वो 15 घटनाएं जिनकी वजह से हमेशा याद रखा जाएगा साल 2020
वर्ष 2020 का आज आखरी दिन है ।आज के बाद यह वर्ष भी इतिहास के पन्नों में दर्ज होकर रह जाएगा। परंतु 2020 कोई ऐसा साल नहीं जो किताबों के पन्नों में दफ़न होकर रह जाए, 2020 तो एक ऐसा साल है जिसे लोग भुलाए नहीं भूल सकते . ये साल कोरोना महामारी की वजह से सदियों तक याद किया जाता रहेगा। सिर्फ कोरोना ही नहीं इस वर्ष कोरोना के अलावा भी कुछ ऐसी घटनाएं घटीं जिनको इतिहास याद रखेगा। आइये आपको याद दिलाएं 2020 के कुछ रोचक तथ्य
1. COVID - 19
साल 2020 की जनवरी में कोरोना सिर्फ एक खबर थी, जो चीन के वुहान तक सीमित थी. जल्द ही इसके कहर ने पूरी दुनिया को चपेट में ले लिया. फरवरी तक कोरोना वायरस की खबरें दुनिया के कई देशों से आने लगी थीं. इस बीच फिलीपींस में संक्रमण से पहली मौत की पुष्टि होने के बाद हाहाकार मच गया. ये चीन से बाहर पहली मौत थी . मार्च में दुनिया के सारे देश एक-दूसरे से हवाई संपर्क लगभग बंद कर चुके थे और लॉकडाउन शुरू हो गया था . कोरोना से बचाव को लेकर भारत में पुरे विश्व का सबसे बड़ा लॉकडाउन लगाया गया , लोगों को घर पे रहने के लिए मजबूर किया गया ताकि उनकी जान बसहै जा सके. लोगो के कारोबार ठप्प हो गए , बच्चें पुरे साल स्कूल नहीं गए जान जीवन अस्त व्यस्त हुआ जिसके बाद अनलॉक किया गया और स्थिति सामान्य हुई . न जाने कोरोना को लेकर कितनी ही भविष्य वाणियां की गई की शायद कोरोना गर्मी से मर जाएगा , निम्बू पानी पी कर या गरम पानी से नहाने पर खत्म हो जाएगा मगर हुआ कुछ नहीं . कोरोना की वैक्सीन का लोग इंतज़ार कर रहे है जो उम्मीद के मुताबिक 2021 में मिल जाएगी .
2. अमेरिका ईरान के बीच तनाव
इस साल की शुरुआत अमेरिका और ईरान के बीच तनाव गहराने से हुई. ईरान का समर्थन करने वाले इराकी मिलिशिया ने मेजर जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने की पुष्टि हुई . इसपर ईरान ने आरोप लगाया कि इसमें अमेरिका से लेकर कई और ताकतों का हाथ है. यहां तक कि ईरान ने मौका मिलते ही अमेरिका और उसके राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बदला लेने की बात की.
3. Black Lives Matters आंदोलन
साल के मध्य तक आते-आते अमेरिका में एक अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लायड (George Floyd) की पुलिस अधिकारी द्वारा की गई हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया. इस घटना के बाद अमेरिका के कई शहर में आगजनी और प्रदर्शन की घटनाएं हुई. यहां तक कि वाइट हाउस के सामने ऐसा प्रदर्शन हुआ कि राष्ट्रपति ट्रंप को परिवार समेत खुफिया बंकर में छिपना पड़ा. ये प्रदर्शन अमेरिका के बाद दुनिया के सारे देशों तक पहुंच गया और शख्सियतों की मूर्तियां तोड़ी जाने लगीं. महात्मा गांधी को भी कथित तौर पर नस्लभेद करने वाला बताते हुए उनकी मूर्ति को कई देशों में नुकसान पहुंचाया गया.
4 . टिड्डी दल का भारत में हमला
अफ्रीकी देशों में तबाही मचाते हुए टिड्डी दल भारत पहुंचा और खेतों को नुकसान पहुंचाने लगा. यह पहली बार नहीं है कि टिड्डियों ने हमला किया हो. 1993 में पिछला सबसे बड़ा हमला हुआ था लेकिन इस बार का हमला उससे भी बड़ा माना गया.
5. जीडीपी में 23.9 फ़ीसदी की भारी गिरावट
भारत के सकल घरेलू उत्पाद या जीडीपी की विकास दर में लॉकडाउन के शुरूआती महीनों वाली तिमाही में ज़बरदस्त गिरावट हुई थी . केंद्र सरकार के सांख्यिकी मंत्रालय के अनुसार 2020-21 वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के बीच विकास दर में 23.9 फ़ीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. यह 1996 में भारत के जीडीपी के आंकड़ों की रिपोर्टिंग के बाद से सबसे खराब संकुचन है। कड़े लॉकडाउन ने अर्थव्यवस्था पर भारी सेंध लगाई, जिससे सभी क्षेत्र प्रभावित हुए। नवंबर के लिए RBI के मासिक बुलेटिन ने लगातार दूसरी तिमाही में संकुचन का अनुमान लगाया है, जिसका अर्थ है कि भारत ने अपने इतिहास में पहली बार एक तकनीकी मंदी में प्रवेश किया था ।
6. 2020 में बिगड़े भारत चीन के रिश्ते
चीन और भारत के बीच सीमा विवाद और प्रतियोगी भावना हमेशा रही है लेकिन बढ़ती आर्थिक निर्भरताओं के कारण ये भावना आपसी रंजिश में बदल गई और भारत चीन के रिश्ते बिगड़ गए . सीमा विवाद को लेकर गलवान घाटी में 16 जून 2020 को भारत और चीन के सैनिको के बीच एक खुनी झड़प हुई जिसमें दोनों देशों के बीच कड़वाहट पैदा कर दी . इस झड़प में 20 भारतीय सैनिक मारे गए जिसके बाद भारत में चीनी विरोध लहर (BOYCOTT CHINA ) चल पड़ी और चीनी सामान का बहिष्कार किआ गया .
7. भारत नेपाल के रिश्तों में कड़वाहट
भारतीय क्षेत्र को नेपाल के नक्शे में शामिल करने के बाद से भारत-नेपाल के रिश्तों में कड़वाहट आयी . बात यहाँ तक आ पहुँची है कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने KHA कि उन्हें उनके पद से हटाने के लिए भारत और नेपाल में साज़िश रची जा रही है. भारत और नेपाल के बीच नक्शे से जुड़े इस पूरे विवाद के केंद्र में चीन था .जिसने इस विवाद की स्क्रिप्ट भी तैयार की है और नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. ओली के हर एक्शन का निर्देशन भी चीन ही कर रहा था .
8. राम मंदिर की नीव और भूमि पूजन
5 अगस्त को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में निर्माण के लिए राम मंदिर की नींव रखी। आधारशिला के रूप में 40 किलो चांदी की ईंट रखी गई। राम मंदिर का निर्माण 1991 के बाद से भाजपा की चुनावी प्रतिज्ञा रही है। इस साइट पर मंदिर बनाने और साइट के स्वामित्व को लेकर लम्बी लड़ाई के बाद सफलता मिली । मंदिर के ट्रस्ट के अनुसार, निर्माण कार्य 590 महीनों में पूरा करने की तैयारी है।
9. लेबनान में हुआ धमाका
4 अगस्त 2020 की शाम, 18:08 बजे लेबनान की राजधानी बेयरूत शहर में कई विस्फोट हुए। धमाके बेयरूत के बन्दरगाह पर हुए और 200 से ज्यादा लोग मारे गए, 100 से अधिक लापता और 6000 से अधिक लोग घायल हुए। बेयरूत के गवर्नर मारवान अबाउद ने अनुमान लगाया कि विस्फोटों से 200,000 से अधिक लोग बेघर हो गए थे . यह विस्फोट 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट से हुआ था.ये धमाका उस वक्त हुआ है, जब लेबनान पहले ही कई संकटों से जूझ रहा था .
10 अमेरिका में चुनाव
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए नवंबर में मतदान हुए. इसमें डोनाल्ड ट्रंप को हराकर जो बिडेन सत्ता में आए. हालांकि इससे बड़ी खबर उप-राष्ट्रपति को लेकर बनी. असल में अश्वेत और भारतीय मूल की कमला हैरिस इस पद पर आईं. अमेरिकी इतिहास में वे पहली महिला उप-राष्ट्रपति हैं.
11. विकास दुबे एनकाउंटर
कानपुर में 2 जुलाई 2020 को 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई जिसका मुख्य आरोपी था विकास दुबे . विकास दुबे को गिरफ्तारी के महज 24 घंटे के अंदर मारा दिआ गया था . उज्जैन से कानपुर लाते समय भागने की कोशिश कर रहे मोस्ट वांटेड विकास दुबे को एसटीएफ में मुठभेड़ में ढ़ेर कर दिया। इस दौरान पुलिस के चार जवान भी घायल हुए थे .
12. चक्रवात तूफ़ान अम्फान
चक्रवात अम्फान तूफ़ान ने पूर्वी भारत और बांग्लादेश में तबाही मचाई, जिसमें 100 से अधिक लोग मारे गए और 40 लाख से अधिक लोगों को निकला गया . यह 2020 के उत्तर हिंद महासागर के चक्रवात के मौसम का पहला उष्णकटिबंधीय चक्रवात था . बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान अम्फान 18 मई 2020 को सुपर साइक्लोन में तबदील हो गया था जिससे पश्चिम बंगाल को भरी नुक्सान पहुंचा .
13. बिहार इलेक्शन
बिहार विधानसभा चुनाव, 2020 बिहार विधानसभा की सभी 243 सीटों के लिए अक्टूबर-नवंबर 2020 में आयोजित किए गए। तीन चरणों में आयोजित इन चुनावों में 28 अक्टूबर, 3 नवंबर व 7 नवंबर को क्रमशः 71 , 94 व 78 सीटों के लिए मतदान हुए जिनके परिणाम 10 नवंबर 2020 को चुनाव आयोग द्वारा घोषित किए गए। इन चुनावों के परिणामस्वरूप राज्य में पुनः एक बार भाजपा-जदयू के गठबंधन राजग को बहुमत मिला।
14. हाथरस कांड
यूपी के हाथरस में 19 वर्षीय दलित लड़की के साथ गैंगरेप हुआ था . इस केस ने पूरे देश को हिला दिया था . इस घटना को ‘बेटी बचाओ’ नारे के साथ पूरे सिस्टम का ही घृणित बलात्कार मन गया . दंबगों ने न सिर्फ एक 19 वर्षीय बेटी के साथ निर्दयता से बलात्कार किया, उसकी हड्डियां तक तोड़ दीं गई थी , पीडि़त युवती जिंदा रहने पर मुंह न खोल सके, इसलिए उसकी जबान भी काट ली .युवती की मौत के बाद पुलिस को उसके अंतिम संस्कार की भी इतनी जल्दी थी कि रात में ही चिता रचकर उसे फूंक दिया गया।इस मामले में पूरे देश में बवाल मच गया था .
15. किसान आंदोलन
2020 का भारतीय किसानों का विरोध पंजाब और हरियाणा के किसानों द्वारा मुख्य रूप से 2020 में भारतीय संसद द्वारा पारित तीन कृषि कृत्यों के खिलाफ चल रहा विरोध है। किसान यूनियनों, द्वारा कृत्यों को "किसान विरोधी कानून" के रूप में वर्णित किया गया है, जबकि विपक्षी राजनेताओं का यह भी कहना है कि यह "कॉर्पोरेट्स की दया" पर किसानों को छोड़ देगा।
अधिनियमों के लागू होने के तुरंत बाद, यूनियनों ने स्थानीय विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, ज्यादातर पंजाब और हरियाणा राज्यों में। दो महीने के विरोध के बाद, किसानों को दो उपर्युक्त राज्यों से-विशेष रूप से दिल्ली चलो नाम से एक आंदोलन शुरू किया, जिसमें दसियों हज़ारों किसानों ने राष्ट्रीय राजधानी की ओर कूच किया। किसानों को दिल्ली में प्रवेश से रोकने के लिए पुलिस और कानून प्रवर्तन ने वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। 26 नवंबर को, एक राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल जिसमें कथित तौर पर लगभग 250 मिलियन लोग शामिल थे, किसानों के समर्थन में हुए। 30 नवंबर को, इंडिया टुडे ने अनुमान लगाया कि 200,000 से 300,000 किसान दिल्ली के रास्ते में विभिन्न सीमा बिंदुओं पर जुटे थे।