कुनिहार : इस धरा के कण-कण में विद्यमान हैं भगवान भोलेनाथ : आचार्य हेमंत भारती
** शिव तांडव गुफा में महाशिव पुराण कथा में किया शिव की महिमा का गुणगान
** कहा, योग और ध्यान के लिए इंद्रियों को वश में करना अति आवश्यक
शिव तांडव गुफा कुनिहार के प्रांगण में आयोजित 11 दिवसीय महाशिव पुराण कथा के तीसरे दिन आज कथावाचक आचार्य हेमंत भारती ने भगवान शिव की महिमा का गुणगान किया। शिव भगवान अपने सभी भक्तों की मनोकामना अवश्य पूर्ण करते हैं। कथा प्रसंग को आगे बढ़ाते हुए कथावाचक ने बताया कि शिव ब्रह्मांड के कण-कण में विद्यमान हैं। शिव की महिमा असीमित, अकल्पनीय एवं अकथनीय है। भगवान शिव इस धरा के कण-कण में विद्यमान हैं, उन्हें सिर्फ उनके भक्त अंतर्दृष्टि से ही देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि योग व ध्यान के लिए इंद्रियों को वश में करना अति आवश्यक है।
वहीं, कथा के बारे में जानकारी देते हुए शिव तांडव गुफा विकास समिति कुनिहार के अध्यक्ष राम रतन तनवर ने बताया कि 8 मार्च को महाशिवरात्रि का आयोजन होगा एवं 9 मार्च को शिव तांडव गुफा में सभी भक्तजनों के लिए विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने सभी शिव भक्तों से प्रतिदिन इस कथा का श्रवण करने का आह्वान किया।