जिला प्रशासन किन्नौर के एक प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि गत दिनों से जिला में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जिले में संपर्क मार्गों तथा बाधित बिजली व पानी की समस्या को बहाल करने के लिए जल शक्ति, विद्युत व लोक निर्माण विभाग सहित पुलिस, होम-गार्ड व एनडीआरएफ के जवानों द्वारा युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मूसलाधार बारिश के कारण पेयजल आपूर्ति योजनाएं बाधित हो गई हैं जिन्हें खोलने के लिए जल शक्ति विभाग द्वारा त्वरित व ठोस कदम उठाए जा रहे हैं जिसके तहत जिला के कल्पा तथा निचार उपमण्डल में 31 बाधित पेयजल आपूर्ति योजनाओं में से 17 योजनाएं तथ पूह उपमंडल में 24 बाधित पेयजल आपूर्ति योजनाओं में से 21 पेयजल योजनाओं को बहाल कर दिया गया है। प्रवक्ता ने बताया कि जिला में बिजली की समस्या को बहाल करने के दृष्टिगत जिला में अब तक 436 ट्रांसर्फोमर है जिनमें से 308 ट्रांसर्फोमर को बहाल कर दिया गया है तथा 128 बाधित ट्रांसर्फोमर को बहाल करने का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि जिला के कल्पा, निचार तथा पूह उपमंडल में कुल 36 संपर्क मार्ग बाधित हैं, जिन्हें लोक निर्माण विभाग द्वारा खोलन के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश में अत्याधिक बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन ने राज्य पर विनाशकारी प्रभाव डाला है और कृषि विभाग के प्रारंभिक अनुमान में फसलों को 83 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि राज्य भर में हुई तबाही अभूतपूर्व है, इसलिए केंद्र को हिमाचल में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित कर बचाव एवं राहत कार्यों के लिए विशेष आर्थिक पैकेज जारी करना चाहिए। आज आयोजित एक बैठक में चंद्र कुमार ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार राज्य में प्रभावित कुल 28,495 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में से 6,978 हेक्टेयर में सब्जी उत्पादन को लगभग 40 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मक्का, धान, रागी, बाजरा और खरीफ दलहन को लगभग 21,517 हेक्टेयर पर करीब 17 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मंत्री ने कहा कि इसके अलावा, खेती की जमीन बह जाने और खेतों में आई गाद के कारण फसलों को लगभग 26 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा नुकसान मंडी जिले में हुआ जोकि 23.38 करोड़ रुपये आंका गया है। इसके बाद शिमला में 17.63 करोड़ रुपये, सिरमौर में 13.29 करोड़ रुपये, सोलन में 8.16 करोड़ रुपये, लाहौल स्पिति में 5.74 करोड़ रुपये, कुल्लू में 4.38 करोड़ रुपये, कांगड़ा में 3.99 करोड़ रुपये, ऊना में 2.99 करोड़ रुपये, चंबा में 1.53 करोड़ रुपये, बिलासपुर में 1.01 करोड़ रुपये, किन्नौर में 59 लाख रुपये और हमीरपुर में 29 लाख रुपये का नुकसान हुआ। भविष्य में ऐसी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए मृदा संरक्षण पर बल देते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि पूरे राज्य में मृदा संरक्षण की तकनीकों और तरीकों को बढ़ावा दिया जाएगा। मंत्री ने कहा कि कांगड़ा जिले के शाहपुर निर्वाचन क्षेत्र में गज खड्ड के उचित तटीकरण और राजोल, अवाड़ी, अनसुई और डेग गांवों के निवासियों द्वारा मिट्टी संरक्षण को अपनाने के कारण हाल ही में हुई भारी बारिश से न्यूनतम नुकसान दर्ज किया गया हैै। चंद्र कुमार ने कहा कि कृषि और पशुधन के नुकसान के संबंध में उप निदेशकों को अंतिम रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है और शीघ्र ही इससे संबंधित बैठक की जाएगी। बैठक में शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया, निदेशक कृषि डॉ. राजेश कौशिक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
प्रदेश में भारी बारिश, अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से सड़कों और अन्य बुनियादी ढांचा को भारी नुकसान हुआ है। इन सभी विपरीत एवं कठिन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए व विद्यार्थियों और कर्मचारियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए वर्तमान सत्र के लिए हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड से संबद्ध सरकारी, निजी स्कूलों में मानसून अवकाश को पुनर्निर्धारित और समय से पहले/समायोजित करने का निर्णय लिया है। छुट्टियों के दिनों की कुल संख्या समान रखने के लिए हरसंभव सावधानी बरती गई है, ताकि शिक्षण दिवस यथावत रहे। सरकार के आदेशों के अनुसार स्कूलों में मानसून ब्रेक 10 जुलाई से शुरू हो गया है। इस संबंध में उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से कार्यालय आदेश जारी किए गए हैं। स्कूलों में अब यह रहेगा मानसून ब्रेक का शेड्यूल कुल्लू जिले के स्कूलों में अब मानसून अवकाश 10 जुलाई से 1 अगस्त तक 23 दिन का रहेगा। पहले यह 23 जुलाई से 14 अगस्त तक होना था। इसी तरह लाहौल-स्पीति जिले के स्कूलों में समर अवकाश 10 जुलाई से 20 अगस्त तक 42 दिन का रहेगा। पहले ये छुट्टियां 17 जुलाई से 20 अगस्त तक होनी थीं। जनजातीय क्षेत्र किन्नौर, पांगी व भरमौर में मानसून अवकाश 10 से 15 अगस्त तक छह दिन का रहेगा। मौजूदा शेड्यूल के मुताबिक यह ब्रेक 22 से 27 अगस्त तक होना था। प्रदेश के अन्य शीतकालीन अवकाश वाले स्कूलों में मानसून ब्रेक अब 10 से 15 जुलाई तक छह दिन का रहेगा। मौजूदा शेड्यूल के तहत मानसून ब्रेक 22 से 27 जुलाई तक होना था।
भारी बारिश से सड़कें बंद होने से प्रदेश भर में एचआरटीसी के 1007 रूट बंद हो गए हैं। वहीं, अलग-अलग क्षेत्रों में निगम की 452 बसें फंसी हुई हैं। इसके अलावा हिमाचल से बाहर भी कई बसें फंसी हुई हंै। एचआरटीसी प्रबंधन की ओर से जारी जानकारी के अनुसार प्रदेश में नाहन यूनिट की एक बस देहरादून पांवटा सड़क पर फंसी हुई है। वहीं एक बस सुंदरनगर यूनिट की सहारनपुर अंबाला के बीच फंस गई है। एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि मंडी का धर्मपुर डिपो सुरक्षित है। सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है, वीडिया 2015 का है। उन्होंने बताया कि रामपुर-रिकांगपिओ बस रूट बंद है। इसके कारण रिकांगपिओ में स्थानीय बसों का संचालन बंद हो गया है। रामपुर से रोहड़ू के रूट भी भूस्खलन के कारण बंद है। शिमला शहर के अंदर एचआरटीसी बसों की आवाजाही जारी है, लेकिन शहर के साथ लगते कई क्षेत्रों में बसों की आवाजाही बंद है। नाहन में मुख्य सडक़े अलावा सभी लिंक रूट बंद है। इसी तरह सोलन में भी मुख्य सडक़ के अलावा लिंक रूट बंद है। चंबा में एचआरटीसी की सभी बस सेवाएं प्रभावित है। कुल्लू जिला के भी सभी रूट बंद है। धर्मशाला डिपो के लोकल रूट बंद है। हमीरपुर में मुख्य रूट बहाल हैं, लेकिन लिंक रूट बंद है।
हिमाचल में तीन दिन से जारी बारिश प्रदेश को गहरे जख्म दे रही है। अब तक करीब 15 लोगों को यह बेरहम बरसात लील गई है। बरसात के कारण कई जगह लोगों के घर और अन्य भवन जमींदोज हो गए हैं तो कहीं पानी अपने साथ लोगों के आशियाने बहाकर ले गया है। मूसलाधार बारिश के चलते भूस्खलन, बादल फटने, घर ध्वस्त होने, पेड़ और बिजली गिरने से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। 6 नेशनल हाईवे समेत 828 सड़कें यातायात के लिए अवरुद्ध हैं। 4686 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं। सबसे ज्यादा नुकसान कुल्लू और मंडी जिले में हुआ है। मनाली में चार लोग बहने से लापता हैं। वहीं, दो-तीन वोल्वो बसों के बहने की सूचना है। अखाड़ा बाजार में बैली ब्रिज को भारी नुकसान हुआ है। आवाजाही बंद कर दी गई है। मंडी में ब्यास नदी के उफान में 40 साल पुराना पुल बह गया है। जिला ऊना के उपमंडल बंगाणा क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में रविवार देर रात तथा सोमवार सुबह को लगातार हो रही बारिश से यातायात प्रभावित है। वहीं कुछ स्थानों पर रिहायशी मकान तथा गोशालाएं गिर गई हैं। रौद्र रूप दिखा रही ब्यास बारिश से ब्यास नदी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। नदी के तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ है। ब्यास किनारे कई घर व होटल बह गए हैं। वहीं पार्वती व तीर्थन नदी व अन्य नदी नालों में बाढ़ जैसे हालात हैं। नदी किनारे बसें गांवों व घरों में पानी घुस गया है। लाहौल के तेलिंग नाला में तीन दिन से फंसे हैं 50 लोग जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में बारिश ने तबाही मचा दी है। मनाली-लेह मार्ग के बीच आने वाले तेलिंग व पागलनाला में बाढ़ आने से सड़क मार्ग बंद है। यहां एचआरटीसी की चार बसों के साथ कुछ छोटे वाहन भी फंसे हैं। बसों में सवार करीब 50 लोग तीन दिनों से भूखे प्यासे हैं। इसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। स्थानीय प्रशासन ने कोई भी मदद नहीं की है। किन्नौर की भावा खड्ड में तीन मकान बहे किन्नौर जिले की भावा खड्ड में रविवार रात बाढ़ आने से तीन मकान बह गए हैं, जबकि दो मकानों को आंशिक रूप से नुकसान हुआ है। एक टिप्पर, एक पिकअप और एक कार बाढ़ मे बह गई है। कई सेब के बागीचों को भी नुकसान पहुंचा है। वहीं भावा खड्ड पर बने पैदल पुल भी बाढ़ की चपेट में आने से बह गए हैं। जबकि कई मकान खतरे की जद में हैं। ऊना आने वाली सभी ट्रेनें रद्द ऊना आने वाली सभी ट्रेनें आज भी रद्द रहेंगी। बारिश की वजह से रेल सेवा पर सबसे बुरा असर पड़ा है। वंदे भारत, जनशताब्दी, हिमाचल एक्सप्रेस सहित पेसेंजर ट्रेने भी नहीं चलेंगी। ऊना, अंब, अंदौरा व दौलतपुर चौक रेलवे स्टेशन भी खाली पड़ हैं। ऊना में कुल नौ ट्रेने अवगमन करतीं हैं। सीएम ने की राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बारिश से हुई तबाही को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है। सीएम सुक्खू रात भर मंडी, कुल्लू, सोलन जिलों में हो रही तबाही की जानकारी लेते रहे। फंसे हुए लोगों को सकुशल निकालने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं।
भारी बारिश से हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है। बीते 24 घंटे के दौरान मूसलाधार बारिश के चलते भूस्खलन, बादल फटने, घर ध्वस्त होने, पेड़ और बिजली गिरने से 11 लोगों की मौत हुई है।किन्नौर जिले के भावा खड्ड में रविवार रात भयंकर बाढ़ आने से तबाही मच गई। जानकारी के अनुसार, बाढ़ की चपेट में आने से तीन मकान पूरी बह गए हैं। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में भारी बरसात को लेकर रेड व ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, उपायुक्त किन्नौर ने आमजन से एतिहात बरतने और अनावश्यक यात्रा नहीं करने की अपील की है स्त होने, पेड़ और बिजली गिरने से 11 लोगों की मौत हुई है।किन्नौर जिले के भावा खड्ड में रविवार रात भयंकर बाढ़ आने से तबाही मच गई।
प्रदेश में लगातार जारी भारी बारिश के चलते प्रदेश उच्च न्यायालय व जिला न्यायपालिका के सभी न्यायालय में सोमवार को अवकाश घोषित किया गया है। इस संबंध में प्रदेश उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल ने आदेश जारी किए हैं। आदेशों में कहा गया है कि अवकाश के स्थान पर भविष्य में किसी अन्य गैर कार्य दिवस को प्रदेश उच्च न्यायालय में कार्य दिवस घोषित किया जाएगा। जिला एवं सत्र न्यायाधीश इसे हिमाचल प्रदेश राज्य के बार एसोसिएशन के माध्यम से आम जनता, वादिकरियों और अधिवक्ताओं के ध्यान में लाएंगे। लगातार हो रही बारिश के कारण वकीलों, कर्मचारियों और न्यायिक अधिकारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इसके बाद ही ये आदेश जारी किए गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में बीते दिन से बारिश का कहर जारी है। रविवार को प्रउेश में पांच लोगों की मौत हो गई। बारिश की वजह से शिमला में एक मकान गिर गया। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। कुल्लू में एक महिला और रामपुर में एक व्यक्ति की मौत हुई है। कुल्लू जिले के बाहंग में एक दुकान ढह गई। कुल्लू में ब्यास के साथ पार्वती और तीर्थन नदी भी उफान पर हैं। इसके अलावा, मंडी शहर में ब्यास नदी उफान पर है। भूस्खलन की वजह से कई हाईवे बंद हैं। मौसम की मार से वंदे भारत, अम्बाला से ऊना आने वाली ट्रेन प्रभावित हैं। लाहौल में ताजा बर्फबारी और मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रामशिमला से मनाली मार्ग यातायात के लिए बंद है। सांगरी बैग से बायां तट होते हुए नग्गर मनाली तक भी यातायात के लिए बंद है। कुल्लू के ब्यासा मोड़ में कार फंस गई।
प्रदेश में भारी बारिश के कारण कई जगहों पर नुकसान की खबर है। नदी नाले उफान पर है। पहाड़ों,चट्टानों और पेड़ों के गिरने का डर है। यह क्रम अभी दो दिन तक और जारी रहेगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोगों से अपील की है कि ज्यादा जरूरी काम न हो तो घर से बाहर न जाएं। जनता की सुविधा के लिए प्रशासन को हर संभव सहायता प्रदान करने और सतर्क रहने के आदेश दे दिए गए हैं। सरकार हर वक्त आपके साथ खड़ी है। अपना ख्याल रखें और सावधान रहें।
हिमाचल प्रदेश में जारी मूसलाधार बारिश के बीच मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से हिमाचल प्रदेश में 9 जुलाई के लिए बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में 10 जुलाई के लिए यलो अलर्ट जारी हुआ है। पूरे प्रदेश में 14 जुलाई तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने हिमाचल के लाहौल-स्पीति में अचानक बाढ़, हिमस्खलन की चेतावनी भी दी है। रेड अलर्ट को देखते हुए मौसम विभाग ने स्थानीय लोगों व पर्यटकों को संबंधित विभागों की ओर से जारी एडवाइजरी और दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा है। विभाग के अनुसार मौसम के संबंध में जारी की गई किसी भी यातायात सलाह का पालन करें। -इन जिलों के लिए जारी हुआ रेड अलर्ट प्रदेश के ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिले के लिए बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी हुआ है। वहीं, शिमला, सोलन, सिरमौर व लाहौल-स्पीति के लिए येलो-ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। उधर, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से भी लोगों को एसएमएस के जरिये सचेत रहने की सलाह दी जा रही है।
हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान कई क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। इससे प्रदेश में 160 से ज्यादा सड़कें बंद हो गई हैं। मौसम विभाग ने आगे दो दिन तक हाईअलर्ट जारी किया गया है। शिमला और सोलन जिले में धुंध के कारण विजिबिलिटी 50 मीटर तक गिर सकती है। मौसम विभाग की मानें तो ऊना, कांगड़ा, चंबा, बिलासपुर, मंडी, शिमला, सोलन, सिरमौर और हमीरपुर जिले में कुछ स्थानों पर भारी से भी भारी बारिश हो सकती है। इसलिए इन जिलों में मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट दिया गया है। मौसम विभाग की मानें तो बारिश होने से मौसम में गिरावट आई है। अगले 2-3 दिन में भी तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरवाट आएगी। प्रदेश का अधिकतम तापमान औसत से 2.4 डिग्री नीचे लुढ़क चुका है। शिमला का अधिकतम पारा 22.8 डिग्री, ऊना का 33.2 डिग्री, नाहन 26.7 डिग्री, सोलन 27.4 डिग्री, मनाली 22.8 डिग्री, कांगड़ा 31.3 डिग्री, बिलासपुर 32 डिग्री और हमीरपुर 32.4 डिग्री दर्ज किया गया।
राजस्व, बागवानी व जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह ने गत सांय ग्राम पंचायत जंगी में जनसमस्याएं सुनी और जनसभा को संबंधित करते हुए कहा की जंगी में लिप्पा व आसरंग के साथ पानी के विवाद खत्म होने से जंगी में लंबे समय से चली आ रही पानी की समस्या से निदान मिलेगा। उन्होंने जंगी में लोगों को पानी उपलब्ध करवाने के लिए लिप्पा और आसरंग के लोगों का भी आभार व्यक्त किया। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि किन्नौर जिला के हर गांव में सभी आवश्यक व मूलभूत सुविधा उपलब्ध करवाना प्रमुख प्राथमिकता है जिसके लिए वह निरंतर प्रयत्नशील है। उन्होंने कहा कि जिला में बागवानी, शिक्षा, सड़क, बिजली व पानी इत्यादि जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों के विकास के लिए अनेक अहम कदम उठाए गए हैं। जिला के अधिकतर कण्डों को मुख्य सम्पर्क सड़कों से जोड़ने का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है। जिला के सभी गांवों में बिजली की सुविधा है तथा अब कण्डों तक बिजली की व्यवस्था पहुंचाने का कार्य भी किया जा रहा है। इसके अलावा जिला के जिन स्थानों में पानी की समस्या है उनका निवारण प्राथमिकता के आधार पर करने के लिए जल शक्ति विभाग को निर्देश दिए गए हैं। इस अवसर पर जिला परिषद उपाध्यक्ष प्रिया नेगी ने मुख्यातिथि तथा अन्य अतिथिगणों के जंगी पचायत आगमन पर स्वागत संबोधन दिया। कांग्रेस ग्राम कमेटी द्वारा मंत्री महोदय को पारम्परिक ढंग से सम्मानित किया गया तथा सदस्य जंगी कांग्रेस कमेटी रोशन लाल ने धन्यावाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस दौरान महिला मण्डल जंगी द्वारा रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया जिन्हें राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने 15 हजार रुपये की राशि प्रदान करने की घोषणा की।
* डॉ राजीव बिंदल की नई टीम से जल्द उठ सकता है पर्दा * जिला और ब्लॉक स्तर पर भी चरणबद्ध तरीके से बदलाव तय हिमाचल में लगातार चुनाव हार रही भाजपा अब प्रदेश संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव की तैयारी में है। डॉ राजीव बिंदल के तौर पर नए प्रदेश अध्यक्ष की तैनाती पहले ही हो चुकी है और अब संगठन की सर्जरी की तयारी है। बताया जा रहा है पूरी कार्यकारिणी बदलने की तैयारी है और नए प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल ने संभावित कार्यकारिणी की लिस्ट तैयार कर मंजूरी के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेज भी दी है। नड्डा की सहमति मिलते ही कई बड़े चेहरों की छुट्टी हो सकती है और हाशिए पर चल रहे कई निष्ठावानों को तवज्जो मिलेगी। निष्क्रिय पदाधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखया जायेगा। ऐसे कई पदाधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है जिनके क्षेत्र में बीते विधानसभा चुनाव में खुलकर बगावत हुई हैं और पार्टी का ग्राफ गिरा है। हालांकि मौजूदा कार्यकारिणी के कुछ पदाधिकारियों को बड़ी जिम्मेदारी भी मिल सकती है। माना जा रहा है कि ये बदलाव सिर्फ राज कार्यकारिणी तक सिमित नहीं रहेगा। पार्टी संगठन में टॉप टू बॉटम बदलाव कर सकती है। राज्य कार्यकारिणी में आवश्यक बदलाव के बाद जिला और ब्लाक कि कार्यकारिणी में भी बदलाव होगा। अन्य मोर्चों में भी जरूरी बदलाव की तैयारी है। वहीँ विधानसभा चुनाव में बगावत का बिगुल फूंकने वाले नेताओं कि घरवापसी को लेकर अभी संभवतः पार्टी कोई निर्णय न ले लेकिन आवश्यकता पड़ने पर इस पर भी विचार हो सकता है। दुनिया के सबसे बड़े राजनैतिक दल, यानी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा का डंका आज पुरे सियासी जगत में बजता है। पर उनके अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश में नड्डा की चमक लगातार फीकी पड़ी है। अपने ही राज्य में नड्डा अपनी पार्टी को हारते हुए देख रहे है, निश्चित तौर पर ये बात उन्हें खलती तो होगी। जाहिर है नड्डा सियासत के माहिर खिलाड़ी है और अब कोई चांस लेने के मूड में नहीं होंगे। लाजमी है 2024 के लिए नड्डा अब नरम नहीं बल्कि गरम रुख अपनाये। ऐसे में संगठन में व्यापक बदलाव देखने को मिल सकता है। क्या नए चेहरों पर दांव खेलगी भाजपा ? 2024 लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा एक्शन मोड में है। 2014 और 2019 में भाजपा ने प्रदेश में क्लीन स्वीप किया है और अब पार्टी इस प्रदर्शन को दोहराना चाहती है। मंडी लोकसभा उपचुनाव में हार के बाद पार्टी के तीन सांसद है और माहिर मान रहे है कि पार्टी सीटिंग सांसदों के टिकट काटने या बदलने से भी गुरेज नहीं करेगी। ग्राउंड फीडबैक के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जायेगा। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के अलावा अन्य डॉ सांसदों को टिकट मिलेगा या नहीं, ये कहना मुश्किल है। अनुराग की सीट बदलने को लेकर भी अटकलें तेज है। वहीँ मंडी से पार्टी उम्मीदवार के तौर पर जयराम ठाकुर और अनिल शर्मा के नाम चर्चा में है।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज जिंदल सिविल अस्पताल शोल्टू में चार दिवसीय बहु-उद्देशीय स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश सरकार गरीब व जरूरतमंद लोगों की सरकार है। इसी के दृष्टिगत जनजातीय जिला किन्नौर के लोगों को उनके घर-द्वार के निकट बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए इस चार दिवसीय बहु-उद्देशीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला व सुपर स्पेशलिटी हस्पताल शिमला से विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा जिला के लोगों का नि:शुल्क उपचार किया जा रहा है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग किन्नौर, जेएसडब्ल्यू व अभ्युदय परिवार को इस शिविर के सफल रूप से आयोजन करने के लिए बधाई देते हुए कहा कि किन्नौर जिला के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं जमीनी स्तर पर उपलब्ध करवाने के लिए सभी का एक साथ मिलकर कार्य करना आवश्यक है। उन्होंने भविष्य में भी इस प्रकार के स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने के लिए कहा। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार जनजातीय जिला के लोगों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाने के प्रति वचनबद्ध है। इसी के अंतर्गत किन्नौर जिला के लोगों को चिकित्सा संबंधी सभी सुविधा उनके घर-द्वार के निकट उपलब्ध करवाने की दिशा में यह प्रदेश सरकार की पहल है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा अपने पहले ही बजट भाषण में राज्य के प्रत्येक विधानसभा के एक स्वास्थ्य संगंठन को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया। इसके अतिरिक्त प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों में उचित मूल्य पर गुणवत्ता पूर्ण दवाईंया, मशीन व उपकरण की खरीद के लिए हिमाचल प्रदेश चिकित्सा सेवा निगम की स्थापना जैसे जन-हित निर्णय लिए गए हैं। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी किन्नौर डॉ. सोनम नेगी ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि जेएसडब्ल्यू, हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य विभाग एवं अभ्युदय परिवार के संयुक्त तत्वाधान में इस शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 27 से 30 जून, 2023 तक इस शिविर का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शिविर के प्रथम दिन जिला के लगभग 1300 लोगों ने नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया।
हिमाचल प्रदेश में मानसून की पहली बारिश आफत बना कर बरसी है। भारी बारिश के चलते प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ आने से काफी नुक्सान हुआ है। कुल्लू-मंडी-रामपुर में बाढ़ से कई जगह जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। हमीरपुर में सुजानपुर के खैरी में रविवार को बादल फटने से पांच घरों में मलबा घुस गया। कांगड़ा के नगरोटा बगवां के उपरली मझेटली में बिजली गिरने से मां और डेढ़ साल का बच्चा झुलस गया। मंडी के सराज की तुंगधार और कुल्लू की मौहल खड्ड में बाढ़ से एक दर्जन वाहन बह गए और कई घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। मंडी के शिकारी देवी में शनिवार रात 200 लोग फंस गए, जिन्हें छह घंटे बाद निकाला गया। प्रदेशभर में 85 सड़कें बंद हो गईं हैं। 55 बिजली के ट्रांसफार्मरों को नुकसान पहुंचा है। उधर, कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर जगह-जगह पहाड़ियों से पत्थर, मलबा और पेड़ गिरने से दूसरे दिन भी सभी ट्रेनें रद्द हो गईं। नाहन-कुमारहट्टी और पांवटा-शिलाई नेशनल हाईवे भी कुछ समय के लिए बंद रहा। शिलाई के गंगटोली में खड़ी गाड़ी पर पत्थर गिरे। सतौन और पुरुवाला में खड्ड का पानी दुकानों में घुस गया। जलस्तर बढ़ने से गिरि नदी पर बने जटोन डैम का एक गेट खोलना पड़ा। प्रदेश में मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने सोमवार को ऑरेंज और मंगलवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
अंतर्राष्ट्रीय नशा-निवारण दिवस के अवसर पर जिला किन्नौर में नशा-निवारण जागरूकता अभियान के तहत आयोजित की जा रही विभिन्न गतिविधियों की श्रृखंला में आज जिला के विभिन्न विद्यालयों में नशे से दूर रहने विषय पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। यह जानकारी एक सरकारी प्रवक्ता ने देते हुए बताया कि आज जिला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला तांगलिग, राजकीय उच्च पाठशाला बड़ा-कम्बा, राजकीय उच्च पाठशाला पानवी, राजकीय उच्च पाठशाला कंगोस व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रिकांग पिओ तथा सापनी में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई जिसमें नारा-लेखन, प्रश्नोत्तरी व भाषण प्रतियोगिता शामिल रही। इस दौरान विद्यार्थियों ने नशे से होने वाले दुष्प्रभावों पर अपने विचार विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से प्रकट किए। विद्यालय के विद्यार्थियों ने नशे पर अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि नशा मनुष्य को मानसिक व शारीरिक रूप से कमजोर बनाता है।
जवाहर नवोदय विद्यालय रिकांगपिओ जिला किन्नौर के प्राचार्य ने जानकारी देते हुए बताया कि जवाहर नवोदय विद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए छठी कक्षा में दाखिले हेतु ऑनलाइन आवेदन 10 अगस्त, 2023 तक कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिला किन्नौर में कक्षा पांचवी में अध्ययनरत समस्त पात्र एवं इच्छुक अभ्यर्थी प्रवेश परीक्षा के लिये आवेदन पत्र भर सकते हैं। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन आवेदन नवोदय विद्यालय समिति की वेबसाइट www.navodaya.gov.in के माध्यम से कर सकते हैं। आवेदनकर्ता की जन्म तिथि 01 मई 2012 से 31 जुलाई 2014 के बीच में होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त अभ्यर्थी जिला किन्नौर का वास्तविक निवासी हो तथा जिला के सरकारी विद्यालय अथवा सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विद्यालय में सत्र 2023-24 में पांचवी कक्षा में अध्ययनरत हो। प्रभारी प्राचार्य ने बताया कि अधिक जानकारी एवं सहायता हेतु प्राचार्य के दूरभाष नंबर 7988461117 या 01786-222232/222752 या व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर सकते हैं।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज जिला किन्नौर के भावानगर स्थित नागरिक अस्पताल द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम की अध्यक्षता की। राजस्व मंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम तथा प्रदेश सरकार द्वारा बेटियों के लिए चलाई जा रही नीतियों के कारण आज देश व प्रदेश के कई भागों में लैंगिक अनुपात में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा जीवन में बेटियों का स्थान कितना बड़ा है, यह इस अभियान से प्रकट होता है। उन्होंने कहा की केवल अपने माता-पिता का गौरव ही नहीं बल्कि समाज और देश का गौरव बेटियां होती है तथा किन्नौर जिला की बेटियों ने तो विभिन्न क्षेत्रों में देश व विदेश भर में नाम कमाया है। उन्होंने बेटियों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान कर सशक्त बनाने पर बल देते हुए कहा कि जिला की बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। ऐसे में यह आवश्यक है कि उन्हें गुणात्मक व सुविधापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाई जाए जिसके दृष्टिगत जिला में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने पर बल दिया जा रहा है। जगत सिंह नेगी ने कहा कि महिलाओं को मुख्य धारा से जोड़ना आवश्यक है। बेटियों को सशक्त करने के लिए कई प्रयास किए गए । जिला किन्नौर की संस्कृति बहुत समृद्ध है और बेटियों की साक्षरता पर बल दिया जाता है। नारियों के बारे में हमारे कवियों ने भी कई कविताएं लिखी हैं। उन्होंने इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए कार्यों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि जनवरी से मई माह तक जिले में लगभग 400 ऑपरेशन किए गए हैं, जो की एक रिकॉर्ड है और जिला के लिए गर्व का विषय भी है। उन्होंने स्वास्थ्य के साथ-साथ शिक्षा के सुदृढ़ीकरण पर भी बल दिया। एंजल ने जीती भाषण प्रतियोगिता इस दौरान बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ विषय पर एक भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें प्रोजेक्ट सीनियर सेकेंड्री स्कूल की एंजल प्रथम, एकलव्य मॉडल स्कूल के अर्पित दूसरे तथा हिम मॉडर्न पब्लिक स्कूल पोंडा की जिया ठाकुर तीसरे स्थान पर रही जिन्हें मुख्य अतिथि ने स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र भेंट कर समानित किया तथा सभी प्रतिभागियों को पुरूस्कृत किया। इस अवसर पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ पर एक लघु नाटिका तथा रंगा-रंग सांसकृतिक प्रस्तुतियां भी प्रस्तुत की गई। राजस्व मंत्री ने भाषण प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को 5-5 हजार रुपये तथा लघु नाटिका और संस्कृतिक प्रस्तुति प्रस्तुत करने वालों को 10-10 हजार रूपए अपने ऐच्छिक निधि से देने की घोषणा की। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सोनम नेगी ने मुख्य अतिथि तथा अन्य अतिथिगणों का पारम्परिक ढंग से स्वागत किया।
नशे के समाज पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के दृष्टिगत प्रदेश सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस की पूर्व गतिविधियों के तहत 19 से 25 जून तक प्रदेश सहित जिला किन्नौर में नशा मुक्त अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में आज जिला किन्नौर में जिला कल्याण विभाग द्वारा भांग उखाड़ो अभियान चलाया गया जिसके तहत जिला के विभिन्न स्थानों में भांग उखाड़ कर लोगों को नशेे से दूर रहने के लिए जागरूक किया गया। भांग उखाड़ो अभियान के तहत आज जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रिकांगपिओ के परिसर व आस-पास के क्षेत्र में विद्यार्थियों व अध्यापकों द्वारा भांग उखाड़ी गई व साथ ही आम लोगों को नशे से दूर रहने तथा नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया गया। इसी प्रकार जिला की ग्राम पंचायत बारंग व ग्राम पंचायत पोण्डा में महिला मंडल, युवक मंडल व स्वयं सहायता समूहों द्वारा अपनी-अपनी पंचायतों में भांग उखाड़ो अभियान चला कर पंचायत को भांग रहित किया गया। इस अवसर पर महिला मंडल की महिलाओं द्वारा पंचायतवासियों को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों बारे बताया गया तथा सभी से आग्रह किया कि वे अपने परिवार के सदस्यों विषेशकर युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए आगे आएं।
किन्नौर जिला स्थित जेएसडब्लयू परियोजना द्वारा आज जिंदल संजीवनी अस्पताल शोल्टू में नि:शुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में परियोजना प्रभावित क्षेत्र के लोगों को परियोजना द्वारा जिंदल संजीवनी हस्पताल शोल्टू में नि:शुल्क नेत्र जांच प्रदान की गई। शिविर में परियोजना प्रभावित क्षेत्र के लगभग 500 लोगों ने अपनी आंखों की जांच करवाई। शिविर में 113 वरिष्ठ नागरिकों ने भी भाग लिया। जांच टीम में चंडीगढ़ कॉर्नीया केंद्र के नेत्र विशेषज्ञ डॉ. अशोक शर्मा, डॉ. राजन शर्मा व अन्य सदस्य उपस्थित रहे। इस दौरान नेत्र जांच के साथ-साथ अन्य दवाइयां भी नि:शुल्क वितरित की गई। जांच टीम ने लोगों को आंखों की सुरक्षा के लिए जरूरी सुझाव भी दिए। इस शिविर का शुभारंभ परियोजना प्रमुख कौशिक मलिक ने जिंदल संजीवनी हस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुमन धर, सीएसआर प्रमुख दीपक डेविड एवं विभाग के अन्य सदस्यों की उपस्थिति में किया गया। लोगों ने अपनी आंखों की जांच करवाई व जाँच टीम में चंडीगढ़ कॉर्नीया केंद्र के नेत्र विशेषज्ञ डॉ. अशोक शर्मा, डॉ राजन शर्मा व अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
किन्नौर जिला के निचार स्थित जेएसडब्लयू अस्पताल शोल्टू में 27 से 30 जून तक बहु-विशेषज्ञ चिकित्सा शिविर आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी आज यहां मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सोनम नेगी ने दी। उन्होंने बताया कि इंदिरा गांधी मेडिकल काॅलेज शिमला के 30 विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा बहु-विशेषज्ञ चिकित्सा शिविर में लोगों की स्वास्थ्य जांच तथा मरीजों का उपचार व आॅप्रेशन इत्यादि संबंधी चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस चिकित्सा शिविर में सभी प्रकार की सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने जिला के सभी लोगों से इस निःशुल्क बहु-विशेषज्ञ चिकित्सा शिविर में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आग्रह किया। उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार जनजातीय जिला के लोगों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाने के प्रति वचनबद्ध है। इसी के अंतर्गत किन्नौर जिला के लोगों को चिकित्सा संबंधी सभी सुविधा उनके घर-द्वार के निकट उपलब्ध करवाने की दिशा में यह प्रदेश सरकार की पहल है। प्रदेश सरकार द्वारा अपने पहले ही बजट भाषण में राज्य के प्रत्येक विधानसभा के एक स्वास्थ्य संगंठन को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया। इसके अतिरिक्त प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों में उचित मूल्य पर गुणवत्ता पूर्ण दवाईंया, मशीन व उपकरण की खरीद के लिए हिमाचल प्रदेश चिकित्सा सेवा निगम की स्थापना जैसे जन-हित निर्णय लिए गए हैं।
नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के विरूद्ध 26 जून को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय दिवस के तहत राष्ट्रीय तथा राज्य स्तर पर नशा-निवारण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएगें जिसके अंतर्गत जिला किन्नौर में 19 जून से 25 जून तक सात दिवसीय नशा-निवारण व अवैध तस्करी से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। किन्नौर जिला के उपायुक्त सभागार में उपायुक्त तोरूल एस रवीश की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में जिला कल्याण अधिकारी द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि जिला के सभी शैक्षिणक संस्थानों को नशा-मुक्त हिमाचल के तहत लाया जाएगा व नशे से दूर रहने संबंधित विभिन्न प्रचार कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जिला के तीनों विकास खण्डों में स्वास्थ्य वार्ता नशीली दवाओं के दुरुपयोग संबंधी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस अभियान के तहत जिला के सभी विद्यालयों व अन्य शैक्ष्णिक संस्थानों को तम्बाकू उत्पादों रहित बनाने पर विशेष बल दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि 21 जून, 2023 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर होने वाले जिला स्तरीय विशेष योग शिविर में नशा-निवारण व अवैध तस्करी को समाप्त करने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके अतिरिक्त 19 जून से पंचायत स्तर पर सात दिवसीय व्यापक भांग उन्मूलन गतिविधियां आयोजित कर भांग उखाड़ो कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
जिला किन्नौर में 1 जून से अंतरराष्ट्रीय योग माह मनाया जा रहा है, जिसके तहत अब तक विभिन्न योग शिविरों के माध्यम से जिला के 5484 लोगों को योग के प्रति जागरूक किया जा चुका है। यह जानकारी आज यहां जिला आयुष अधिकारी डॉ. इंदु शर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि जिला किन्नौर के विभिन्न स्थानों व संस्थानों में योग शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। जिला के विभिन्न अस्पतालों, विद्यालयों, सरकारी व गैर-सरकारी संस्थानों, महिला मण्डलों व युवक मंडलों में योग शिविरों का आयोजन कर आम लोगों को योग के माध्यम से स्वस्थ शरीर के साथ-साथ तनाव मुक्त जीवन के प्रति जागरूक किया जा रहा है। डॉ. इंदु शर्मा ने बताया कि अब तक जिला के 205 गांव में योग शिविरों का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 1100 लोगों ने भाग लिया। इसके अलावा जिला के 135 विद्यालयों में विशेष योग शिविर आयोजित कर 3843 विद्यार्थियों को प्रतिदिन योग करने के प्रति जागरूक किया गया। इसी प्रकार जिला के 37 विभिन्न संस्थानों जिनमें महिला मण्डलों, बैंकों, प्रशासनिक कार्यालयों, पुलिस अधीक्षक कार्यालय इत्यादि शामिल हैं, में योग शिविर आयोजित किए गए जिसके माध्यम से 561 लोगों को योग के प्रति जागरूक किया गया।
देश में कई मौके ऐसे आएं है जब सरकारों ने अपने पक्ष में माहौल देखकर समय से पहले चुनाव करवा दिए। क्या आगामी लोकसभा चुनाव भी अपने तय वक्त से पहले हो सकते हैं, ये सवाल इन दिनों सियासी गलियारों में खूब गूंज रहा है। दरअसल, इसी साल के अंत में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने है। क्या मोदी सरकार इन्हीं के साथ लोकसभा चुनाव करवाने पर विचार कर रही है? क्या सरकार का नौ साल की उपलब्धियों के प्रचार में ताकत झोंकना इसका संकेत है? ये अहम सवाल है। 'सेवा सुशासन और गरीब कल्याण' के नारे के साथ भाजपा आक्रामक तरीके से मैदान में उतर चुकी है, मानो चुनाव की घोषणा हो चुकी हो। संभवतः सरकार और पार्टी के शीर्ष स्तर पर लोकसभा चुनावों को लेकर गंभीर मंथन हो रहा है। बीते 6 महीनो में हिमाचल प्रदेश और कर्णाटक में सत्ता से बेदखल हुई भाजपा निश्चित तौर पर आत्ममंथन जरूर कर रही होगी। हालांकि पूर्वोत्तर के नतीजों ने भाजपा को कुछ उत्साहित जरूर किया है। पर पार्टी को इस बात का भी इल्म है कि बीते कुछ समय में कांग्रेस पहले से ज्यादा नियोजित दिख रही है और एंटी इंकम्बैंसी को पूरी तरह खारिज करना भी गलत होगा। ये कहना गलत नहीं होगा कि भाजपा कुछ असहज है। ऐसे में भाजपा के रणनीतिकारों को सोचने की जरुरत है। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव इसी साल नवंबर-दिसंबर में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के साथ कराने का विचार हो रहा है। इसके पीछे एक तर्क ये हो सकता हैं कि विपक्ष अपनी तैयारी अगले साल मार्च-अप्रैल के हिसाब से कर रहा है और उसे समय नहीं मिलेगा। एक तर्क ये भी हैं कि अगर विधानसभा चुनावों में भाजपा को अनुकूल नतीजे नहीं मिले तो कार्यकर्ताओं का मनोबल कमजोर नहीं होगा, बल्कि अगर दोनों चुनाव साथ हो जाते हैं, तो पीएम मोदी की लोकप्रियता का लाभ राज्यों के चुनावों में भी होगा। मुद्दे भांप रही हैं भाजपा ! कांग्रेस और भाजपा, दोनों तरफ सियासी पैंतरेबाजी तेज हो चुकी है। अगला लोकसभा चुनाव अमीर बनाम गरीब, हिंदुत्व बनाम सामाजिक न्याय और बेतहाशा बढ़ी अमीरी के मुकाबले गरीबी रेखा के नीचे की आबादी में बढ़ोत्तरी जैसे मुद्दों के बीच देखने को मिल सकता हैं। जातीय जनगणना भी बड़ा मुद्दा बन सकती हैं। शायद भाजपा इसे समझ रही हैं और ऐसे में जल्द चुनाव से इंकार नहीं किया जा सकता। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ का फीडबैक भी कारण ! मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ से मिलने वाले फीड बैक भाजपा के लिए अच्छा नहीं बताया जा रहा है। राजस्थान में जरूर पार्टी अशोक गहलोत बनाम सचिन पायलट के झगड़े में लाभ तलश रही हैं लेकिन वसुंधरा राजे अगर नहीं साधी गई, तो मुश्किलें शायद भाजपा के लिए अधिक हो। उधर गहलोत सरकार की लोकलुभावन योजनाओं को भी खारिज नहीं किया जा सकता। इसी तरह बिहार, प. बंगाल और महाराष्ट्र में पिछले लोकसभा चुनावों के प्रदर्शन को न दोहरा पाने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को आज किन्नौर जिले के रिकांगपिओ में स्थानीय लोगों द्वारा गर्मजोशी के साथ विदाई दी। केंद्रीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री किन्नौर के दो दिवसीय दौरे पर थे। मंत्री ने जनजातीय क्षेत्र की जनता द्वारा स्नेहपूर्ण आतिथ्य-सत्कार के लिए लोगों का आभार जताया। इससे पहले, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किन्नौर जिले के कल्पा में भी लोगों की समस्याएं सुनीं तथा मीडिया कर्मियों से अनौपचारिक बातचीत की। उन्होंने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री का समृद्ध परम्पराओं एवं सांस्कृतिक धरोहर के लिए विख्यात किन्नौर जिले के दौरे तथा केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम के माध्यम से वाइब्रेंट ग्राम छितकुल को गोद लेने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने राज्य के जनजातीय क्षेत्रों के लोगों की विभिन्न मांगों पर भी विचार करने के लिए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री का आभार व्यक्त किया। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से कल्पा स्टेडियम का विकास किया जाएगा।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरकेसिंह और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वीरवार सायं सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस 17वीं आईटीबीपी बटालियन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जिला किन्नौर के रिकांगपिओ में बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर सेना और आईटीबीपी के अधिकारियों ने केंद्रीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री को उत्तरी सीमावर्ती क्षेत्रों से संबंधित प्रस्तुति दी। उपायुक्त, किन्नौर, तोरुल एस. रवीश ने जिला किन्नौर और लाहौल-स्पीति में सरकार द्वारा चलाए जा रहे वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम पर विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने दोनों जिलों में विभिन्न अवसरों और चुनौतियों से भी अवगत भी करवाया। बैठक में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार राम सुभग सिंह, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा, सेना और आईटीबीपी और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री और मुख्यमंत्री ने 450 मेगावाट की शांगटांग कड़छम हाइड्रो विद्युत परियोजना में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। इसके पश्चात, स्थानीय ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों ने कल्पा विश्राम गृह में केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह और प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज किन्नौर जिला के छितकुल गांव में वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत आयोजित संवाद कार्यक्रम में भाग लिया। इस कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय ऊर्जा मंत्री और मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से संवाद किया और जन शिकायतें सुनीं। उन्होंने क्षेत्र के लोगों को उनकी सभी जायज मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने इस अवसर पर लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम उत्तरी सीमा में बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करने और शहरों के समान सभी सुविधाएं प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार की एक पहल है। उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत किन्नौर जिला के छितकुल, पूह, नाको, लियो और चांगो गांवों को विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने छितकुल से मण्डी के लिए बस सेवा आरम्भ करने की घोषणा भी की। वहीं आरके सिंह ने कहा कि केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का एक उपक्रम (सीपीएसयू) छितकुल गांव को गोद लेगा और इसके विकास के लिए राज्य सरकार को सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि छितकुल में एक मेगावाट का विद्युत संयंत्र स्थापित किया जाएगा तथा क्षेत्र के छोटे नालों पर सूक्ष्म जल विद्युत परियोजनाएं स्थापित करने की सम्भावनाओं की तलाश की जाएगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए छितकुल में सांस्कृतिक और पर्यटन केंद्र स्थापित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से संवाद के दौरान कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्र के लोगों विशेषकर जनजातीय क्षेत्रों के लोगों के विकास के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों की सांस्कृतिक विरासत की अपनी विशिष्ट पहचान है, जो दुनिया भर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा हरसम्भव प्रयास किए जा रहे हैं।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर किन्नौर जिला के वन विश्राम गृह रिकांगपिओ के परिसर में पौधरोपण कर जिला के अधिकारियों व कर्मचारियों सहित आम जनता को वृक्ष लगाओ-पर्यावरण बचाओ का संदेश दिया। बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने इस अवसर पर देवदार वृक्ष का पौधा लगाया तथा उपस्थित लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ, सुंदर व संरक्षित रखने के दृष्टिगत हर वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। ऐसे में हम सभी का यह दायित्व बनता है कि हम पर्यावरण संरक्षण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने कहा कि हमे समय-समय पर वृक्ष लगाते रहने चाहिए। इसके अतिरिक्त अपने आस-पास के क्षेत्रों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस अवसर पर उपायुक्त किन्नौर तोरूल एस रवीश, पुलिस अधीक्षक विवेक चाहल, जिला परिषद सदस्य हितेष नेगी, वन मंडलाधिकारी अरविंद सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर किन्नौर जिला मेें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला किल्बा द्वारा पौधरोपण व विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। कार्यक्रम का आयोजन जेएसडब्ल्यू हाइड्रो एनर्जी लिमिटेड शोल्टू के कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी एवं कॉरपोरेट एनवायरमेंटल रिस्पांसिबिलिटी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में पाठशाला के विद्यार्थियों सहित स्थानीय ग्राम पंचायत किल्बा के लोगों व महिला मंडल किल्बा की महिलाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर पौधरोपण कर लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजग किया गया। इसके अतिरिक्त चित्रकला प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता तथा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं तथा उप विजेताओं को मुख्य अतिथि प्रधान किल्बा पंचायत शंकर भगत नेगी द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस दौरान जे.एस.डब्लयू के अधिकारियों तथा ग्राम पंचायत किल्बा के प्रधान ने पर्यावरण के प्रति अपने-अपने विचार रखे तथा बच्चों सहित अन्य को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज जिला किन्नौर के रिकांगपिओ में एकीकृत जनजातीय विकास परियोजना के तहत विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। मंत्री ने कहा की मूलभूत अधोसंरचना का सुदृढ़ीकरण प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा की प्रदेश सरकार का विशेष बल गुणात्मक और समयबद्ध रूप से राज्य की जनता को मूलभूत अधोसंरचना तैयार कर उसका उचित लाभ प्रदान करना है। जगत सिंह नेगी ने आईटीडीपी के तहत लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, शिक्षा विभाग, कृषि, भूमि संरक्षण, पशुपालन विभाग, इत्यादि द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने आईटीडीपी के तहत जल से कृषि को बल, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, हिम-कुकुट पालन योजना, मुख्यमंत्री कृषि उत्पादन संरक्षण योजना, मुख्यमंत्री कृषि संवर्धन योजना, इत्यादि योजनाओं की समीक्षा भी की। मंत्री ने जिले में निर्माणाधीन पशु चिकित्सालयों तथा स्कूल भवनों को शीघ्र तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने रिकांगपिओ में निर्माणाधीन खेल स्टेडियम, यूथ हॉस्टल कल्पा, स्वास्थ्य उपकेंद्र कुन्नू-चारंग, आयुर्वेदिक चिकित्सालय नमज्ञया, ओद्यौगिक प्रशिक्षण संस्थान रिकांग पिओ में कार्यशाला, शिपकिला के निकट सामुदायिक ट्रेड मार्ट भवन सहित अन्य कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को थोपन के गर्म झरने को शीघ्र आरंभ करने को कहाए ताकि लोग इसका लाभ उठा सकें। राजस्व मंत्री ने जिले में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को भवन निर्माण के लिए पूर्वनिर्मित संरचनाओं को स्थापित करने की संभावनाओं को खोजने के निर्देश भी दिए। उन्होंने जल शक्ति विभाग को जिले में चल रहे लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने जल शक्ति विभाग को पानी की पाइपों को जमीन के नीचे अच्छे से दबाने को कहा तथा जल स्त्रोतों के संवर्धन कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को लक्ष्य निर्धारित कर समयबद्ध रूप से कार्य पूर्ण करने को कहा। उन्होंने जिले में प्रस्तावित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को प्राथमिकता के आधार पर तयार करने को कहा।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने अपने 11 दिवसीय किन्नौर जिला के प्रवास के दौरान आज जिला के कल्पा उपमण्डल के राष्ट्रीय राजमार्ग-5 चोलिंग में 1 करोड़ 10 लाख रुपये की राशि से निर्मित होने वाले सम्पर्क सड़क मार्ग चोलिंग से रांगले का शिलान्यास किया। उन्होंने इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार जनजातीय जिलों के चहुंमुखी विकास के प्रति वचनबद्ध है तथा अपने चुनावी वादों को चरणबद्ध तरीके से पूर्ण कर रही है। इस दौरान उन्होंने आम लोगों की समस्याओं को भी सुना तथा सभी उचित मांगों को चरणबद्ध तरीके से पूर्ण करने का आश्वासन दिया। जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि पूरे प्रदेश सहित जनजातीय जिला किन्नौर को विकास के क्षेत्र में अग्रणी जिला बनाने के लिए वह दिन-रात कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनजातीय जिला किन्नौर अपने नैसंगिक सौंदर्य व आतिथ्य सत्कार के लिए देश सहित विदेश भर में प्रसिद्ध है। ऐसे में यह आवश्यक है कि यहां आने वाले अतिथिगण व पर्यटक हर प्रकार की सुविधा प्राप्त कर सकें जिसका मूल उद्धारण होता है दूर-दराज गांव व पर्यटक स्थलों तक सम्पर्क सड़क मार्गों की उपलब्धता। इसी के दृष्टिगत प्रदेश सरकार द्वारा जनजातीय जिलों के समग्र विकास के प्रति कार्य किया जा रहा है। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज किन्नौर जिला के टापरी बस-स्टैंड से हिमाचल पथ परिवहन निगम की टापरी से चण्डिगढ़ के लिए वाॅल्वो बस सेवा का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यह जिला के लोगों के लिए हर्ष का विषय है क्योंकि जिला में पहली बार वाॅल्वो बस सेवा आरंभ की जा रही है जो जिलावासियों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाने की दिशा में प्रदेश सरकार की पहल है।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जिला किन्नौर में सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए वित्तीय साक्षरता अभियान के तहत आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कल्पा में जिला स्तरीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कल्पा, निचार व पूह विकास खण्ड के विभिन्न विद्यालयों के छात्र व छात्राओं ने भाग लिया। जानकारी देते हुए अग्रणी जिला प्रबंधक पंजाब नेश्नल बैंक रिकांग पिओ के तिलक राज डोगरा ने बताया कि पंजाब नेश्नल बैंक द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देशानुसार वित्तीय साक्षरता के तहत इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कल्पा की काव्य कुमारी व शिखा ने प्रथम स्थान जबकि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रारंग के दिनेश कुमार व ईशिता ने दूसरा स्थान तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सुंगरा से मिश्रा व इश्मू ने तृतीय स्थान हासिल किया। उन्होंने बताया कि बैंक की तरफ से प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को 10 हजार रुपये, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को 7500 रुपये तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को 5 हजार रुपये की राशि पुरस्कार स्वरूप उनके बचत खातों में अन्तरित कर दी गई है। इसके अतिरिक्त प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को जिला प्रबंधक द्वारा प्रमाण-पत्र भी प्रदान किए गए। इस अवसर पर आरबीआई के भरत राज, विद्यालय के अध्यापकों व विद्यार्थियों सहित अन्य उपस्थित थे।
जिला किन्नौर में पर्यावरण सरंक्षण व स्वच्छता के दृष्टिगत लाइफ-स्टाईल फाॅर एनवाॅयरनमेंट कार्यक्रम (मिशन लाइफ) 15 मई से 5 जून तक चलाया जा रहा है। मिशन लाईफ के अंतर्गत जिला किन्नौर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में आज जिला के रिकांग पिओ में युवा सेवा एवं खेल विभाग द्वारा स्वच्छता के प्रति एक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस दौरान राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रिकांग पिओ के विद्यार्थियों द्वारा नारों व रैली के माध्यम से लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक किया गया। इसके अलावा जिला की ग्राम पंचायत शुदारंग, चारंग, रिस्पा, चांगो व अकपा में स्थानीय महिला मण्डलों, स्वयं सहायता समूहों व युवक मण्डलों द्वारा विशेष सफाई अभियान आयोजित किया गया। इस अवसर पर लोगों को गांव की ऐतहासिक धरोहरों, सामुदायिक केद्रों, स्कूली भवनों, महिला मण्डल भवनों, पंचायत भवनों के सौंदर्यीकरण व रख-रखाव के बारे लोगों को जागरूक किया गया। इसके अतिरिक्त पारम्परिक जल-स्त्रोतों की साफ-सफाई भी की गई।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज जनजातीय जिला किन्नौर की दूर-दराज ग्राम पंचायत थेमगंरग व बौनिंगसारिंग में आम जनमानस की जन-समस्याओं को सुनते हुए कहा कि प्रदेश सरकार गरीब व जरूरतमंद लोगों की सरकार है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश सहित जनजातीय जिला किन्नौर के आम लोगों की समस्याओं का निवारण सुनिश्चत बनाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं में है। उन्होंने स्थानीय लोगों को आश्वस्त किया कि सभी उचित मांगों को प्रदेश सरकार द्वारा सहानुभूतिपूर्वक व चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा। राजस्व मंत्री ने 15 लाख रुपये की राशि से निर्मित होने वाले सामुदायिक भवन थेमगरंग का शिलान्यास किया। इसके अतिरिक्त देवर कंडा पर 157 फीट लंबे पैदल चलने वाले पुल का शिलान्यास किया। राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आम जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली हिमाचल प्रदेश सरकार जनजातीय जिलों के समग्र विकास के लिए तत्परता से दिन-रात कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा चुनाव के दौरान किए गए वादों को चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है जिसका उद्धारण है पुरानी पेंशन योजना की बहाली। इसी तरह प्रदेश की जरूरतमंद महिलाओं को 1500 रुपये की मासिक पेंशन देने के वादे को भी सरकार द्वारा पूरा किया जा रहा है तथा अधिकतर जरूरतमंद महिलाओं को मासिक पेंशन प्रदान की जा चुकी है। इसके अलावा बागवानी मिशन के तहत जिला किन्नौर में 50 करोड़ रुपये खर्च कर किसानों व बागवानों को 20 लाख पौधे आबंटित किए जाएंगे। बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने सांगला के थेमगरंग में 5 लाख रुपये की राशि से निर्मित सेरिंगचे स्वागत द्वार का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सांगला होली उत्सव को राज्य स्तरीय होली उत्सव बनाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। इस अवसर पर राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने महिला मंडल थेमगरंग को रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति प्रस्तुत करने के लिए स्वैच्छिक निधि से 15 हजार रुपये देने की घोषण की। इससे पूर्व राजस्व, बागवानी एवम जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी का विभिन्न ग्राम पंचायत प्रधानों, मंदिर कमेटियों, महिला मंडलों, युवक मंडलों व रोड़ कमेटियों द्वारा पारंपरिक ढंग से भव्य स्वागत किया गया।
जिला आयुष अधिकारी डाॅ. इंदु शर्मा ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है, जिसके तहत किन्नौर जिला में विशेष योग शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला के रिकांगपिओ सहित कल्पा, निचार व पूह विकास खंडों के सभी 27 आयुर्वैदिक स्वास्थ्यों केंद्रों में 1 जून से 21 जून तक योग शिविरों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आयुर्वैदिक अस्पताल रिकांग पिओ व होम्योपैथिक चिकित्सा केंद्र में प्रत्येक सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों में 500 योग सत्र आयोजित किए जाएंगे। इन योग सत्रों में आसान प्राणायम क्रियाओं द्वारा शारीरिक एवं मानसिक रोगों से मुक्ति के लिए योग क्रियाएं बताई जाएंगी। उन्होंने कहा कि इन योग शिविरों का मुख्य उद्देश्य योग के माध्यम से लोगों को स्वस्थ रहने के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि योग एक प्राचीन परम्परा है जो मानसिक बीमारियों के साथ-साथ शारीरिक रोगों से इंसान को दूर रखता है। उन्होंने कहा कि आज के समय में यह आवश्यक है कि हर एक इंसान प्रतिदिन सुबह व शाम योग करें ताकि वह तंदरूस्त रह सके क्योंकि स्वास्थ्य सबसे बड़ा आहार है, संतोष सबसे बड़ा धन है तथा योग व साधन है जिससे ये दोने प्राप्त होते हैं।
हिमाचल प्रदेश में मई माह में हुई ठंड ने पिछले 36 सालों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग जिलों में सामान्य तापमान में 4 डिग्री से 6 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। इससे पहले साल 1987 में मई के महीने में तापमान में इतनी अधिक गिरावट दर्ज की गई थी। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की मानें, तो जून माह में भी हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है। बीते 24 घंटों में प्रदेश के हर जिले में जमकर बारिश हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 3 जून तक प्रदेश में बारिश और अंधड़ का दौर जारी रहने की संभावना जताई है। उधर, चंबा जिले में हिमस्खलन की सूचना है। जानकारी के अनुसार बैरागढ़-साचपास-किलाड़ मार्ग पर कालाबन के समीप हिमस्खलन से आवाजाही कर रहे यात्री बाल-बाल बचे। सोलन, कांगड़ा, केलांग, किन्नौर, ऊना, सिरमौर, डलहौजी, नारकंडा और धौलाकुआं में भी जमकर बारिश हुई। बुधवार को भी अधिकतम तापमान में सामान्य से छह डिग्री की कमी दर्ज हुई।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज यहां किन्नौर जिला के आईटीडीपी भवन में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रिकांगपिओ द्वारा आयोजित वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि, अध्यक्षता करते हुए कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार पूरे प्रदेश सहित जनजातीय जिलों में शिक्षा के क्षेत्र में व्यवस्था परिवर्तन की दिशा में कार्य कर रही है, ताकि विद्यार्थी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर उत्कृष्ट बनें व देश सहित प्रदेश का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अक्षर का ज्ञान प्रदान करने के साथ-साथ जीवन जीने का ज्ञान देना भी आवश्यक है ताकि वह समाज के प्रति एक जिम्मेदान नागरिक बन सकें। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने पहले ही बजट में शिक्षा में सुधार एवं आवश्यक अधोसरंचना का विस्तार करने के दृष्टिगत अहम कदम उठाए गए हैं जिसके तहत गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इसके अतिरिक्त प्रदेश के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयार के लिए आवश्यक पुस्तकों सहित पुस्तकालयों का निर्माण व नेशनल लाईब्रेरी का एक्सेस भी उपलब्ध करवाया जाएगा। जनजातीय मंत्री ने कहा कि शिक्षा में सुधार के लिए यह आवश्यक है कि अध्यापक रूचि लेकर विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने की दिशा में कार्य करें तभी विद्यार्थी उत्कृष्ट शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं जिसका उद्धारण है राजकीय प्राथमिक पाठशाला काफनू में विद्यार्थियों को प्रदान की जा रही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा जो जिला ही नहीं अपितु पूरे प्रदेश के लिए एक उत्कृष्ट मॉडल है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने तथा सूचना संचार प्रोद्यौगिकी उपयोग करने के लिए प्रत्येक वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में लाईब्रेरी की स्थापना की जाएगी। इसके अलावा 10 हजार मेधावी छात्रों को टेबलेट, 762 स्कूलों में आईसीटी योजना के तहत डिजिटल हार्डवेयर तथा सॉफटवेयर की व्यवस्था की जाएगी। स्पोटर्स होस्टल में रह रहे विद्यार्थियों की डाईट मनी को बढ़ाकर 240 रुपये प्रतिदिन किया जाएगा। समारोह की अध्यक्षता करते हुए राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रिकांग पिओ के अध्यापकों को उत्कृष्ट कार्य करने के लिए उनकी प्रशंसा की तथा भविष्य में भी इसी प्रकार से विद्यार्थियों को उत्तम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की दिशा में कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि अपने-अपने क्षेत्र में उत्तम कार्य करने के लिए उत्कृष्ट प्राध्यापक व अध्यापकों को सम्मानित किया जाएगा।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज जिला किन्नौर स्थित रिकांगपिओ में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक की। राजस्व मंत्री ने कहा कि पंचायती राज विभाग स्थानीय स्वशासन का स्तंभ है, जिसका कार्य विकास को जमीनी स्तर पर पहुंचाना और पंचायतों को सुदृढ़ करना है। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत प्रत्येक घर को कम से कम 100 दिन का अकुशल रोजगार उपलब्ध करवाना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य मनरेगा को निचले स्तर पर सफलतापूर्वक लागू करना है। मनरेगा के तहत 65 प्रतिशत कार्य प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन पर किया जाना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों को समय-समय पर कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान करने के निर्देश दिए। बैठक में अवगत करवाया गया कि जिला किन्नौर में मनरेगा के तहत 20 हजार 77 जॉब कार्ड होल्डर व 23 हजार 06 सक्रिय कर्मचारी हंै। वित्तीय वर्ष 2023-24 में जिला किन्नौर में अब तक 150.65 लाख रुपए वव्य किए जा चुके है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत व्यक्तिगत घरों में शौचालय, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन इकाई, सोक पीट, इत्यादि निर्माण के कार्य किए जा रहे है। बैठक में बताया गया कि वर्ष 2021 में नव गठित ग्राम पंचायत चोरा, क्राबा, बड़ा-कंबा, यांगपा-2, युवारंगी, अक्पा, डबलिंग व चुलिंग में पंचायत भवनों का निर्माण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त आसरंग, जंगी और स्पिलो में भी पंचायत भवन का निर्माण किया जाना है। बैठक की कार्रवाई परियोजना अधिकारी ग्रामीण विकास अभिकरण विजय ब्रागटा ने की। बैठक में उपायुक्त किन्नौर तोरुल एस रवीश, एसडीएम कल्पा डॉ. मेजर शशांक गुप्ता, खंड विकास अधिकारी निचार, पूह व कल्पा, पंचायत सचिव, विभाग के कनिष्ठ अधिकारी और अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि वर्तमान हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार प्रदेश को पूर्व सरकार द्वारा विरासत में दिए गए कर्ज व आर्थिक संकट से उभारने के लिए दिन-रात तत्परता से कार्य कर रही है। ऐसे में यह आवश्यक है कि प्रदेश के अधिकारी व कर्मचारी सत्यनिष्ठा व ईमानदारी से इस कार्य में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें। हिमाचल सरकार में केबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी आज किन्नौर जिला के रिकांगपिओ स्थित आईटीडीपी भवन में परियोजना सलाहाकार समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने इस दौरान जिला के अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रदेश सरकार द्वारा आम जनता के लिए चलाई जा रही विभिन्न जन-कल्याणकारी नीतियों व योजनाओं के साथ-साथ जिला में चल रहे विभिन्न विकासात्मक कार्यों में शीघ्रता लाने के आदेश दिए ताकि जिला के प्रत्येक पात्र व्यक्ति को इन योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सके व साथ ही जिला का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को लंबित पड़े विकासात्मक कार्यों की सूचि तैयार कर शीघ्र डीपीआर पस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला में चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता के मामले पर किसी भी प्रकार की कोताही स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी नीतियों व योजनाओं का प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने को कहा ताकि आम लोगों तक इन योजनाओं की जानकारी पहुंच सके व जिला के लोग लाभान्वित हो सके। उन्होंने सभी अधिकारियों को जिला मे होने वाली ग्राम सभाओं में उपस्थित होने के निर्देश दिए। राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने लोक निर्माण विभाग किन्नौर के अधिकारियों को जिला में लंबित पड़े सड़कों, पुलों, भवनों इत्यादि के कार्य में शीघ्रता लाने के आदेश दिए। उन्होंने एकलव्य माॅडल स्कूल निचार के होस्टल निर्माण के कार्य को जल्द पूरा करने के आदेश दिए। इसके अलावा उन्होंने जिला के मूरंग, कानम, लाबरंग, ज्ञाबुंग, रोपा व नेसंग इत्यादि बाढ़ संभावित क्षेत्रों के सड़क किनारे क्रेट वाॅल लगाने के आदेश दिए। उन्होंने टापरी में गर्म पानी के चश्में किनारे हो रहे भू-स्खलन को रोकने के लिए उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। उन्होंने भावानगर बस स्टैंड में रिटेनिंग वाॅल के कार्य को दिसंबर 2023 तक पूर्ण करने व एक सामुदायिक भवन का निर्माण करने के आदेश दिए। उन्होंने जल शक्ति विभाग किन्नौर के अधिकारियों को पानी के स्टारेज टैंकों की नियमित रूप से साफ-सफाई करने के आदेश दिए तथा यदि आवश्यक हो तो स्टारेज टैंको की स्टोरेज कैपेस्टी को बढ़ाने के भी निदेश दिए।
*कांगड़ा को मिल सकता है विलम्ब का मीठा फल सुक्खू कैबिनेट में अब तक जिला कांगड़ा को मनमाफिक अधिमान नहीं मिला है। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के लिहाज से भी देखे तो अब तक हिस्से में सिर्फ एक मंत्री पद आया है। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी, दो सीपीएस और कई कैबिनेट रैंक जरूर मिले है, लेकिन जो वजन मंत्री पद में है वो भला और कहाँ ? बहरहाल सवाल ये है कि जिस संसदीय क्षेत्र ने कांग्रेस की झोली में 17 में से 12 सीटें डाली, क्या सत्ता में आने के बाद कांग्रेस उसे हल्के में ले रही है, या इस इन्तजार का मीठा फल मिलने वाला है। माहिर तो ये ही मान रहे है कि जल्द कांगड़ा के इस विलम्ब की पूरी भरपाई होगी। ऐसा होना लाजमी भी है क्यों कि लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा एक साल का वक्त है और यहाँ हार की हैट्रिक लगा चुकी कांग्रेस कोई चूक नहीं करना चाहेगी। अलबत्ता कांगड़ा को मंत्री पद मिलने में कुछ देर जरूर हो रही है लेकिन खुद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का ये कहना कि वे भी कांगड़ा के ही है, उम्मीद की बड़ी वजह है। कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाने का सीएम का विज़न हो या आईटी पार्क जैसे अधर में लटके प्रोजेक्ट्स में तेजी लाना, ये दर्शाता है कि सीएम सुक्खू कांगड़ा को लेकर किसी तरह की चूक करना नहीं चाहते। सीएम का नौ दिन का कांगड़ा दौरा भी इसकी तस्दीक करता है। सरकार के पिटारे में कांगड़ा के लिए न योजनाओं की कोई कमी नहीं दिखती। ये ही कारण है कि 2024 से पहले कांगड़ा में कांग्रेस जोश में है। इस बीच मंत्री पद भरने को लेकर फिर सुगबुगाहट तेज हुई है। माना जा रहा है कि कुल तीन रिक्त मंत्री पदों में से दो कांगड़ा के हिस्से आएंगे। इनमें एक ब्राह्मण हो सकता है और एक एससी। ऐसे में एक युवा राजपूत चेहरा भी डार्क हॉर्स है। बहरहाल अंदर की बात ये बताई जा रही है कि सब लगभग तय है और जल्द कांगड़ा को दो मंत्री पद मिलेंगे। प्रदेश की सियासत अपनी जगह पर 2024 में कांग्रेस के लिए कांगड़ा फ़तेह करना आसान नहीं होने वाला है। कई चुनौतियों के बीच कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती है एक दमदार चेहरा। तीन चुनाव हार चुकी कांग्रेस को ऐसा चेहरा चाहिए जो जातीय, क्षेत्रीय और पार्टी की भीतरी राजनीति के लिहाज से संतुलन लेकर आएं। पिछले तीन चुनावों में पार्टी ने यहाँ से ओबीसी कार्ड खेला है, पर नतीजे प्रतिकूल रहे है। ऐसे में पार्टी को फिर सोचने की जरुरत जरूर है। बताया जा रहा ही कि पार्टी अभी से इस पर चिंतन -मंथन में जुटी है। खुद सीएम सुक्खू चाहते है कि जो भी चेहरा हो, उसे पर्याप्त समय मिले। चर्चा में कई वरिष्ठ नाम है जिनमें पूर्व सांसद और मंत्री चौधरी चंद्र कुमार, पूर्व मंत्री और विधायक सुधीर शर्मा, आशा कुमारी जैसे नाम शामिल है। पर संभव है कि इस बार पारम्परिक कास्ट डायनामिक्स को ताक पर रख पार्टी किसी युवा चेहरे को मैदान में उतारे। सुक्खू सरकार के आईटी सलाहकार गोकुल बुटेल भी ऐसा ही एक विकल्प हो सकते है। भाजपा से कौन होगा चेहरा ! 2009 से लेकर अब तक कांगड़ा लोकसभा सीट पर भाजपा लगातार जीत दर्ज करने में कामयाब रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में न केवल हिमाचल में बल्कि पूरे देश में भी सबसे ज्यादा मत प्रतिशत हासिल करने का रिकॉर्ड कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर के नाम रहा था। 7,25,218 मत प्राप्त कर किशन कपूर लोकसभा पहुंचे, लेकिन इस बार सियासी समीकरण कुछ बदलते नज़र आ रहे है। दरअसल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में भाजपा की परफॉरमेंस बेहद खराब रही है। इस संसदीय क्षेत्र की 17 में से सिर्फ पांच सीटें ही भाजपा जीत पाई है। ऐसे में क्या पार्टी चेहरा बदलेगी इसे लेकर कयासों का दौर जारी है। संभावित उम्मीदवारों की फेहरिस्त में मौजूदा सांसद किशन कपूर के अलावा कई और नाम चर्चा में है। इस लिस्ट में गद्दी समुदाय से धर्मशाला के पूर्व विधायक विशाल नेहरिया का नाम भी चर्चा में है। इसके अलावा कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पवन काजल का नाम भी लिस्ट में है। अब देखना ये होगा कि भाजपा इस दफा कांगड़ा के दुर्ग को फ़तेह करने के लिए किस पर दांव खेलती है। कब कौन बना सांसद 1977 दुर्गा चंद भारतीय लोक दल 1980 विक्रम चंद महाजन कांग्रेस 1984 चंद्रेश कुमारी कांग्रेस 1989 शांता कुमार भाजपा 1991 डीडी खनौरिया भाजपा 1996 सत महाजन कांग्रेस 1998 शांता कुुमार भाजपा 1999 शांता कुमार भाजपा 2004 चंद्र कुमार कांग्रेस 2009 डॉ. राजन सुशांत भाजपा 2014 शांता कुमार भाजपा 2019 किशन कपूर भाजपा ReplyForward * कांगड़ा को मिल सकता है विलम्ब का मीठा फल सुनैना कश्यप। फर्स्ट वर्डिक्ट सुक्खू कैबिनेट में अब तक जिला कांगड़ा को मनमाफिक अधिमान नहीं मिला है। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के लिहाज से भी देखे तो अब तक हिस्से में सिर्फ एक मंत्री पद आया है। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी, दो सीपीएस और कई कैबिनेट रैंक जरूर मिले है, लेकिन जो वजन मंत्री पद में है वो भला और कहाँ ? बहरहाल सवाल ये है कि जिस संसदीय क्षेत्र ने कांग्रेस की झोली में 17 में से 12 सीटें डाली, क्या सत्ता में आने के बाद कांग्रेस उसे हल्के में ले रही है, या इस इन्तजार का मीठा फल मिलने वाला है। माहिर तो ये ही मान रहे है कि जल्द कांगड़ा के इस विलम्ब की पूरी भरपाई होगी। ऐसा होना लाजमी भी है क्यों कि लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा एक साल का वक्त है और यहाँ हार की हैट्रिक लगा चुकी कांग्रेस कोई चूक नहीं करना चाहेगी। अलबत्ता कांगड़ा को मंत्री पद मिलने में कुछ देर जरूर हो रही है लेकिन खुद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का ये कहना कि वे भी कांगड़ा के ही है, उम्मीद की बड़ी वजह है। कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाने का सीएम का विज़न हो या आईटी पार्क जैसे अधर में लटके प्रोजेक्ट्स में तेजी लाना, ये दर्शाता है कि सीएम सुक्खू कांगड़ा को लेकर किसी तरह की चूक करना नहीं चाहते। सीएम का नौ दिन का कांगड़ा दौरा भी इसकी तस्दीक करता है। सरकार के पिटारे में कांगड़ा के लिए न योजनाओं की कोई कमी नहीं दिखती। ये ही कारण है कि 2024 से पहले कांगड़ा में कांग्रेस जोश में है। इस बीच मंत्री पद भरने को लेकर फिर सुगबुगाहट तेज हुई है। माना जा रहा है कि कुल तीन रिक्त मंत्री पदों में से दो कांगड़ा के हिस्से आएंगे। इनमें एक ब्राह्मण हो सकता है और एक एससी। ऐसे में एक युवा राजपूत चेहरा भी डार्क हॉर्स है। बहरहाल अंदर की बात ये बताई जा रही है कि सब लगभग तय है और जल्द कांगड़ा को दो मंत्री पद मिलेंगे। प्रदेश की सियासत अपनी जगह पर 2024 में कांग्रेस के लिए कांगड़ा फ़तेह करना आसान नहीं होने वाला है। कई चुनौतियों के बीच कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती है एक दमदार चेहरा। तीन चुनाव हार चुकी कांग्रेस को ऐसा चेहरा चाहिए जो जातीय, क्षेत्रीय और पार्टी की भीतरी राजनीति के लिहाज से संतुलन लेकर आएं। पिछले तीन चुनावों में पार्टी ने यहाँ से ओबीसी कार्ड खेला है, पर नतीजे प्रतिकूल रहे है। ऐसे में पार्टी को फिर सोचने की जरुरत जरूर है। बताया जा रहा ही कि पार्टी अभी से इस पर चिंतन -मंथन में जुटी है। खुद सीएम सुक्खू चाहते है कि जो भी चेहरा हो, उसे पर्याप्त समय मिले। चर्चा में कई वरिष्ठ नाम है जिनमें पूर्व सांसद और मंत्री चौधरी चंद्र कुमार, पूर्व मंत्री और विधायक सुधीर शर्मा, आशा कुमारी जैसे नाम शामिल है। पर संभव है कि इस बार पारम्परिक कास्ट डायनामिक्स को ताक पर रख पार्टी किसी युवा चेहरे को मैदान में उतारे। सुक्खू सरकार के आईटी सलाहकार गोकुल बुटेल भी ऐसा ही एक विकल्प हो सकते है। भाजपा से कौन होगा चेहरा ! 2009 से लेकर अब तक कांगड़ा लोकसभा सीट पर भाजपा लगातार जीत दर्ज करने में कामयाब रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में न केवल हिमाचल में बल्कि पूरे देश में भी सबसे ज्यादा मत प्रतिशत हासिल करने का रिकॉर्ड कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर के नाम रहा था। 7,25,218 मत प्राप्त कर किशन कपूर लोकसभा पहुंचे, लेकिन इस बार सियासी समीकरण कुछ बदलते नज़र आ रहे है। दरअसल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में भाजपा की परफॉरमेंस बेहद खराब रही है। इस संसदीय क्षेत्र की 17 में से सिर्फ पांच सीटें ही भाजपा जीत पाई है। ऐसे में क्या पार्टी चेहरा बदलेगी इसे लेकर कयासों का दौर जारी है। संभावित उम्मीदवारों की फेहरिस्त में मौजूदा सांसद किशन कपूर के अलावा कई और नाम चर्चा में है। इस लिस्ट में गद्दी समुदाय से धर्मशाला के पूर्व विधायक विशाल नेहरिया का नाम भी चर्चा में है। इसके अलावा कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पवन काजल का नाम भी लिस्ट में है। अब देखना ये होगा कि भाजपा इस दफा कांगड़ा के दुर्ग को फ़तेह करने के लिए किस पर दांव खेलती है। कब कौन बना सांसद 1977 दुर्गा चंद भारतीय लोक दल 1980 विक्रम चंद महाजन कांग्रेस 1984 चंद्रेश कुमारी कांग्रेस 1989 शांता कुमार भाजपा 1991 डीडी खनौरिया भाजपा 1996 सत महाजन कांग्रेस 1998 शांता कुुमार भाजपा 1999 शांता कुमार भाजपा 2004 चंद्र कुमार कांग्रेस 2009 डॉ. राजन सुशांत भाजपा 2014 शांता कुमार भाजपा 2019 किशन कपूर भाजपा ReplyForward
वो लोग जो बेहतर की उम्मीद में साथ छोड़ कर गए थे, शायद आज वापस हाथ पकड़ने की सोचते होंगे। हम बात कर रहे है कांग्रेस के उन तमाम नेताओं की, जिनका पूर्वानुमान एक दम गलत साबित हुआ। वो नेता जो चुनाव से पहले सत्ता में आती हुई कांग्रेस का साथ छोड़ सत्ता से बाहर होती हुई भाजपा के खेमे में जा मिले थे। इस फेहरिस्त में काँगड़ा से विधायक पवन काजल, नालागढ़ से पूर्व विधायक लखविंदर राणा और हर्ष महाजन मुख्य तौर पर शामिल है। ये वो नेता है जिनका कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होना पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा था, मगर परिणाम सामने आए तो झटका इन्हें ही लग गया। सर्विदित है कि अगर ऐसा न हुआ होता तो निजी तौर पर आज इनके लिए सियासी परिस्थितियां बेहतर हो सकती थी। हिमाचल प्रदेश में सत्ता की चाबी रखने वाले कांगड़ा जिले के ओबीसी नेता पवन काजल किसी समय कांग्रेस पार्टी की आंखों का 'काजल' माने जाते थे। मगर विधानसभा चुनाव से साढ़े 3 महीने पहले भाजपा ने कांग्रेस के इस 'काजल' को अपनी आंखों का 'नूर' बना लिया था। यूँ तो काजल भाजपा से ही कांग्रेस में आए थे, मगर काजल की ऐसे भाजपा में वापसी होगी ये किसी ने नहीं सोचा था। दरअसल पवन काजल ने वर्ष 2012 में भाजपा का टिकट नहीं मिलने पर बगावत करते हुए बतौर निर्दलीय कैंडिडेट चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। विधानसभा चुनाव में तब पवन काजल पहली बार जीते थे। पवन काजल के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह उन्हें कांग्रेस में ले आए। वीरभद्र सिंह ने ही वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में पवन काजल को कांगड़ा से कांग्रेस का टिकट दिया। पवन काजल भी वीरभद्र सिंह के भरोसे पर खरा उतरे और लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए। काजल अक्सर ये कहा भी करते थे कि वे कांग्रेस के साथ नहीं वीरभद्र सिंह के साथ है। कांग्रेस ने उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया, मगर काजल ने कांग्रेस को छोड़ जाना सही समझा। काजल तो चुनाव जीत गए, मगर भाजपा चुनाव हार गई। माना जाता है कि अगर काजल पार्टी न छोड़ते तो उनका मंत्री पद तय था। बात लखविंदर राणा की करें तो राणा तीन बार कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ विधानसभा पहुंचे थे । वर्ष 2010-11 में नालागढ़ के तत्कालीन विधायक हरिनारायण सैणी के निधन के बाद हुए उपचुनाव में लखविंद्र राणा कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे और पहली बार विधायक चुने गए। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में राणा हार गए। वर्ष 2017 में उन्होंने एक बार फिर नालागढ़ सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। मगर 2022 के विधानसभा चुनाव से साढ़े 3 महीने पहले वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए। भाजपा ने उन्हें टिकट दिया मगर भाजपा में बगावत के चलते राणा चुनाव हार गए। इन दो विधायकों के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कहे जाने वाले हर्ष महाजन भी चुनाव से पहले भाजपा के हो गए थे। शायद ही किसी ने सोचा हो कि वीरभद्र सिंह के हनुमान कहे जाने वाले हर्ष महाजन और कांग्रेस की राह अलग भी हो सकती है। हर्ष महाजन होलीलॉज के करीबी थे और वे कई बार वीरभद्र सिंह के चुनाव प्रभारी भी रह चुके थे। कहते है कि साल 2012 के विधानसभा चुनाव में वीरभद्र सिंह को मुख्यमंत्री बनाने में हर्ष महाजन का सबसे बड़ा योगदान रहा था। इस चुनाव से पहले भी कांग्रेस द्वारा इन्हें कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था, मगर कांग्रेस पर नज़रअंदाज़गी का आरोप लगाते हुए महाजन भाजपा में शामिल हो गए थे। हालंकि अब भाजपा में हर्ष महाजन को कितनी तवज्जो मिल रही है, ये वे ही जानते होंगे। अगर महाजन कांग्रेस में रहते तो शायद बात कुछ और होती।
प्रदर्शन और आभार कार्यक्रम तो बहुत हुए मगर इस तरह पहले कभी सरकार का आभार व्यक्त करने को कर्मचारियों का हुजूम नहीं उमड़ा। लाखों की संख्या में कर्मचारी सीएम सुक्खू का दिल की गहराईयों से आभार करने को पहुंचे और धर्मशाला का पुलिस ग्राउंड जय सुक्खू के नारो से गूँज उठा। ऐसा स्वागत या स्नेह, सरकार को कर्मचारियों से शायद ही पहले कभी मिला हो, और हो भी क्यों न सीएम सुक्खू के नेतृत्व की इस कांग्रेस सरकार ने कर्मचारियों की उस मांग को पूरा किया है जिसके लिए प्रदेश के लाखों कर्मचारी सालों तक नेताओं की दरों पर दस्तक देते रहे। सीएम सुक्खू ने कर्मचारियों के इस अनंत संघर्ष पर पूर्ण विराम लगाया है, जिसके लिए कर्मचारियों ने सीएम सुक्खू को सर माथे लगा लिया। कभी उन्हें नायक बताया तो कभी पेंशन पुरुष। आभार के जवाब में सीएम सुक्खू भी कह गए कि मैं आपका सेनापति हूँ और आप मेरी सेना हो। 11 दिसंबर को कर्मचारियों के आशीर्वाद से कांग्रेस सरकार बनी और आगे भी ऐसे ही हमारा साथ देते रहना। कर्मचारियों की ये मांग कोई आम मांग नहीं थी। ये वो मसला था जिससे प्रदेश के लाखों कर्मचारियों का भविष्य जुड़ा था, वो कर्मचारी जो एनपीएस के अंतर्गत आते थे और जिन्हें शायद सेवानिवृत होने के बाद अपने बुढ़ापे में किसी और का सहारा लेना पड़ता। एनपीएस के अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों के ऐसे कई मामले सामने आए है, जब इन कर्मचारियों को सेवानिवृत होने के बाद नाम मात्र पेंशन मिली। पूरे जीवन सरकार की सेवा करने के बाद ये कर्मचारी बुढ़ापे में इतने लाचार हो गए की जीवन व्यापन कठिन हो गया। इसी के बाद से पुरानी पेंशन बहाली के लिए महासंघर्ष का आरम्भ हुआ। न जाने कितनी ही हड़तालें, प्रदर्शन, अनशन इन कर्मचारियों ने किये मगर एक लम्बे समय तक इनकी नहीं सुनी गई। अपने बुढ़ापे की सुरक्षा के लिए संघर्षरत इन कर्मचारियों पर एफआईआर भी हुई, इन पर वाटर कैनन्स भी दागी गई और इनकी आवाज़ दबाने की कोशीश भी की गई, मगर संघर्ष थमने के बजाए और उग्र होता गया। आखिर जिस सरकार ने कर्मचारियों की नहीं सुनी वो सरकार सत्ता से बाहर हुई और सीएम सुक्खू के नेतृत्व की कांग्रेस सरकार कर्मचारियों के लिए मसीहा बन गई। वादे अनुसार पहली कैबिनेट की बैठक में ही पुरानी पेंशन को बहाल कर दिया गया। सरकार के इस फैसले से कर्मचारियों में केसा उत्साह है ये एक बार फिर धर्मशाला के पुलिस ग्राउंड में देखने को मिल गया।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज किन्नौर जिला की दूर-दराज ग्राम पंचायत कटगांव में आम-जनमानस को संबोधित करते हुए कहा कि हिमाचल सरकार पूरे प्रदेश सहित जनजातीय जिला किन्नौर में बागवानी को और अधिक बढ़ावा देने के लिए दृढ़ संकलिप्त है। इसी के दृष्टिगत बागवानी मिशन के तहत जिला किन्नौर में 50 करोड़ रुपये खर्च कर किसानों व बागवानों को 20 लाख पौधे आबंटित किए जाएंगे। बागवानी मंत्री ने जिला के बागवानों से अधिक से अधिक फसल तैयार करने का आवाह्न करते हुए कहा कि जिला में सेब के साथ-साथ अन्य फसलों की भी आपार संभावनाएं हैं जिससे जिला के मेहनतकश किसान व बागवान अपनी आय को दोगुना कर सकते हैं। उन्होंने किसानों व बागवानों से उच्च घनत्व वाली फसलें तैयार करने का प्रयास करने को कहा तथा नई आधुनिक तकनीकों व उपकरणों के प्रति जागरूक होने का आग्रह किया। राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री ने 2 करोड़ 45 लाख रुपये की राशि से निर्मित होने वाली सम्पर्क-मार्ग सड़क शांगो से क्राबा वाया चमर्शो का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि जिला के दूर-दराज गांव की जिन सड़कों के किनारे नालियां नहीं बनी हैं उन सड़कों के किनारें नालियों का निर्माण शीघ्र किया जाएगा। इसके अतिरिक्त कानगारंग सड़क मार्ग को भी पुनः आरंभ किया जाएगा। उन्होंने युवक मण्डल शांगों को पंचायत स्तर पर होने वाले सामुदायिक कार्यों के लिए आवश्यक सामानों की खरीद के लिए स्वैच्छिक निधि से 1 लाख रुपये देने की भी घोषणा की। राजस्व मंत्री जगत सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार जरूरतमंद व भूमिहीन लोगों को नो-तोड़ के तहत भूमि उपलब्ध करवाने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। इसके अतिरिक्त एफ.आर.ए के तहत भी लोगों को भू-पट्टे प्रदान करने के लिए किन्नौर जिला में एफ.आर.ए से संबंधित 4 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन आगामी दिनों में किया जाएगा।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने किन्नौर जिला की दूर-दराज ग्राम पंचायत रूपी के प्रवास के दौरान मझगांव में आयोजित दो दिवसीय महिला खेलकूद प्रतियोगिता के समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार जनजातीय जिलों के समग्र व चहुंमुखी विकास के लिए प्रतिबद्ध है तथा किन्नौर जिला के दूर-दराज क्षेत्रों में हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा चुनाव के दौरान किए गए वादों को चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है, जिसका उदहारण पुरानी पेंशन योजना की बहाली है। इसी तरह प्रदेश की जरूरतमंद महिलाओं को 1500 रुपये की मासिक पेंशन देने के वादे को भी सरकार द्वारा पूरा किया जा रहा है तथा अधिकतर जरूरतमंद महिलाओं को मासिक पेंशन प्रदान की जा चुकी है। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने रुपी पंचायत में 1 करोड़ 22 लाख रुपये से निर्मित भूजल आपूर्ति योजना गुरगुरी (मझगांव) तथा 1 करोड़ 17 लाख रुपये की राशि से निर्मित जल आपूर्ति योजना रूपी का उद्घाटन किया। इन दोनों जल आपूर्ति योजनाओं से रूपी ग्राम पंचायत के लगभग 1156 लोग लाभान्वित होंगे। राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत जिला के सभी अध्यापकों को शिक्षा में सुधार व गुणवत्ता लाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि हर एक विद्यार्थी उत्कृष्ट शिक्षा प्राप्त कर सके। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रूपी के भवन विस्तार के लिए बजट को आगामी वित्त-वर्ष में रखा गया है तथा रूपी ग्राम पंचायत के लिए खेल मैदान भी शीघ्र उपलब्ध करवाया जाएगा। इसके अलावा रूपी पंचायत में पंचायत घर का निर्माण भी शीघ्र करवाया जाएगा। राजस्व मंत्री ने रूपी पंचायत के शिगारचा, नालिंग-2 व मझगांव में आम जन-मानस की जन-समस्याएं सुनीं तथा लोगों को आश्वासन दिया कि सभी उचित मांगों को प्रदेश सरकार द्वारा सहानुभूतिपूर्वक पूरा किया जाएगा। उन्होंने रूपी पंचायत में कुलदेव नारायण मंदिर के पुनःनिर्माण के लिए सांसद निधि से 20 लाख रुपये देने की घोषणा की तथा आश्वासन दिया कि मंदिर के पुनःनिर्माण का सारा खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। मझगांव में आयोजित दो-दिवसीय महिला खेल-कूद प्रतियोगिता के महिला कबड्डी खेल में महिला मण्डल मझगांव ने प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा महिला मण्डल डबलिंग ने द्वितीय स्थान हासिल किया। इसी प्रकार महिला रस्सा-कस्सी प्रतियोगिता में महिला मण्डल मझगांव प्रथम स्थान पर रहे जबकि गुरवीर नालिंग स्वयं सहायता समूह उप-विजेता रहे। जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने स्वैच्छिक निधि से प्रतियोगिता में विजेता व उप-विजेता रही टीमों को प्रति टीम 25 हजार रुपये देने की घोषणा की। रूपी ग्राम पंचायत के प्रधान रामेशवर ने रूपी पंचायत पहुंचने पर मुख्य अतिथि राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री का स्वागत किया और पंचायत की विभिन्न मागों को मंत्री के समक्ष रखा। पंचायत समिति सदस्य रूपी मंगला खोज़ान ने धन्यावाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
किन्नौर जिला के कल्पा ग्राम पंचायत में बागवानी, कृषि, पशुपालन, उद्योग, सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता व अनुसूचित जाति/जनजाति विभाग द्वारा संयुक्त रूप से एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय ग्राम पंचायत कल्पा व रोघी के 60 लोगों ने भाग लिया। इस दौरान बागवानी विभाग के डाॅ. शमशेर सिंह, कृषि विभाग से डाॅ. ओपी बंसल, कल्याण विभाग से गावा सिंघे, अनुसूचित जाति/जनजाति विभाग से परविंदर सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारियों द्वारा प्रदेश सरकार द्वारा संबंधित विभागों के माध्यम से चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी नीतियों व योजनाओं से उपस्थित लोगों को अवगत करवाया गया। इस अवसर पर ग्राम पंचायत प्रधान कल्पा सरिता व प्रधान रोघी पंचायत रत्न मंजरी सहित अन्य ग्रामवासी उपस्थित रहे।
***कुल्लू जिले के स्नॉवर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा की छात्रा मानवी ने 99.14 प्रतिशत (694) अंक लेकर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। हमीरपुर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल चूबतरा की छात्रा दीक्षा कथयाल ने (693) 99 प्रतिशत अंक लेकर प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है। वहीं हमीरपुर जिले के ही दो छात्रों ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया है। न्यू इरा सीनियर सेकेंडरी स्कूल परोल के छात्र अक्षित शर्मा और सीनियर सेकेंडरी स्कूल बदारान के छात्र आकर्षक ठाकुर ने 98.86 प्रतिशत (692) अंक लेकर प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया है। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 10वीं कक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि 91440 विद्यार्थियों ने 10वीं कक्षा की परीक्षा दी थी जिसमें से 81732 विद्यार्थी परीक्षा में पास हुए हैं और 7534 विद्यार्थी परीक्षा में फेल हुए हैं। उन्होंने ने बताया कि इस बार का परिणाम 89.7 प्रतिशत रहा है। वर्ष 2022 में 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 87.5 प्रतिशत रहा था। सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि विद्यार्थी शिक्षा बोर्ड की बेवसाइट पर परिणाम चेक कर सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 10वीं कक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि परिणाम 89.7 प्रतिशत रहा है। 91440 विद्यार्थियों ने 10वीं कक्षा की परीक्षा दी थी। 81732 विद्यार्थी परीक्षा में पास हुए हैं। 7534 विद्यार्थी परीक्षा में फेल हुए हैं। वर्ष 2022 में 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 87.5 प्रतिशत रहा था। सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि विद्यार्थी शिक्षा बोर्ड की बेवसाइट पर परिणाम चेक कर सकते हैं।
मुख्य सचिव हिमाचल प्रदेश सरकार प्रबोध सक्सेना ने आज किन्नौर जिला के शोगटोंग-करच्छम जल विद्युत परियोजना के निर्माण कार्य का जायजा लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश के प्रधान सलाहकार व अध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड राम सुभग सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा तथा निदेशक उर्जा हरिकेश मीणा भी उपस्थित थे। मुख्य सचिव ने 450 मेगावॉट क्षमता के शोंगटोंग-करच्छम जल विद्युत परियोजना के निर्माण गतिविधियों की प्रगति की जानकारी ली और इस परियोजना को समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने को कहा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना को जुलाई, 2025 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। इस अवसर पर उन्होंने शोंगटोंग करच्छम जल विद्युत परियोजना के बैरेज साईट, डी-सैंडर साईट, हैड-रेस टनल, सर्ज-शॉफ्ट साईट और परियोजना के पॉवर हाउस साईट का दौरा किया। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने कहा कि राज्य में चल रहे जल विद्युत परियोजना के कार्यों को शीघ्र पूर्ण करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है और इस दिशा में शोंगटोंग परियोजना के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा परियोजना निर्माण हेतु किए गए कार्य और अब तक की प्रगति का कार्य सराहनीय है। उन्होंने शोंगटोंग-करच्छम जल विद्युत परियोजना व काशंग परियोजना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की। इस अवसर पर शोंगटोंग-करच्छम जल विद्युत परियोजना, काशंग परियोजना, एचपीपीसीएल के अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जिला किन्नौर में कक्षा 8 से 10वीं तक के सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए वित्तीय साक्षरता अभियान के तहत आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कल्पा में खंड स्तरीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें कल्पा विकास खंड के 8 विद्यालयों के 16 छात्रों ने भाग लिया। पंजाब नेश्नल बैंक रिकांगपिओ के तिलक राज डोगरा ने बताया कि पंजाब नेश्नल बैंक द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देशानुसार वित्तीय साक्षरता के तहत इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कल्पा से काव्य कुमारी व शिखा ने प्रथम स्थान, जबकि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बटसरी से ज्योति नेगी व तमन्ना ने दूसरा स्थान तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सापनी से सुषमा व अरमान ने तृतीय स्थान हासिल किया। उन्होंने बताया कि बैंक की तरफ से प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को 5000 रुपये, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को 4000 तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को 3000 रुपये की राशि पुरस्कार स्वरूप उनके बचत खातों में अन्तरित कर दी गई है। इसके अतिरिक्त प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को जिला प्रबंधक द्वारा प्रमाण-पत्र भी प्रदान किए गए। उन्होंने बताया कि प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों के लिए जिला स्तर पर एक प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
जिला रोजगार अधिकारी किन्नौर सीमा गुप्ता ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि जिला रोजगार कार्यालय किन्नौर द्वारा एसआईएस इंडिया लिमिटेड आरटीए बिलासपुर के लिए 150 सुरक्षा प्रहरी के पद भरे जाने हैं, जिसके तहत जिला रोजगार कार्यालय रिकांग पिओ में 24 व 25 मई, 2023 को प्रातः 11ः30 से 2ः00 बजे तक साक्षात्कार लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सुरक्षा प्रहरी की मासिक आय 16,000 से 18,500 रुपये प्रतिमाह होगी जिसके लिए शैक्षणिक योग्यता दसवी पास तथा आयु 21 से 37 वर्ष, 168 सेंटीमीटर ऊंचाई तथा भार 56 किलोग्राम या अधिक निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा सभी इच्छुक उम्मीदवारों को सुरक्षा प्रहरी के पद के लिए आवश्यक दस्तावेजों सहित निर्धारित तिथियों व समय पर पहुंचना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि एक माह की ट्रेनिंग अवधि के दौरान किट आईटम, यूनिफाॅर्म इत्यादि के लिए 13,500 रुपये तथा 350 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस होगी।