बिलासपुर में एसीसी सीमेंट कम्पनी एवं बीडीटीएस प्रबंधन के बीच बेनतीजा रही बैठक, नहीं निकला समाधान
बिलासपुर में वीरवार को एसीसी सीमेेंट कारखानों को कंपनी द्धारा अनिश्चितकालीन समय के लिए बंद करने के बाद जहां ट्रक आपरेटरों के सामने संकट पैदा हो गया हैं। वहीं इससे एसीसी में काम करने वाले कर्मचारियों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा होे गया है। इसी गतिरोध को कम करने के उददेश्य से जिला मुख्यालय पर उपायुक्त पंकज राय की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई। जिसमेें एसीसी के प्लांट हैड अभिताव सिंह व बीडीटीएस की ओर से प्रधान जीत राम गौतम, ध्यान सिंह ठाकुर व बालक राम सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। लेकिन बैठक में किराए बढोतरी को लेकर बहरहाल दोनों पक्षों के बीच कोई सहमति नहीं बनी तथा 20 दिसंबर को फिर से उपायुक्त की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई है।
इस बैठक में एसीसी सीमेंट प्रबंधन वर्ष 2005 में तय किराया छह रूपये प्रति विक्टल व बीडीटीएस प्रबंधन वर्तमान में मिल रहे किराया भाडा 11.40 पैसे पर अडा रहा। जिस कारण यह बैठक बेनतीजा रही। बैठक में मौजूद बीडीटीएस के प्रधान जीत राम गौतम व ध्यान सिंह ठाकुर ने कहा कि सीमेंट कारखाना प्रबंधन में जुलाई माह में किराया भाडा बढोतरी में 3.97 पैसे की बढोतरी की सहमति बनी थी। लेकिन यह बढोतरी आज तक नहीं मिली है। बल्कि अब एसीसी सीमेंट प्रबंधन वर्ष 2005 में तय किराया छह रूपये प्रति विक्टल के हिसाब से ढुलाई कार्य करने के लिए दवाब बनाने का प्रयास कर रहा है। जिससे ट्रक आपरेटरों के सामने आर्थिक संकट गहरा जाएगा।
उन्होंने कहा कि जहां पहले हर दिन 1200 -1300 गाडियों का डिस्पैच जाता था । वहां पर 300 गाडियों का डिस्पैच जा रहा था। उन्होंने कहा कि इस बैठक में दोनों पक्षों से उपायुक्त ने सुझाव मांगे है। उधर, इस बैठक को लेकर उपायुक्त पंकज राय ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से एसीसी मेें पैदा हुए संकट को लेकर एसीसी सीमेंट प्रबंधन व बीडीटीएस प्रबंधन की बैठक सौहार्दपूर्ण तरीके से संपन हुई। बैठक में बीडीटीएस ने कुछ समय मांगा है ताकि इस मुददे को साधारण अधिवेशन मेें रखा जाएगा। अब यह बैठक 20 दिसंबर को बुलाई गई है। उन्हें उम्मीद है कि बीस दिसंबर को बैठक में यह मसले हल हो जाएंगेे।