मंडी : सेब बहुल इलाकों में सड़कों की हालत बेहद चिंताजनक : जयराम
सरकार सड़कों को बहाल करने में रही बिफल, तालमेल की कमी से बिगड़े हालात
नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश सरकार मुख्य राजमार्गों सहित ग्रामीण सड़कों को बहाल करने में बिफल रही है। सेब बहुल इलाकों में सड़कों की हालत बेहद चिंताजनक है। ऐसा नहीं है कि इन सड़कों को खोला नहीं जा सकता था ये सड़कें छोटे वाहनों के लिए खोली जा सकती थी, लेकिन सरकार ने गंभीरता से काम नहीं किया। नतीजतन किसानों के कृषि उत्पाद जैसे सब्जियां और बागवानों का सेब मार्किट तक नहीं पहुंच पाने से करोड़ों का नुकसान हुआ है। किसानों और बागवानों ने मांग की है कि उन्हें भी नुकसान का मुआवजा दिलाया जाए। हमें जानकारी मिली है कि आपसी समन्वय के कारण लोक निर्माण विभाग सड़कों को समय पर बहाल नहीं कर पाया। अभी तक सरकार के मंत्री शिमला से बाहर नहीं निकल पाए हैं।
प्रदेश के सबसे व्यस्ततम राजमार्ग शिमला से चंडीगढ़ और चंडीगढ़ से मनाली सड़कें कई दिनों से बंद पड़ी रहीं, जब लोगों ने शोर शराबा किया तो कुल्लू से पंडोह एक ही रात में सड़क कैसे बहाल हो गई। अब फोटो खिंचवाने के लिए एक सीपीएस दौड़े चले आ रहे हैं जबकि उनसे पूछा जाए कि वो इतने दिन लद्दाख में क्या करते रहे। उन्होंने कहा कि तालमेल की कमी का कारण ऐसा हुआ है। आपदा में जिस रफ्तार से ये लोग काम कर रहे थे उससे स्थिति विकराल होने जा रही थी। हमने एनएचएआई को निर्देश दिए तो कुल्लू और मंडी के बीच यातायात बहाल हो सका। इनके मंत्री और सीपीएस को यही मालूम नहीं था की उनके विभाग के अंडर कहां की सड़कें आती हैं। अभी भी सैकड़ों ग्रामीण सड़कें बंद पड़ी हैं जिन्हें खोलने के लिए तत्काल मशीनरी चाहिए। कुल्लू के लिए वैकल्पिक मार्ग वाया कटौला में भारी वाहन भेजे जाने से सड़क बैठ गई है और दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि प्राथमिकता पंडोह से कुल्लू राजमार्ग खोलने को देनी चाहिए थी।