हिमाचल प्रदेश प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिका संघ ने प्रदेश सरकार के प्रति व्यक्त किया रोष
प्रदेश में सरकारी स्कूलों में प्री नर्सरी टीचर भर्ती को लेकर ट्रेंड नर्सरी टीचर संघ में भारी रोष है। विभाग और सरकार को लगभग दो वर्ष बीत गए है, लेकिन अभी तक न तो विभाग की तरफ से कोई भर्ती और पदोन्नति नियम बनाये गए और न ही इससे संबधित कोई सटीक जानकारी पात्र व्यक्तियों तक पहुँचाई गई है। ये कहना है ट्रेंड नर्सरी टीचर संघ की प्रांत महासचिव कल्पना शर्मा का। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार कभी केंद्र सरकार का हवाला देकर पल्ला झाड़ लेती है तो कभी उन्हें तसली देकर खली हाथ लौटा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि आज से पहले इस तरह की स्थिति किसी भी पद के लिए नहीं बनी थी, जो प्रदेश में आज प्री नर्सरी टीचर के बारे में बनी हुई है। राष्ट्रीय शिक्षा निति को लेकर भी जिस तरह से केंद्र सरकार के दावे है उसको लेकर भी आशय बरकरार है। क्यूंकि सरकार अभी तक यह ही तय नहीं कर पाई है कि इन पदों में किस वर्ग की भर्ती की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार की इस फेरबदल की राजनीती से किसी का भला नहीं होगा। सरकार केवल मामले को टालने के लिए झूठे वायदे कर रही है। उन्होंने कहा कि प्री नर्सरी टीचर भर्ती के लिए प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिका संघ ही सभी तकीनीकी और सभी दस्तावेज़ों के साथ इन पदों में भर्ती के लिए सक्षम है। उन्होने सरकार से मांग की है कि दुसरे पदों की तरह इसे स्थायी मान कर इन पदों की स्थायी भर्ती का सरकार जल्द फैसला ले और दो वर्षों से एनरोल हुए नर्सरी के विद्यार्थियोंं को पढ़ाने का जिम्मा प्रशिक्षित नर्सरी टीचर्स को सौंपे। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्य पंजाब में हर वर्ष पहले से ही इन पदों को स्थायी तौर पर भरा जाता रहा है, उसी तर्ज को लेकर भी सरकार निर्णय ले सकती है। प्रदेश सरकार अगर खुद कोई निर्णय लेने में सक्षम नहीं है तो प्रधानमंत्री स्वयं इस मामले में हस्तक्षेप करके राज्य सरकार को सुझाव दें।