत्मनिर्भर होने लगी हैं, वहीं आम लोगों को भी स्वास्थ्यवर्धक सब्जियां मिलने लगी हैं। शहरी विकास मंत्री ने कहा कि सामाजिक गतिविधियों एवं विकास में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने करने तथा उन्हें सक्षम बनाने के लिए प्रभावशालाी योजनाएं आरंभ की गई हैं। उन्होंने कहा कि मदर टेरेसा असहाय योजना मातृ संबल योजना के अन्तर्गत दो बच्चों के पालन-पोषण पर दी जाने वाली सहायता राशि को को गत वर्षों में 4 हजार रुपये से बढ़ाकर 6 हजार रुपये किया गया है। शहरी विकास मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से हिमाचल भी अछूता नहीं रहा, परन्तु मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा समय पर लिए गए ठोस निर्णयों एवं प्रभावी उपायों के कारण प्रदेश में इस महामारी पर काफी हद तक अंकुश लगया जा सका है। उन्होंने कहा कि लोग सामाजिक दूरी की अनुपालना सुनिश्चित करें तथा फ्लू जैसे लक्षण दिखने पर फ्लू कार्नर में ही तुरंत चेकअप करवाएं ताकि किसी भी स्तर पर कोरोना का संक्रमण नहीं फैल सके। उन्होंने सभी लोगों से वायरस के संक्रमण से बचने के लिए बार-बार हाथ धोनें और सैनिटाईजर का प्रयोग करने का आग्रह किया। शहरी विकास मंत्री ने कहा कि रजोल अन्सुई चड़ी सम्पर्क मार्ग पर 1.27 लाख रुपये, झिकली अन्सुई में खेल मैदान पर एक लाख रुपये, कृष्णा के घर से वीर सिंह के घर तक पकका मार्ग पर 2.30 लाख रुपये, टिक्का बोल में पुलिया निर्माण पर एक लाख रुपये, रक्कड़ का बाग में मेला मैदान के लिए दो लाख रुपये, झिकला अन्सुई में शेड निर्माण पर 40 हजार रुपये, रक्कड़ का बाग में शेड निर्माण पर एक लाख रुपये तथा मेन अन्सुई रोड सक महिन्द्र सिंह के घर तक सम्पर्क मार्ग पर 50 हजार रुपये व्यय किए गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत चड़ी से झिकली अन्सुई तक सड़क उन्नयन पर एक करोड़ रुपये व्यय किया जा रहा है तथा इस सड़क का कार्य प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त अन्सुई में विभिन्न विकासात्मक कार्यों पर 4.27 लाख रुपये व्यय किए जाएंगे। इस अवसर पर मंडलाध्यक्ष प्रीतम चौधरी, महामंत्री सतीश, अश्वनी चौधरी, तिलक राज शर्मा्र, योगराज चड्ढा, पूर्व प्रधान अनसुई अश्वनी, प्रधान अम्बाड़ी कल्पना देवी, प्रेम चन्द, मांगों राम, रिंकू, धर्म चन्द, बिट्टू सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा कर्मचारी मौजूद रहे।
थाना डमटाल की पुलिस टीम ने नशे के लिए कुख्यात गांव छन्नी में अवैध शराब का कारोबार करने वालों पर बड़ी कार्रवाई की। पुलिस टीम ने छन्नी गांव में अवैध शराब का धंधा करने वालों के रिहायशी मकानों में रेड की जिस में पुलिस ने लाखों लीटर कच्ची शराब नष्ट की व 5 आरोपियों के घरों से करीब एक लाख साठ हजार(160000) ML Illicit liquor बरामद की। थाना डमटाल में आरोपियों के खिलाफ अलग अलग 5 मुकद्दमे दर्ज करके आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। नशा तस्करी और अवैध शराब के कारोबार में शामिल लोगों को कतई नही बक्शा जाएगा तथा पुलिस की इस तरह की कार्यवाहियां निरंतर जारी रहेगी। थाना डमटाल ने क्षेत्र की जनता से निवेदन है कि चिट्टे या अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल लोगों बारे में कोई भी सटीक जानकारी होने पर थाना में सूचित करें। जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
कोरोना महामारी के बीच जहाँ समूचा देश लॉक डाउन है वहीँ लोग अपनी सेहत के प्रति जागरूक भी है। रविवार को भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में इसका नज़ारा देखने को मिला। अवसर था छठे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का । इस मौके पर लोग अपने घरो में ही योग करते देखे गए। फतेहपुर विधानसभा के अंतर्गत लरनुह गांव के शिवांग, आरव गर्ग, भावनी आदि घर मे ही अपने स्कूल टीचर्स व माता पिता के मार्गदर्शन में योग कर रहे थे तो दूसरी तरफ नुरपुर भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रवक्ता ओंकार धीमान भी अपने घर हरनोटा मे अपनी पत्नी, बेटा व बेटी संग योगा करते देखे गए । बेटी ऋचा ने कुछ मुश्किल आसन भी किए । नूरपुर से स्कूल प्रवक्ता भारतेन्दु भी स्कूल छात्रों को ऑनलाइन योगासन करवाते दिखे । भारतेन्दु ने कहा कि योग के द्वारा हम अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते है जो कि हमे बीमारियों से लड़ने में सहायक होती है ।
कोरोना काल में बहुत सतर्क शाहपुर थाना प्रभारी हेम राज तथा उनकी टीम ने जहाँ अभैद धंधो में संलिप्त लोगों पर लगाम कसी, वहीं उन्होंने शाहपुर बाजार या सार्वजनिक स्थलों पर बिना मास्क पहने घूम रहे लोगों पर शाहपुर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। शाहपुर पुलिस ने थाना प्रभारी हेमराज शर्मा के नेतृत्व में बिना मास्क घूम रहे आठ लोगों के चालान कर 4 हज़ार रुपए बतौर जुर्माना वसूल किया किया है। एसएचओ हेम राज ने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए सभी लोगों को आगे आकर सरकारी आदेशों व नियमों की पालना करनी होगी, जिनमें मास्क पहना अनिवार्य है, लेकिन कुछ लोग इन नियमों को धत्ता बताकर बिना मास्क बाहर घूम रहे है। यह लोग ऐसा करके अपनी व अन्य लोगों की जान खतरे में डाल रहे है। उन्होंने कहा कि बार-बार आग्रह करने के बावजूद कुछ लोग नियमों की पालना नही कर रहे है तथा इसी के चलते पुलिस को सख्त होना पड़ा है। पुलिस ने शाहपुर में बिना मास्क घूम रहे 8 लोगों के चलान काटकर 4 हज़ार जुर्माना वसूला है।
भारत व चीन के सैनिकों के मध्य गलवां घाटी में हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए हिमाचल इंस्टिच्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग (हाईट) के प्रबन्धन ने दो मिनट को मौन रखा। संस्थान के चेयरमैन रमन कायस्था, एमडी दुष्यंत कायस्था, प्रिंसिपल डा अर्जुन कुमार, रविन्द्र राणा तथा संस्थान का स्टाफ मौजूद रहा। इन्होंने चीनी सेना द्वारा की गई कार्रवाई को कायराना तथा दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए शहीद भारतीय सैनिकों के परिजनों से संवेदना जताई है ।
तलवाड़ा मुख्य मार्ग पर परौल के समीप ट्रक की टक्कर से एक महिला की मौत हो जाने का समाचार प्राप्त हुआ है। मिली जानकारी अनुसार पंचायत बगड़ोली के गांव बनाड़ की महिला परीक्षा अपने देबर के साथ बाईक (एचपी-54बी-8561) पर घर से बाया बनकड़ोली होती हुई रैहन जा रही थी कि परौल नामक स्थान पर मुख्य मार्ग पर जुड़ते हुए रैहन से फतेहपुर की तरफ आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी, जिस कारण महिला बुरी तरह जख्मी हो गई, जिसे तुरंत राजा का तालाब स्थित सूर्या अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक महिला ने प्राण त्याग दिए थे। बता दें महिला परीक्षा की शादी करीब 3 वर्ष पूर्व बनाड़ के कुशल के साथ हुई थी। उनकी करीब दो वर्ष की छोटी बेटी भी है। महिला की मौत की खबर लगते ही पूरा क्षेत्र गमगीन हो गया। बताया जा रहा है कि ट्रक चालक बाइक को टक्कर मारने के बाद ट्रक सहित मौके से फरार हो गया। पुलिस चौकी रैहन प्रभारी हंस राज ने बताया पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंच कर जांच में जुट चुकी है।
कांगड़ा में गृह मंत्रालय में तैनात 44 वर्षीय सीमा सुरक्षा बल का जवान कोरोना संक्रमित पाया गया है। जवान 13 जून को दिल्ली से हिमाचल पहुंचा था। जिला कांगड़ा के देहरा में उन्हें संस्थागत क्वारंटाइन किया गया था। यहां बुखार आने के बाद जवान को जोनल अस्पताल धर्मशाला शिफ्ट किया गया था। 15 जून को कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया था, जो बुधवार को पॉजिटिव पाया गया है।
मिल्ट्री अकादमी देहरादून में हुए पासिंग आउट परेड में देश को मिले 333 सैन्य अधिकारीयों में जिला कांगड़ा के ज्वाली के तिहाल गांव के अमन शर्मा ने भी अपना नाम लिखवा कर माता-पिता के साथ साथ इलाके का नाम भी रोशन किया है। ज्ञात रहे हर वर्ष में दो बार होने वाली इस परेड से देश ही नहीं बल्कि मित्र विदेशी सेना को भी बेहतरीन अफसर मिलते है। इस वर्ष की प्रथम पासिंग आउट परेड पर भी कोरोना का साया मंडरा गया और सोशल डिस्टेंसिंग नियम के चलते अकादमी के इतिहास में प्रथम बार बिना माता-पिता की मौजूदगी के यह परेड हुई जिसमे 333 भारतीय अधिकारीयों व 90 मित्र देशो के सेनाधिकारियों ने सफलता पूर्वक प्रशिक्षण समाप्त कर, थल सेनाअध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे को सलामी देकर, इन जांबाज़ सैन्य अफसरों ने संविधान को साक्षी मान कर देश सेवा की शपथ ली। इन्ही 333 अधिकारियो में ज्वाली तहसील के अंतर्गत तिहाल गांव के अमन शर्मा ने भी अपनी उपस्तिथि दर्शा कर इलाके का नाम रोशन किया है। कमेंट मेन्सा पब्लिक स्कूल देहरी से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात अमन शर्मा ने राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला से वी एस सी की और फिर सी डी एस की प्रतिष्ठित परीक्षा उतीर्ण कर सेना में कमीशन प्राप्त किया। अमन के पिता राजेश शर्मा पिछले वर्ष ही शिक्षा विभाग से टी जी टी सेवानिवृत हुए है जबकि माता मंजू लता गृहणी है। अमन के माता पिता को हालाँकि रंज है कि बेटे की इस उपलब्धि को कोरोना के चलते जश्न में तब्दील नहीं कर पा रहे हैं लेकिन उन्हें यह भी भरोसा है कि वह दिन भी दूर नहीं जब उनका आँगन जश्नोगुलजार होगा। वहीं अमन की बहन आकृति शर्मा को बेसब्री से भाई का इन्तजार था, लेकिन हर्षिता का यह इन्तजार लम्बा खिंच गया है क्योकि पुरातन रीतिनुसार इस बार इन सैन्य अधिकारीयों को घर छुट्टी के बजाय सीधे उनकी युनिटो में भेजा जा रहा है। अमन शर्मा देहरादून से सीधे ही जम्मू कश्मीर के द्रास सेक्टर में अर्टलरी रेजिमेंट में अपनी सेवाएं देगा। अमन के पिता राजेश ने बताया कि अच्छा लगता यदि अमन घर आकर ड्यूटी पर जाता लेकिन उन्हें गर्व है कि बिना किसी सैनिक पृष्ठभूमि कर उनके बेटे ने यह मुकाम हासिल किया है ।
दिसंबर 2017 में प्रदेश में भाजपा सरकार बनने पर परिवहन निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारियों में उम्मीद जागी थी कि अब उनको पेंडिंग वित्तीय लाभों पर नई सरकार सकारात्मक सोच के साथ विचार करेगी, परंतु ढाई साल बीत जाने के बाद में स्थिति जैसी की तैसी है। परिवहन निगम की पूर्व कर्मियों को जुलाई 2015 से जून 2018 के मध्य काल का 27 फ़ीसदी महंगाई भत्ते का बकाया आज दिन तक पेंडिंग है। विभाग चुप्पी साधे हुए हैं, यहां तक कि गत 1 वर्ष में जितने भी कर्मी सेवानिवृत्त हुए हैं उन्हें एक फूटी कौड़ी तक नसीब नहीं हुई है। ऐसे में परिवहन निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारियों का जीना दुश्वार हो चुका है। यह बात परिवहन पेंशनर कल्याण संगठन के जिला महासचिव रघुवीर सिंह ने कही है। उन्होंने आगे बताया कि निगम के पेंशनर्स को पेंशन की धनराशि हर माह सरकार से मिलती है, परंतु यहां भी निगम के लेखाधिकारी उक्त धन अन्य मदों पर खर्च करके पेंशनरों की बुढ़ापे में अनावश्यक आर्थिक प्रताड़ना करते हैं। इसी कड़ी में मई माह 2020 की पेंशन भी विभाग ने जारी नहीं की है जिससे पेंशनर्स में भारी रोष है। रघुवीर सिंह ने परिवहन निगम के प्रबंधक निदेशक से मांग की है कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों की मई की पेंशन व अन्य वित्तीय लाभ तुरंत जारी किए जाएं।
आपने नायक फिल्म में एक दिन के मुख्यमंत्री का किरदार देखा होगा, लेकिन वो रील लाइफ थी। कांगड़ा में ऐसा रियल लाइफ में हुआ है।एसडीएम कांगड़ा जतिन लाल ने दसवीं की परीक्षा में 94 फीसदी अंक हासिल करने वाली अपने ऑफिस के चपरासी की बेटी को एक दिन की एसडीएम बनाया है। 14 साल की हिना ठाकुर सुबह 11 बजे से एसडीएम कांगड़ा की कुर्सी पर बैठी हैं। एसडीएम जतिन लाल हिना के बगल में बैठे हैं। हिना सुबह से एसडीएम ऑफिस की बैठ एसडीएम के मार्गदर्शन में ले रही हैं। बाहर से आ रहे लोग अपनी समस्याएं एक दिन की एसडीएम हिना को बता रहे हैं। एक दिन की एसडीएम हिना ठाकुर का कहना है कि यह उनके लिए सपने की तरह है। वह इस सपने को साकार करेंगी। एसडीएम जतिन लाल सर ने मुझे सपना दिखाया है, उसे मैं पूरा करूंगी। मैं पहले डॉक्टर बनूंगी, उसके बाद आईएएस ऑफिसर। एसडीएम जतिन लाल ने बताया कि मुझे कल मेरे चपरासी ने बताया कि उसकी बेटी ने दसवीं में 94 फीसदी अंक लिए हैं। बेटी ने मेरिट में 34वा अंक हासिल किया है। मैंने बेटी को सम्मानित करने के लिए कार्यालय बुलवाया। बेटी ने कहा कि वो आईएएस अफसर बनना चाहती है। फिर मैंने सोचा कि बेटी को एक दिन की एसडीएम बनाया जाए। आज हिना ही एसडीएम है व पूरा कामकाज वही देख रही है। मैं बगल में बैठ कर उसे समझा रहा हूं। ऐसा करने का मेरा मकसद बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ अभियान को बढ़ावा देना है ताकि देश की हर बेटी अपराजिता बने।
पंजाब के पठानकोट में लश्कर के दो आंतकियों की गिरफ्तारी के बाद हिमाचल प्रदेश में पंजाब से सटी सीमाओं पर पहरा बढ़ाया गया है। कांगड़ा और चंबा की सीमा पर पुलिस की अतिरिक्त चौकसी बढ़ाई गई है। बता दें कि पुलिस ने फल और सब्जियों के ट्रक से दो आंतकियों को गिरफ्तार भी बरामद हुए हैं। ऐसे में पंजाब और जम्मू से सटे कांगड़ा और चंबा के बॉर्डर पर पुलिस ने तलाशी अभियान छेड़ा है। गिरफ्तारी के बाद अब अब कांगड़ा-चम्बा पुलिस अलर्ट हुई है। कॉम्बिंग ऑपरेशन के तहत सीमाओं को सील किया गया है। SP कांगड़ा विमुक्त रंजन ने इसकी पुष्टि की है। बता दें कि चम्बा में पहले भी आतंकी घटनाएं हुई हैं और दर्जनों लोग जान गवां चुके हैं साल 1998 में यहां 35 लोगों को एक साथ कतारों में खड़ा कर गोलियों से भून दिया गया था। इसके अलावा, किहार में 2 चरवाहों की निर्मम हत्या साल 1993 में की गई थी। इसको देखते हुए बाद में चम्बा में ITBP का बेस कैंप बनाया गया था और जिसे लंबे अरसे तक आतंकी घटना न होने के चलते अब हटा भी लिया गया है। फिलहाल, पुलिस आने जाने वाली गाड़ियों की चैंकिंग कर रही है और संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है।