भाषा विभाग बिलासपुर द्वारा कवि सम्मेलन का आयोजन
भाषा एवं संस्कृति विभाग कार्यालय बिलासपुर द्वारा गुगल ऐप के माध्यम से महिला साहित्यकार संस्था बिलासपुर के संयुक्त तत्वावधान में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम प्रतिभा शर्मा ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की उसके उपरान्त विजय सहगल ने ‘‘प्रकृति ने बनाई सुन्दर बस्ती", प्रियंका चन्देल ने ‘‘मैं नारी हूं" शीर्षक से रचना प्रस्तुत की। तनवी राणा ने ‘‘नारी" शीर्षक ने से रचना सुनाई। फूलां चन्देल की रचना की पंक्तियां थी ‘‘सुन्नी राहों पर हम चल पडे" मीना चन्देल ने ‘‘शब्द" शालिनी शर्मा ने ‘‘फिर आया भादों मास उमड़ता घुमडता", शीला सिंह ने "हम हिन्द देश के वासी हैं नमो नमः", संतोष गर्ग ने "तुम्हारा यू निशब्द होना", प्रोमिला भारद्वाज ने ‘‘आखिरी इच्छाएं चहचहाती ये चि़ड़ियां", प्रतिभा शर्मा ने "मैं भारत की वो बेट हूँ जो स्वाभिमान रखती है न डरती है बुराई से नहीं जो मान तजती है....तथा पहाड़ी रचना" मैं लिखां गीत रिवाजां जो" सुनाई। हेमा ठाकुर ने भी अपनी रचना प्रस्तुत की। इन्द्र सिंह चन्देल ने पहाड़ी गीत ‘‘अज देयां लोकां नो समझावां मैंहगी मैस नी लेणी वे" प्रस्तुत किया। अन्त में ज़िला भाषा अधिकारी नीलम चन्देल ने कहा कि कोबिड -19 महामारी के चलते विभाग द्वारा गुगल ऐप के माध्यम से ही साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने महिला साहित्यकार संस्था का कवि सम्मेलन में सहयोग करने के लिए धन्यवाद किया तथा कहा कि साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं के कारण ही विभाग ऐसे कार्यक्रमों का सफल आयोजन करवा पाता है तथा जबतक यह कोबिड -19 महामारी नियंन्त्रण में नहीं आती है उस समय तक ऐसे ऑनलाईन कार्यक्रमों का आयोजन विभाग भविष्य में भी करवाता रहेगा।