आखिरकार सरकार आपने सुन ही ली
लम्बे अर्से बाद हिमाचल कैबिनेट ने प्रदेश के कर्मचारी वर्ग के लिए एक बड़ा राहत भरा फैसला लिया गया है। हालहीं में हुई जयराम मंत्रिमंडल की बैठक में निर्णय लिया गया है कि प्रदेश के हजारों युवाओं के लिए शिक्षा विभाग में भर्ती होने वाली है। लंबे समय से प्रदेश के सरकारी कॉलेज व स्कूल में शिक्षकों के खाली चल रहे पद अब भरे जाने वाले है। विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में अलग-अलग विषयों के शिक्षकों की भर्तियां होंगी। मंत्रिमंडल ने शिक्षा विभाग में 4000 शिक्षकों की बंपर भर्ती करने का फैसला लिया है। इस फैसले पर बेरोज़गार कला अध्यापक संघ ने सरकार का आभार व्यक्त किया है। इन अध्यापकों को प्रशिक्षण लेने के बाद भी आज तक नियुक्ति ही नहीं मिल पाई थी। बेरोजगार कला अध्यापक संघ का कहना है कि सरकार सरकार ने आखिरकार उनकी सुन ही ली जिसके लिए वे उनके आभारी है। कैबिनेट की बैठक में शिक्षकों की कई कैटेगरी के पदों को सरकार ने चार साल बाद मंजूरी दी है। कैबिनेट में शिक्षकों के पदों को भरने के फैसले से हजारों युवाओं को भी राहत मिली है। बेरोजगार प्रशिक्षित शिक्षकों को बैचवाइज नंबर आने की उम्मीद जगी है। फिलहाल कैबिनेट ने बड़ा फैसला लेते हुए शिक्षा विभाग में विभिन्न श्रेणियों के शिक्षकों के चार हजार पदों को अनुबंध आधार पर भरने की मंजूरी दी है। इनमें 1360 पद उच्च शिक्षा और 2640 पद प्रारंभिक शिक्षा विभाग में भरे जाएंगे।
आठ हजार शिक्षकों के पद रिक्त
कैबिनेट के फैसले के अनुसार 810 जेबीटी, 820 कला शिक्षक, 870 पीईटी, 561 कालेज प्रवक्ता, 214 स्कूल न्यू प्रवक्ता, 250 जेओए (पुस्तकालय),16 कालेज आचार्य सहित तबला वादकों व योग शिक्षकों के भी पद भरे जैन। वहीं, यह निर्णय भी लिया गया कि शिक्षकों के विभिन्न पदों पर बैचवाइज भर्ती में तेजी लाई जाए। बता दें कि शिक्षा विभाग में इस समय आठ हजार शिक्षकों के पद खाली चल रहे हैं। इसमें प्राइमरी से लेकर सेकेंडरी तक के स्कूलों की बात करें तो 7000 पद अभी भी विभिन्न कैटेगिरी के खाली चल रहे हैं। इसमें से 3500 पद तो विभाग भर देगा, वहीँ बाकी पदों को भी जल्द भरने का दावा किया जा रहा है।