कुल्लू : तीन दिवसीय कुल्लू साहित्य उत्सव का 28 फरवरी से होगा आगाज
** हिमतरु प्रकाशन समिति तथा भाषा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में होगा कार्यक्रम
** उपायुक्त तोरूल एस. रवीश करेंगी शुभारंभ, भाषा विभाग के निदेशक राकेश कंवर करेंगे समापन
तीन दिवसीय कुल्लू साहित्य उत्सव का आगाज 28 फरवरी को प्रात: देवसदन से किया जाएगा। हिमतरु प्रकाशन समिति तथा भाषा संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस उत्सव का शुभारंभ देवसदन कुल्लू में उपायुक्त तोरूल एस. रवीश करेंगी, जबकि उत्सव का समापन भाषा संस्कृति विभाग के निदेशक राकेश कंवर द्वारा मांइड स्केप आर्ट गैलरी हरिपुर में किया जाएगा। इस उत्सव में जहां साहित्य पर चर्चा होगी, वहीं समसामयिक मुद्दों जैसे पर्यावरण, दलित विमर्श, स्त्री विमर्श, आदिवासी विमर्श आदि पर भी आमंत्रित वक्ताओं द्वारा चर्चा-परिचर्चा की जाएगी। यह जानकारी कुल्लू साहित्य उत्सव के मीडिया प्रभारी एवं कोर कमेटी के सदस्य रमेश पठानिया ने दी।
रमेश पठानिया ने आयोजन समिति द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी दी है कि इस महत्वपूर्ण साहित्य उत्सव में देश के विभिन्न भागों से प्रसिद्ध एवं चर्चित साहित्यकार, कवि, आलोचक, चिंतक, पर्यावरणविद्, फिल्मकार सम्मिलित होंगे तथा अपना वक्तव्य देंगे। उन्होंने जानकारी दी कि यह आयोजन प्रदेश के युवा साहित्यकारों, लेखकों, फिल्मकारों और नई पीढ़ी के लोगों के लिए एक दर्पण का काम करेगा। लोगों में साहित्य के प्रति रुचि और देश के अन्य सामजिक मुद्दों से रू-ब-रू करवाने की दृष्टि से भी यह महत्वपूर्ण है।
इससे क्षेत्रीय छात्रों के लिए साहित्य, लेखन व समाज के प्रति दायित्व को लेकर एक नई उम्मीद को जन्म देगा। उन्होंने कहा है कि इस आयोजन के दौरान नवोदित लेखकों को वरिष्ठ एवं स्थापित लेखकों के साथ खुली बातचीत का अवसर प्राप्त होगा, जिसके दूरगामी परिणाम होंगे। उन्होंने कहा है कि इस उत्सव का उद्देश्य हिमाचल जैसे दूरदराज के क्षेत्र में नई पहाड़ी पौध में पठन-पाठन तथा साहित्य के प्रति रुचि पैदा करना है, ताकि विद्यार्थियों और साहित्य प्रेमियों में स्त्री, जाति, लोकतंत्र, पर्यावरण, आदिवासी विमर्शों पर दृष्टि विकसित हो सकें।