साहित्यकार करेंगे बाबा भलकू के गाँव झाझा की साहित्यक यात्रा
बाबा भलखू रेल स्मृति साहित्य संवाद-2 के सफल आयोजन के बाद अब लेखक उनके गाँव झाझा(चायल) की साहित्यक यात्रा करेंगे। ये यात्रा आगामी 25 अगस्त को प्रस्तावित है। हिमालय साहित्य संस्कृति एवं पर्यावरण मंच के अध्यक्ष और लेखक एस आर हरनोट ने जानकारी दी कि ये यात्रा शिमला के पुराने बस स्टेशन से सवेरे 9 बजे शुरू होगी जिसमें शिमला व सोलन के 25 से अधिक लेखक-साहित्यकार शामिल होंगे। यात्रा का पहला पड़ाव शिमला से 45 किलोमीटर दूर ऐतिहासिक चायल पैलेस और बाबा भलकू संग्रहालय का भ्रमण होगा जहाँ साहित्यकार चायल साहित्य परिषद् और ग्रामीणों से मुलाकात करेंगे। इसके उपरांत साहित्यिक गोष्ठी होगी।
एसआर हरनोट ने बताया की इस यात्रा का दूसरा और महत्वर्ण चरण बाबा भलखू के गाँव झाझा का भ्रमण होगा जो चायल से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस यात्रा के सहयोगी ग्राम पंचायत प्रधान मान सिंह, स्थानीय निवासी वरिष्ठ लेखक, रंगकर्मी और शिमला आकाशवाणी के पूर्व एनाऊंसर बी आर मेहता, एकांत होटल के मालिक देवेंद्र वर्मा और बाबा भलकू परिवार के युवा गगन दीप रहेंगे। यात्रा के दौरान झाझा गाँव में लेखक बाबा भलखू का पुस्तैनी मकान भी देखेंगे और उनके परिवार तथा ग्रामीणों से मुलाकात करेंगे। इसके बाद स्थानीय लोगों के साथ साहित्य गोष्ठी का आयोजन किया जायेगा।
कालका शिमला रेल लाइन को झाझा गाँव तक बढ़ाया जाये
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य हिमाचल तथा केंद्र सरकार और रेलवे मंत्रालय का इस और ध्यान आकर्षित करना है कि कालका शिमला रेल लाइन को चायल के झाझा गाँव तक बढाया जाये। साथ ही बाबा भलकू के पुश्तैनी माकन को धरोहर भवन के रूप में संरक्षित करके उनके परिवार को हर संभव सहयोग प्रदान किया जाए।