सर्व अनुबंध कर्मचारी महासंघ की मांग, इसी माह बुलाई जाए जेसीसी की बैठक
सर्व अनुबंध कर्मचारी महासंघ ने सरकार से इस माह में ही जेसीसी की बैठक बुलाने की मांग की है। महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष अरुण भारद्वाज ने कहा कि महासंघ पिछले लगभग 4 वर्षो से अनुबंध कार्यकाल को 3 वर्ष से 2 वर्ष करने की गुहार लगा रहा है लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिले है। सूबे के सभी अनुबंध कर्मचारियों व उनके परिवारजनों को पूरा विश्वास था कि मुख्यमंत्री जयराम 15 अगस्त को अनुबंध कार्यकाल कम करने की घोषणा करेंगे, लेकिन इस बार भी अनुबंध कर्मचारियों के हाथ निराशा ही लगी। सर्व अनुबंध कर्मचारी महासंघ की राज्य कार्यकारिणी का कहना है कि बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया था कि सितंबर से पहले उनकी अनुबंध अवधि 2 वर्ष की मांग को पूरा कर दिया जायेगा। संघ का कहना है कि अब यदि 30 सितम्बर से पहले जेसीसी की बैठक नहीं बुलाई गयी तो वे स्वयं को ठगा सा महसूस करंगे।
उनका कहना है कि कर्मचारी वर्ग के एक बड़े समूह की 4 वर्षों से लंबित मांग तथा अपने ही चुनावी वायदे की इस तरह बार-बार अनदेखी करने से अनुबंध कर्मचारियों में खासा रोष व्याप्त है। गौरतलब है कि वर्तमान सरकार के सत्तासीन होने के बाद नियुक्त हुए कर्मचारियों का 3 वर्ष का अनुबंध पूरा होने वाला है और अधिकांश कर्मचारियों के 2 वर्ष 6 महीने पूरे होने वाले हैं। इसी के चलते महासंघ ने मांग की है कि जेसीसी की बैठक इसी महीने बुलाई जाए और अनुबंध कर्मचारियों की पिछले 4 वर्षो से लगातार उठ रही मांग को पूरा किया जाए ताकि अधिकांश कर्मचारियों को कम से कम 6 महीने का फायदा मिल सके। प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि JCC की बैठक अगले महीने करके उसमें यदि अनुबंध अवधि को 3 वर्ष से घटाकर 2 वर्ष कर भी दिया जाता है तो इस घोषणा का लाभ इन कर्मचारियों को नहीं मिल पाएगा। क्योंकि अनुबंध कर्मचारियों के नियमितीकरण के लिए सरकार ने 30 सितंबर और 31 मार्च की तिथियां निर्धारित कर रखी हैं। इस प्रकार यह घोषणा अनुबंध कर्मचारियों के साथ किया गया एक भद्दा मजाक साबित होगी।