किसान आंदोलन के बीच बिजली की दरो में बढ़ोतरी
कृषि कानून के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के बीच मध्य प्रदेश में बिजली के दाम बढ़ा दिए गए हैं। मध्यप्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने 2020-21 के लिए नया टैरिफ जारी किया है। नए टैरिफ के चलते किसानों के साथ-साथ मध्यप्रदेश की जनता पर भी महंगाई की मार पड़ी है। सूबे में नए टैरिफ के कारण बिजली की दरें 1.98% महंगी हो गई हैं और नई टैरिफ दरें 26 दिसंबर,2020 से लागू की जाएगी। नई दरों के तहत अगर आप 50 यूनिट तक बिजली खर्च करते हैं, तो पांच रुपये अतिरिक्त देने होंगे। वहीं, 100 यूनिट पर 12 रुपए, 150 यूनिट पर 22.50 रुपए देने पड़ेगे।
वहीं किसान आंदोलन और कृषि कानूनों पर छिड़ी बहस के बीच प्रदेश में कृषि कार्यों के लिए दी जाने वाली बिजली पर भी दरों को बढ़ाया गया है। 10 एचपी विद्युत भार तक जहां पहले 700 रुपये सालाना देना होता था तो वहीं अब इसके लिए 750 रुपए सालाना देना होगा।
बिजली की दरों में बढ़ोतरी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि बढ़ती महंगाई पर कांग्रेस 19 दिसंबर को प्रदर्शन करेगी। कमलनाथ ने कहा की पेट्रोल - डीज़ल की आसमान छूती क़ीमतों के बाद रसोई गैस सिलेंडर के दामों में भारी वृद्धि और अब बिजली की दरो में वृद्धि की गई है और इस कोरोना काल में भी जनता को महंगाई की मार के बोझ तले कुचला जा रहा है।