MOU साइन हुए, पर निवेश नहीं आया..अब सीएम खुद जानेंगे आखिर कहाँ अटका है पेंच ?
**शिमला में निवेशकों से चर्चा करेंगे सीएम सुक्खू
प्रदेश में जयराम सरकार के समय इन्वेस्टर मीट में करीब एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के एमओयू साइन हुए थे, लेकिन मौजूदा उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान का कहना है कि इनमें से धरातल पर सिर्फ 27 हजार करोड़ का निवेश उतरा है। यानी अधिकांश निवेशकों ने रूचि तो दिखाई लेकिन निवेश नहीं किया। अब राज्य के ख़राब आर्थिक हालात के बीच मौजूदा सरकार ने इन निवेशकों को साधने की पहल की है।
खुद सीएम सुक्खू निवेश बढ़ाने के उद्देश्य से पहले से लटके 1000 करोड़ रुपये से अधिक के प्रोजेक्टों पर दो दिन शिमला में निवेशकों से चर्चा करेंगे। इस दौरान ऊर्जा विभाग के 20, पर्यटन के 14 तथा उद्योग विभाग के 46 प्रस्तावों पर निवेशकों के साथ चर्चा होगी। उम्मीद है मुख्यमंत्री सुक्खू की ये पहल रंग लाएगी।
पीटरहॉफ में 2 दिन चलने वाली इस मीट में मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू खुद मौजूद रहेंगे और उद्योगपतियों की परेशानियों को सुनेंगे। इन्वेस्टर मीट में उन औद्योगिक घरानों को बुलाया गया है, जिन्होंने पूर्व में राज्य सरकार के साथ निवेश के लिए एग्रीमेंट कर रखा है, लेकिन प्रोजेक्ट अब तक सिरे नहीं चढ़ पाए।
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि एक हजार करोड़ से अधिक के 80 प्रोजेक्ट संचालकों को इन्वेस्टर मीट में बुलाया गया है। इन प्रोजेक्ट की कुल लागत 31 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की है। प्रोजेक्ट लगाने में जो बाधा आ रही है, उन बाधाओं को निपटाने का प्रयास किया जाएगा।
जयराम सरकार में अधिकांश प्रोजेक्ट नहीं चढ़े सिरे : हर्षवर्धन
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने भी इन्वेस्टर मीट में 1 लाख 25 हजार करोड़ के MOU साइन किए है, लेकिन धरातल पर 27 हजार करोड़ प्रोजेक्ट उतर पाए है। कांग्रेस सरकार पॉलिसी को रिव्यू कर रही है और उद्योगपतियों को सभी सुविधाएं एक छत्त के नीचे देने का प्रयास किया जा रहा है।