सब पर करम पर कंप्यूटर शिक्षकों पर सितम क्यों
'भाजपा सरकार अपने कार्यकाल के अंतिम वर्ष में हर कर्मचारी वर्ग की मांगें पूरी कर रही है, मगर हमें तो मानों सरकार अपना कर्मचारी समझती ही नहीं है ' जयराम सरकार से ये शिकवा है प्रदेश के सरकारी स्कूलों में सेवाएं दे रहे 1421 कंप्यूटर शिक्षकों का। इनका प्रतिनिधित्व कर रहे कंप्यूटर शिक्षक संघ का कहना है कि सरकारी स्कूलों में तैनात कंप्यूटर शिक्षक खुद को ठगा सा महसूस कर रहे है। 20 सालों तक लगातार संघर्ष करने के बावजूद भी कंप्यूटर शिक्षकों की मांगें पूरी नहीं हो पाई है। पिछले करीब दो दशक से कम्प्यूटर अध्यापक राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में शिक्षा देने का कार्य कर रहे हैं, लेकिन किसी भी सरकार ने कम्प्यूटर अध्यापकों के लिए नीति नहीं बनाई है। इनका कहना है कि सरकार हर वर्ग को राहत पहुंचा रही है, मगर इन्हें नहीं। सरकार करुणामूलक आधार पर नौकरियां दे रही है, कर्मचारियों को नया पे स्केल दे रही है, पीस मील वर्कर को कॉन्ट्रैक्ट पर ला रही है, मगर एमएससी एमसीए पास और 20 साल से सेवारत इन शिक्षकों के साथ मांगों पर अमल नहीं कर रही। राज्य के सरकारी स्कूलों में 1354 कम्प्यूटर शिक्षक शिक्षा दे रहे हैं तथा समस्त शिक्षक आर एंड पी नियमों का अनुसरण करते हैं। इनमें से 90 प्रतिशत कम्प्यूटर शिक्षक 45 वर्ष की आयु पार कर चुके हैं। कंप्यूटर शिक्षक संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि जब उक्त कम्प्यूटर शिक्षक नौकरी पर लगे थे तो उनका वेतन मात्र 2400 रुपए था और 20 सालों के बाद 13000 तक पहुंचा है। अब भी प्रदेश सरकार वेतन बढ़ाने तक ही पहुंची है। कम्प्यूटर शिक्षक इतने कम वेतन पर बच्चों की पढ़ाई के साथ परिवार का भरण पोषण भी नहीं कर पा रहे हैं तथा अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की कि कंप्यूटर शिक्षकों को शिक्षा विभाग में समायोजित किया जाए ताकि प्रदेश के कंप्यूटर शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित हो सके।
बार-बार बढ़ा दिया जाता है एक्सटेंशन
साल 2001 में सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षा शुरू की गई थी और इसका जिम्मा कंपनी को सौंपा गया था। कंपनी की एक्सटेंशन को बार-बार बढ़ा दिया जाता है। कंप्यूटर शिक्षक संघ का कहना है कि आज दो दशक बीत जाने के बाद भी कंपनी की ओर से उनका शोषण ही किया जा रहा है। कंप्यूटर शिक्षक लगातार सरकार से नियमितीकरण की मांग करते आ रहे हैं लेकिन अभी तक मांग पूरी नहीं हो पाई है।
पक्ष
अब धैर्य टूट रहा है। कंप्यूटर शिक्षक अब इतिहास दोहराने की तैयारी में है। मांग पूरी न हुई तो शिक्षक सड़कों पर उतर आएँगे। सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा
-राजेश शर्मा, प्रेस सचिव, कंप्यूटर शिक्षक संघ।