सुजानपुर : स्थानीय खाद्य पदार्थ हमारे समृद्ध आहार ज्ञान का प्रतीक, इसे संजोए रखें : कुलदीप सिंह
अनूप पाेवॉरी। सुजानपुर
पौष्टिक आहार स्वास्थ्य की महत्वपूर्ण आधारशिला है। अतः यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए भोजन में आवश्यक पोषक तत्वों के सम्मिश्रण का हमें पूर्व ज्ञान हो और हम अपने परिवेश से अपने समृद्ध परंपरागत ज्ञान के माध्यम से उनकी आपूर्ति विना ज्यादा खर्च के संभव कर सकें। उक्त बात बाल विकास परियोजना अधिकारी सुजानपुर कुलदीप सिंह चौहान ने पोषण पखवाड़े के अंतर्गत ग्राम पंचायत जोल लंबरी के जोल लंबरी तथा ग्राम पंचायत दाडला के अंतर्गत मिहाडपुर में स्थानीय स्तर पर उपलब्ध खाद्य सामग्री के उपयोग से तैयार पौष्टिक आहारों की प्रदर्शनी में प्रतिभागियों और जनसाधारण को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा की पोषक तत्वों के असंतुलन से होने वाले दुष्प्रभाव को प्रभावी ढंग से संबोधित कर समुदाय को अच्छे स्वास्थ्य और इष्टतम पोषण के दूरगामी लाभों के बारे में जागरूक करना स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण हेतु अति आवश्यक कदम है। पोषण असंतुलन के परिणामस्वरूप शारीरिक और संज्ञात्मक विकास अवरुद्ध हो जाता है और और रुग्णता व मृत्यु दर में वृद्धि के साथ-साथ मानव क्षमता का बहुपक्षीय नुकसान होने की संभावना बढ़ जाती है।
मानव जीवनशैली में आए बदलाव ने गैर संचारी रोगों के पैटर्न को और भी जटिल बना दिया है। अतः यह आवश्यक हो जाता है कि पोषण और स्वास्थ्य शिक्षा के माध्यम से संतुलित आहार, उचित स्वास्थ्य, स्वच्छता, आहार विविधता, सूक्ष्म तत्व पूरकता, बायोफोर्टिफिकेशन इत्यादि पोषण संवर्धन हस्तक्षेपों के द्वारा सामुदायिक स्तर पर रोग निवारक दृष्टिकोण को उपचारात्मक दृष्टिकोण में बदलने का ईमानदार प्रयत्न किया जाए।
नियमित शारीरिक गतिविधियों, स्थानीय स्तर पर उपलब्ध खाद्य संसाधनों के इष्टतम प्रयोग, स्वास्थ्य उन्मुखी भोजन, पर्याप्त नींद तथा समुचित स्वास्थ्य संवर्धन दृष्टिकोण की वकालत कर तथा लोक व्यवहार की दिशा इस ओर मोड़कर स्वस्थ राष्ट्र की लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। इस अवसर पर ग्राम पंचायत जोल लंबरी के उप प्रधान संजीव कुमार, वार्ड सदस्य सुरजीत सिंह, ग्राम पंचायत दाडला के उप प्रधान जगन कटोच, पंचायत सदस्य सुदर्शना एवं पंचायत सदस्य सरिता रूप से उपस्थित रहीं।