बीती 30 सितंबर से घटे अनुबंध काल, तभी फायदा होगा
प्रदेश सर्व अनुबंध कर्मचारी महासंघ ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर गुहार लगाई है। 27 नवंबर को जेसीसी की बैठक होनी है और अनुबंध कर्मचारी चाहते है कि अनुबंध कार्यकाल को नवंबर माह से नहीं बल्कि 30 सितंबर से घटाया जाए। दरअसल अधिकतर अनुबंध कर्मियों का अनुबंध कार्यकाल 31 मार्च, 2021 को दो वर्ष का पूरा हो चुका है। वर्तमान में यदि सरकार 30 सितंबर, 2021 से अनुबंध काल घटाने का लाभ अनुबंध कर्मचारियों को देती है, तो इससे आंशिक राहत अनुबंध कर्मचारियों को मिलेगी। अनुबंध कर्मचारियों का विश्वास वर्तमान भाजपा सरकार में बना रहेगा।
प्रदेश सर्व अनुबंध कर्मचारी महासंघ का कहना है कि भविष्य में सरकार को इस कदम के प्रत्यक्ष लाभ मिलेंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सर्व अनुबंध कर्मचारी महासंघ पिछले चार वर्षों से बार-बार अनुबंध कार्यकाल तीन वर्ष से घटाकर दो वर्ष करने की मांग उठा रहा है। हर बार प्रदेश के 19 हजार अनुबंध कर्मचारियों को तारीख पर तारीख दी गई है। कर्मचारियों को 25 सितंबर को प्रस्तावित जेसीसी से उम्मीद थी लेकिन केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के दौरे के चलते पहले सरकार ने जेसीसी टाल दी थी । इस पर उपचुनाव की घोषणा होने के बाद अनुबंध कर्मचारियों की रही सही उम्मीद भी टूट गई थी । कर्मचारी पिछले लम्बे समय से अनुबंध काल तीन से घटाकर दो साल करने की मांग कर रहे है। अनुबंध कर्मचारियों के नियमितीकरण के लिए सरकार ने 30 सितंबर और 31 मार्च की तिथियां निर्धारित की है। ऐसे में यदि सितंबर माह से अनुबंध काल को घटाया जाता है तो 30 मार्च को नियमित होने वाले कर्मचारियों को भी इसका लाभ मिलेगा।
सर्व अनुबंध कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों का कहना है कि महासंघ की राज्य कार्यकारिणी एवं जिला कार्यकारिणियों के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने मुख्यमंत्री, विभिन्न विभागों के मंत्रियों एवं स्थानीय विधायकों को विभिन्न स्थानों पर 2 वर्ष अनुबंध काल करने के लिए कई ज्ञापन सौंपे है। उन्हें हर जगह से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली और आश्वासन दिया गया कि मांग को जल्द ही सरकार पूरा करेगी मगर आज तक सरकार ये मांग पूरा नहीं कर पाई है। उम्मीद है कि इस जेसीसी की बैठक के बाद सरकार कर्मचारियों के हित में ही फैसला लेगी।