सरकार हमारी भी सुनो, हमें क्यों नहीं मिलता मातृत्व अवकाश
पुलिस कांस्टेबल के परिवारों के बाद अब होमगार्ड के जवानों के परिवार भी सड़कों पर आकर प्रदर्शन करने को मजबूर होने लगे है। होमगार्ड विभाग की महिला कर्मचारियों को आज भी मातृत्व अवकाश का लाभ और प्रसूति अवधि के वेतन का लाभ नहीं मिल रहा है। इन महिला कर्मचारियों का कहना है की यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जहां भारत सरकार 'बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओं' का नारा बुलंद करती रही है वहीँ कुछ विभाग मातृत्व अवकाश का लाभ भी नहीं दे रहे। इनका कहना है कि यह हर महिला का अधिकार है और इसका लाभ सभी को मिलना चाहिए। निजी संगठनों और कंपनियों द्वारा भी मातृत्व लाभ दिया जाता था लेकिन यह बहुत दुखद है कि हिमाचल प्रदेश का होमगार्ड विभाग महिलाओं को मातृत्व लाभ नहीं दे रहा है। सिर्फ यही नहीं इन कर्मचारियों की और भी कई लंबित मांगें है जिनको लेकर हाल ही में होमगार्ड के जिला अध्यक्ष विजय धर्माणी की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधिमंडल खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग से मिला। इस दौरान उन्हें समस्याओं के बारे में अवगत कराकर स्थायी नीति बनाने के लिए आग्रह किया। जिला अध्यक्ष ने बताया कि मंत्री ने उनकी समस्याओं को सुना और आश्वासन दिया कि वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष समस्याओं को उठाकर उनको हल करवाने का प्रयास करेंगे। उधर, हिमाचल होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन के राज्य प्रचार सचिव विजय कुमार राणा ने बताया कि हमने हिमाचल प्रदेश के हर जिले से सभी विधायकों, मंत्रियों और मुख्यमंत्री को अपनी समस्याओं से अवगत कराया है। सरकार को बने हुए चार साल हो चुके हैं लेकिन आज तक किसी ने भी हमारे बारे में कुछ भी नहीं सोचा। उन्होंने कहा कि अभी तक गृहरक्षक महिलाओं को मातृत्व अवकाश से भी वंचित रखा जा रहा है, जबकि अन्य सभी विभागों में सभी महिला कर्मचारियों को मातृत्व अवकाश दिया जाता है। राणा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के सभी विभागों के लिए पॉलिसी बनाई जा रही है। हम लोग भी पॉलिसी बनाने की आस लगाए बैठे हैं। कहा कि उन्हें सरकार से उम्मीद है कि उनकी समस्याओं का हल होगा।