टीजीटी आर्ट्स की वरिष्ठता सूची बनाना भूला विभाग
टीजीटी आर्ट्स संघ ने वर्ष 2015 के बाद टीजीटी की फाइनल सीनियोरिटी लिस्ट अब तक नहीं बन पाने के कारण प्रारंभिक शिक्षा विभाग से नाराजगी जाहिर की है। इसे फाइनल करने की मांग हिमाचल राजकीय कला स्नातक संघ के राज्य अध्यक्ष सुरेश कौशल व महासचिव विजय हीर भी कर रहे है। हाल ही में शिक्षा विभाग द्वारा टीजीटी से प्रवक्ता पदोन्नति के लिए आवेदन मांगे गए हैं। परन्तु सैकड़ों टीजीटी उस वक्त असमंजस में पड़ गए जब आवेदन फार्म पर यह लिखा पाया कि आवेदनकर्ता की टीजीटी की सीनियोरिटी फाइनल संख्या पर आधारित होनी चाहिए, जबकि प्रारंभिक शिक्षा विभाग वर्ष 2016 से लेकर 2020 तक पांच वर्ष में संघ के बार बार मांग करने पर मात्र टेंटीटिव वरिष्ठता सूची ही निकाल पाया।
संघ के नेताओं ने मांग की है की विभाग एक सप्ताह के भीतर टीजीटी की फाइनल वरिष्ठता सूची निकाले, ताकि पदोन्नति आवेदन भरने में कोई कठिनाई न हो।
टीजीटी आर्ट्स संघ ने इस मसले पर आवश्यक आनलाइन मीटिंग भी की। इस मीटिंग में जिला चंबा से अध्यक्ष राजिंदर भारद्वाज, कांगड़ा से संजय चौधरी, हमीरपुर से संजय वर्मा, मंडी से विजय बरवाल, ऊना से राजिंदर गुलेरिया, बिलासपुर से राकेश चौधरी, सिरमौर से देश राज शर्मा आदि उपस्थित रहे व सब ने एकमत से विभाग को टीजीटी की फाइनल वरिष्ठता सूची जल्द जारी करने का आग्रह किया। साथ ही जिन टीजीटी शिक्षकों के 5 साल 31 मार्च 2022 तक पूरे होंगे, वह लेक्चरर के लिए अपने आवेदन भी दे पाएंगे। संघ ने कहा की प्रारंभिक शिक्षा विभाग शिमला द्वारा 2015 के बाद आज तक टीजीटी की फाइनल सीनियोरिटी लिस्ट नहीं बन पाने से शिक्षकों को बहुत नुक्सान झेलना पड़ा है। अनेकों नाम इसमें जोड़ने बाकी हैं और कई वरिष्ठता क्रमांक सुधारने की मांगें शिक्षकों ने प्रस्तुत की हैं। कुछ अध्यापकों के तो 6 वर्ष भी पूरे होने वाले हैं परंतु अभी तक उनकी फाइनल सीनियोरिटी लिस्ट नहीं बनी है।