सेंट्रल विस्टा परियोजना पर बढ़ रहा विवाद, राहुल गांधी बोले-देश को पीएम आवास नहीं, सांस चाहिए
देश में जहां कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने कोहराम मचाया हुआ है वहीं ऐसे में सेंट्रल विस्टा परियोजना को लेकर विवाद शुरू हो गया है। विपक्षी दल लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर हमले किए जा रहे हैं। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं ने इसे लेकर सवाल उठाए हैं। राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि देश को पीएम आवास नहीं, सांस चाहिए।
केंद्र सरकार की सेंट्रल विस्टा परियोजना लगातार विवादों में फंसती दिख रही है। कोरोना काल में इसे रोकने की मांग जोर पकड़ रही है। बीते शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में हुई है। याचिकाकर्ता की तरफ से जोर देकर कहा गया है कि समय की गंभीरता को समझते हुए इस परियोजना को अभी के लिए रोक देना चाहिए।
क्या है सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट?
राजपथ पर करीब 2.5 किमी लंबे रास्ते को सेंट्रल विस्टा कहा जाता है। वहीं इंडिया गेट से लेकर राष्ट्रपति भवन तक सेंट्रल विस्टा मार्ग में करीब 44 इमारत संसद भवन, नॉर्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक आदि शामिल हैं। इस पूरे क्षेत्र को रि- प्लान किया जा रहा है जिसका नाम सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट रखा गया है। इसकी लागत करीब 30 हजार करोड़ रुपए है। विस्टा प्रोजेक्ट में पुराने गोलाकार संसद भवन के सामने करीब 13 एकड़ जमीन पर नया तिकोना संसद भवन बनाया जाएगा। नए संसद भवन में लोकसभा और राज्यसभा के लिए एक-एक इमारत होगी लेकिन सेंट्रल हॉल नहीं होगा।