शनिवार को किसानों का चक्का जाम, गांव तक आंदोलन पहुंचाने की कोशिश में किसान
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन पिछले करीब दो महीनों से जारी है। दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान जुटे हुए हैं। अब 6 जनवरी को एक बार फिर किसान देश बाहर में चक्का जाम करने जा रहे है। हालंकि इस बार दिल्ली में चका जाम नहीं किया जाएगा। गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन की कमान संभाल रहे राकेश टिकैत ने बीते दिन किसानों के चक्का जाम का ऐलान किया। इस बार चक्का जाम सिर्फ 3 घंटे का होंगे यानि दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक लोग अपने अपने इलाकों में सड़कों को जाम करंगे और रास्तों पर बैठ जाएंगे। तीन घंटे के बाद प्रदर्शनकारियों द्वारा गांव, ब्लॉक और जिला स्तर पर स्थानीय अधिकारियों को ज्ञापन सौंप दिया जाएगा।
खास बात ये है कि इस बार दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में चक्का जाम नहीं किया जाएगा। राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि दिल्ली और आसपास के इलाकों में तो पहले ही सरकार ने किले बंदी कि हुई है इस वजहसे हमने तय किया है कि यहाँ पर चक्का जाम नहीं किया जाएगा। राकेश टिकैत ने अपील की है कि गांव, शहरों, कस्बों में जो भी प्रदर्शनकारी चक्का जाम करेंगे, उस दौरान वहां जो आम लोग मौजूद रहेंगे उनकी सेवा की जाएगी। चक्का जाम के दौरान किसान संगठन आम लोगों को मूंगफली, चना, पानी, फल, खाना समेत अन्य चीजें देंगे।