किसान आंदोलन से पेट्रोल पंपों की सेल महीने भर से जीरो
गाजीपुर, नोएडा, टीकरी और सिंघु बॉर्डर पर महीने भर से किसान डेरा जमाए बैठे हैं। किसान आंदोलन को एक महीने पूरे हो गए है जिसका प्रभाव अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। पेट्रोल पंप एसोसिएशन ने खुलासा किया है कि इन चारों बॉर्डर पर स्थित पेट्रोल पंपों की सेल महीने भर से जीरो है और राजस्थान के पास भी पेट्रोल-डीजल के कारोबार पर गहरा असर पड़ रहा है।
पेट्रोल पंप एसोसिएशन के प्रेजिडेंट अजय बंसल के मुताबिक करीब 27 पेट्रोल पंपों की सेल निल है। इतना ही नहीं किसान और सरकार के बीच गतिरोध को एक महीना बीत जाने के बाद अब इन पंपों से जुड़े कर्मचारियों की रोजी-रोटी पर भी संकट आ पड़ा है। ऐसे में इस समस्या का समाधान जल्दी निकालना चाहिए। इस समस्या का हल ना निकलने की स्थिति में पेट्रोल पंप एसोसिएशन तेल कंपनियों से सहायता की मांग करेगा।
बंसल ने बताया कि पेट्रोल-डीजल की सेल बॉर्डर एरिया में करीब 40 प्रतिशत और दिल्ली के अंदर करीब 20 प्रतिशत डाउन हो गई है। एसोसिएशन का आंकड़ा ये कहता है कि दिल्ली में करीब 400 पेट्रोल पंप हैं, जिसमें करीब 150 बॉर्डर के करीब हैं जैसे टिकरी बॉर्डर के करीब स्थित 8 पेट्रोल पंपों का कारोबार महीने भर से ठप पड़ा हुआ है।