Agnipath Scheme: वायुसेना ने वेबसाइट पर दी अग्निपथ योजना की जानकारी
भारत सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर देश में उत्पात मचा हुआ है। हिंसक प्रदर्शन से लेकर राजनीतिक विरोध भी इसमें शामिल है तो वहीं सरकार इस योजना को लेकर लगातार लोगों को जागरुक करने का काम कर रही है। इसके बारे में सही जानकारी साझा करने की कोशिश में लगी हुई है। इसी क्रम में भारतीय वायुसेना ने इस योजना के बारे में जानकारी अपनी वेबसाइट पर दी है। यहां वायुसेना ने इस योजना के बारे में पूरी जानकारी दी है। भारतीय वायुसेना के मुताबिक अग्निवीरों को वही सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी जो एक सेना के जवान को कराई जाती हैं। अग्निवीर भी सेना में वैसी ही जिंदगी जिएंगे जैसी एक सैनिक जीता है। इसके अलावा भी बहुत सी सुविधाएं इन अग्निवीरों को देने की बात कही गई है।
सैलरी के साथ हार्डशिप एलाउंस, यूनीफार्म एलाउंस, कैंटीन सुविधा और मेडिकल सुविधा भी प्राप्त कर सकेंगे जैसा कि एक रेगुलर सैनिक को मिलता है। ट्रैवल एलाउंस भी मिलेगा। साल में 30 दिन छुट्टी मिलेगी। मेडिकल लीव अलग है। सर्विस (चार साल) के दौरान अगर मृत्यु होती है तो इन्श्योरेंस कवर मिलेगा व करीब 1 करोड़ परिवार को मिलेंगे। ड्यूटी के दौरान विकलांग होने पर एक्स-ग्रेशिया 44 लाख रुपये मिलेंगे। साथ ही जितनी नौकरी बची है उसकी पूरी सैलरी मिलेगी और सेवा निधि पैकेज भी मिलेगा। अग्निवीरों का कुल 48 लाख का इंश्योरेंस होगा। ड्यूटी पर वीरगति को प्राप्त होते हैं तो एकमुश्त सरकार की तरफ से 44 लाख दिए जाएंगे और सेवा निधि पैकेज भी मिलेगा इसके अलावा जितनी नौकरी बची है उसकी पूरी सैलरी मिलेगी और परफॉर्मेंस के आधार पर रेगुलर कैडर मिलेगा।
वायुसेना ने कहा है कि वायुसेना में इनकी भर्ती एयर फोर्स एक्ट 1950 के तहत 4 साल के लिए होगी। वायुसेना में अग्निवीरों का एक अलग रैंक होगा। इन अग्निवीरों को अग्निपथ स्कीम की सभी शर्तों को मानना होगा। इसके साथ ही जिन अग्निवीरों की वायुसेना में भर्ती के समय 18 साल से कम होगी उन्हें माता-पिता या अभिवावक से नियुक्ति पत्र पर हस्ताक्षर कराने होंगे। 4 साल की सेवा के बाद 25 फीसदी अग्निवीरों की नियुक्ति रेगुलर कैडर में की जाएगी। वायुसेना के अनुसार अग्निवीर सम्मान और अवॉर्ड के हकदार होंगे। अग्निवीरों को वायुसेना की गाइडलाइंस के अनुसार ऑनर्स और अवार्ड्स दिया जाएगा वायुसेना में भर्ती होने के बाद अग्निवीरों को जरूरत के हिसाब से ट्रेनिंग दी जाएगी।